जिस्मानी रिश्तों की चाह-43
सम्पादक जूजा मैंने आपी को यकीन दिलाया कि मैं सिर्फ़ …
एक सफ़र
प्रेषक : गुल्लू जोशी बस में कोई खास भीड़ तो नहीं थी,…
प्यास भरी आस: एक चाह-1
सभी चूत की मल्लिकाओं को मेरे लंड का प्यार भरा एहसास…
लिंगेश्वर की काल भैरवी-3
(एक रहस्य प्रेम-कथा) आज हमारा खजुराहो के मंदिर देखन…
दर्द है, फिर भी चाह है
प्रेषक : रॉकी कुमार मैं नौकरी की तलाश में हैदराबाद…
जिस्मानी रिश्तों की चाह -44
सम्पादक जूजा मैं आपी के पीछे से उनकी जांघों के बीच…
प्रेम और पिंकी का प्यार-2
प्रेषक : प्रेम मैंने कहा- पिंकी, अच्छा लग रहा है? वो…
Pooja – My Fantasy
Main aap readers ke saath apna ek experience shar…
मामी ने मेरी चड्डी में हाथ डाला
देसी गांड चुदाई कहानी में पढ़ें कि मैं मामी के घर …
मेरी कामाग्नि : भतीजे ने मेरी चुदास भड़का दी
दोस्तो, आज मैं आपके समक्ष एक ऐसी कहानी लाई हूँ.. जि…