मेरा जादू चल गया
लेखिका : लक्ष्मी कंवर मैं तीस वर्षीया शादीशुदा स्त्री …
मेरी नौकरानी सरोज-2
प्रेषक : रॉकी पहले भाग से आगे…. अब मैं निश्चिंत होक…
शादीशुदा लड़की की चिकनी चुत की चुदाई
मेरा नाम स्वयम् है, मैं पुणे का रहने वाला हूँ. मैं …
मस्त है यह सानिया भी-2
शाम साढ़े सात बजे घर आया, साथ चाय पीने बैठे तो मैं…
यौन क्षुधा यानि चूत चुदाई की प्यास
अकेलापन भी कितना अजीब होता है। कोई साथ हो ना हो, …
मस्त है यह सानिया भी-6
एक-एक बूँद आँसू उसके दोनों गालों पर बह निकले। उसन…
दोबारा काम मिला
मैं सबसे पहले गुरूजी का धन्यवाद करता हूँ कि मेरी क…
वो पूस की एक रात-1
मेरा नाम माही है। मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंस…
मस्त है यह सानिया भी-8
करीब बारह बजे हम दोनों साथ ही नहाए और नंगे ही बाह…
बुआ हो तो ऐसी-2
(प्रेम गुरु द्वारा संशोधित एवं संपादित) मैं एक बार …