हास्य कविताएँ
चाँदी जैसी चूत है तेरी, उस पे सोने जैसे बाल .. एक…
लम्बी चुदाई-1
Lambi Chudai-1 नमस्कार मैं सारिका एक नया अनुभव आप …
घर के लौड़े-9
Ghar ke Laude-9 हम दोनों बिस्तर पर लेट गए.. चुंबन …
मेरी चालू बीवी-120
सम्पादक- इमरान उन्होंने सलोनी को फिर से वैसे ही आरा…
तुमको ना भूल पाऊँगा-1
Tumko na Bhool Paunga-1 यह कहानी दो साल पहले की ह…
सविता भाभी का बकरा-3
मैं भाभी के चूतड़ों पर साबुन मल ही रहा था कि तभी भ…
दशहरा पर स्ट्रिप-डान्स-1
Dashehra par Strip Dance-1 हमारे उन सभी पाठकों को…
घर के लौड़े-11
Ghar ke Laude-11 मुझे भी बड़े लौड़ों से चुदवाने की …
घर के लौड़े-3
Ghar ke Laude-3 पिन्की सेन रानी- पापा आपका तो अजय …
तुमको ना भूल पाऊँगा-2
Tumko na Bhool Paunga-2 उसने कहा- यह क्या कर रहे ह…