यूँ ही अचानक

लेखक : आरव रावत मैंने कई कहानियाँ अन्तर्वासना में …

उफनते जजबात

प्रेषक : क्षितिज़ मेरा नाम क्षितिज है और यह मेरी पहल…

बरसात का एक दिन

प्यारे दोस्तो, मेरा नाम रवि है, मैं आपको अपनी एक कह…

मलयाली आंटी

अशोक कुमार चुदाई की ढेर सारी कहानियाँ अन्तर्वासना म…

एक जल्दी वाला राउंड

प्रेषक : पुलकित झा आज स्कूल में अचानक जल्दी छुट्टी हो…

तो हुआ यूँ

आप सबको आपकी अंतरा का रस भरा नमस्कार तो हुआ यूँ :…

मामी की बुर के मोटे होंठ

यह बात कोई 6 महीने पहले की है लेकिन है बिल्कुल सच्च…

रास्ते में मिली एक हसीना-2

लेखक : जय कुमार मैं कहने लगा- वन्दना, मुझे बहुत भ…

मज़दूर से मिली तृप्ति

निम्न कहानी का पूरा मजा लेने के लिए एक बार पूर्व-प्र…

तुझे मज़ा आयेगा-1

प्रेषक : अनिल मैं अपने कमरे में म्यूजिक सुन रही थी …