एक भाई की वासना -35
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. थोड़ा सा …
मेरा गुप्त जीवन -58
मैं हँसते हुए बोला- कम्मो यह सब तुम ने ही तो सिखाय…
माँ बहन संग चूत चुदाई -6
माँ मुझे खड़ा करते हुए खुद मूढ़े पर बैठ गईं और नीचे…
पापा मम्मी की दूसरी सुहागरात -1
अन्तर्वासना के पाठको को अंकित का नमस्कार! मेरी पहली …
नयना और दीप्ति संग वासना का खेल -5
अब तक आपने पढ़ा.. दीप्ति ने ककड़ी हाथ में पकड़ने की क…
एक भाई की वासना -37
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. फैजान ने…
एक भाई की वासना -33
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. मैंने कह…
मेरा गुप्त जीवन-56
जैसे ही मैं कॉलेज से वापस आया कम्मो मुझको मेरे कमर…
एक भाई की वासना -29
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. हम दोनों…
मेरा गुप्त जीवन -55
मैं उठा और अपने खड़े लंड को कम्मो के पीछे से चूत मे…