घर की बात घर में

लेखिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : रीता शर्मा मेरे दो…

मजा या सजा

लेखिका : कामिनी सक्सेना सहयोगी : जो हन्टर मैं उस सम…

मस्त पिछाड़ी चुद गई

लेखक : विजय पंडित मेरा नाम जय कुमार, उम्र बीस वर्ष …

मज़ा ही मज़ा

मजा या सजा से आगे… प्रेषक : जो हन्टर सहयोगी : कामिन…

भैया ने बाज़ी मारी

मैं शहर की एक घनी आबादी में रहती हूँ। आस पास दुका…

तरक्की का सफ़र-4

मैं शाम को ठीक आठ बजे होटल शेराटन में एम-डी के सू…

सहेली के साथ एक नया समलिंगी अनुभव

सहेली के साथ पहला लेस्बियन अनुभव से आगे की कहानी! …

दिल पर जोर नहीं-2

दिल पर जोर नहीं-1 मुझे इस मिशन स्कूल में काम करते …

तरक्की का सफ़र-2

करीब एक महीने बाद की बात है। मैं सुबह ऑफिस पहुँचा…

तरक्की का सफ़र-15

राज अग्रवाल प्रीती की बात सुनकर मुझे उस पर नाज़ हो ग…