जिस्मानी रिश्तों की चाह-53
सम्पादक जूजा कुछ देर आपी की चूत के दाने को चूसने क…
मुझे जीना सिखा दिया-3
अरे हाँ.. काजल कहाँ है? सोचते हुए मैंने भी निगाह …
कुछ इस तरह दिलाई मेरे मोबाइल ने चूत-2
अब तक आपने जाना कि मैं बेसब्री से सुबह का इंतज़ार क…
तन का सुख-1
लेखक : राज कार्तिक यह कहानी मैं आप सब दोस्तों की मा…
मुझे जीना सिखा दिया-1
यूँ तो कहानी लिखना कोई नई बात नहीं है पर यह कहानी…
अल्हड़ पंजाबन लड़की संग पहला सम्भोग-2
आपने अब तक पढ़ा था कि मैं और पायल के पापा.. पायल क…
इब तो बाड़ दे -1
प्रेम गुरु द्बारा सम्पादित एवं संशोधित प्रेषक – जीत श…
Family Me Maje Hi Maje – Part 18
Mom ab Raj ka hi wait kr rahi thi. Mom ne bahut j…
मेरी सहकर्मी वंशिका
मेरे ऑफिस की जन संपर्क अधिकारी का नाम वंशिका है। च…
बेइन्तिहा प्यार.. सत्य प्रेम कहानी-2
अब तक आपने जाना था कि प्रीति के बर्थडे पर जब उसने म…