मस्त पिछाड़ी चुद गई

लेखक : विजय पंडित मेरा नाम जय कुमार, उम्र बीस वर्ष …

भैया ने बाज़ी मारी

मैं शहर की एक घनी आबादी में रहती हूँ। आस पास दुका…

दिल पर जोर नहीं-2

दिल पर जोर नहीं-1 मुझे इस मिशन स्कूल में काम करते …

तरक्की का सफ़र-9

राज अग्रवाल प्रीती अब बहुत खुश थी कि उसने महेश से अ…

भाभी सच बताना

प्रेषिका : रानी सहिबा कमलिनी का महीना हुए चार दिन …

तरक्की का सफ़र-14

राज अग्रवाल एम-डी के जाने के बाद प्रीती ने देखा कि …

तरक्की का सफ़र-3

मैं और प्रीती मेरे फ्लैट में दाखिल हुए और मैंने पूछ…

तरक्की का सफ़र-5

सुबह मैंने देखा कि प्रीती हाथ में चाय का कप लिये म…

दोस्तों का जाल

प्रेषक – पुलकित झा नमस्कार! अन्तर्वासना के पाठकों को …

मज़ा ही मज़ा

मजा या सजा से आगे… प्रेषक : जो हन्टर सहयोगी : कामिन…