अंगूर का दाना-6

प्रेम गुरु की कलम से प्रथम सम्भोग की तृप्ति और संतुष्ट…

मेरा गुप्त जीवन- 175

मौसी ने सब लड़कियों को अपने अपने कमरों में जाने के…

अंगूर का दाना-4

मैंने उसे बाजू से पकड़ कर उठाया और इस तरह अपने आप …

अंगूर का दाना-5

प्रेम गुरु की कलम से मैंने अपने एक हाथ की एक अंगु…

मामी की गोद हरी कर दी-1

सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार! मेरा नाम लोके…

अंगूर का दाना-8

प्रेम गुरु की कलम से मैं अपने विचारों में खोया था …

अठरह की उम्र में लगा चस्का-1

दोस्तो, मैं हूँ निशा, उम्र अभी सिर्फ इकीस साल की है …

फाड़िए मगर प्यार से

पुरुष को यदि कोई स्त्री आसानी से हासिल हो जाए तो वो…

एक छोटी सी लव स्टोरी

प्रिय दोस्तो, अजय का प्यार भरा नमस्कार । मेरी पिछली क…

सोनिया की चूत के साथ गैंग-बैंग-3

अब तक आपने पढ़ा.. सोनिया मदन के घर आ गई उससे चुदने…