तीन पत्ती गुलाब-19
“वो … चाय … ठंडी हो जायेगी?” गौरी ने अस्फुट से शब्द…
अदल बदल कर मस्ती-1
दोस्तो, मेरी पिछली कहानी मस्ती की रात के तीन भागों …
अदल बदल कर मस्ती-2
राहुल ने दो दिन बाद ही सबको बता दिया कि उसने जयपु…
उत्तेजना की चाहत बन गयी शामत-2
दोस्तो, जैसा कि आपने कहानी के पिछले भाग उत्तेजना की…
कॉलेज टीचर के साथ फर्स्ट टाइम सेक्स का मजा- 1
नमस्कार मित्रो … मैं हिमाचल प्रदेश का रहने वाला हूँ.…
मेरी कामवासना और दीदी का प्यार-3
दीदी ने कहा- तुम्हारा जो मन हो वो करो. मैं नहीं रो…
दोस्त की रजामंदी से उसकी बीवी की चुदाई
मैं अन्तर्वासना का एक लम्बे समय से पाठक रहा हूँ. लेख…
पेड सेक्स में दिया परम आनन्द
लखनऊ की एक भाभी ने मुझे पेड सेक्स के लिए बुलाया. उ…
डॉक्टर साहब की गांड मराने की तमन्ना
“उई … बहुत मोटा है..!” “क्या लग रही है? निकाल लूं?…
मेरी कामवासना और दीदी का प्यार-1
नमस्कार दोस्तो! अन्तर्वासना पर ये मेरी दूसरी कहानी है…