एक ही थैली के चट्टे बट्टे-4

मेरे पति को अब तीस पैंतीस दिन तक किसी टूर पर नहीं…

अपनी मौसी को ही चोद !

हेल्लो दोस्तो, कैसे हो आप! मैं आपका प्यारा मेजस्टी, ज…

गर्मी की वह रात

प्रेषक : ऋतेश कुमार मित्रो, अंतर्वासना के लिए यह मेर…

तन की आग

लेखिका : नेहा वर्मा हम पति पत्नि दोनों ही गांव छोड़ …

मेरी गांड को लग गई मौज

लेखक : सनी दोस्तो, सब कैसे हो ! उम्मीद है सब ठीक ठा…

ज़िन्दगी के अजीब रंग

मैं और कामिनी एक ही ऑफ़िस में काम करते थे। कामिनी …

वो धीरे से मेरे पास आ गई

प्रेषक : धीरेन्द्र शुक्ला मेरी कहानी कुछ इस तरह है। म…

पढ़ाई में चुदाई

मेरी क्लास में रूबी नाम की एक लड़की थी, मैं उससे बह…

मस्ती पूरे जोर पर थी

प्रेषक : कामुक इन्सान दोस्तो, मैं २४ साल का कॉलेज मे…

रीना और उसकी सहेली संजना

प्रेषक : जीत शर्मा मैं जीतू दिल्ली से एक बार फिर आपक…