कुंवारी भोली–10
शगन कुमार मुझे भोंपू के मुरझाये और तन्नाये… दोनों …
पेरिस में कामशास्त्र की क्लास-2
प्रेषक : विक्की कुमार आज हम दोनों का मन भरा नहीं था…
औरत की चाहत-1
दोस्तो, मेरा नाम अरुण है, मैं नई दिल्ली में रहता हू…
पेरिस में कामशास्त्र की क्लास-4
प्रेषक : विक्की कुमार पांच मिनट सुस्ता कर कर घड़ी देख…
रिया की तड़प-1
सभी पाठक पाठिकाओं को मेरा प्यार भरा नमस्कार ! आपके …
तड़पाना जरुरी है क्या
प्रेषक : पल्लू अन्तर्वासना के बारे में मेरे एक दोस्त न…
मधुर प्रेम मिलन-4
प्रेषिका : स्लिमसीमा फिर उन्होंने अपने मुन्ने को मेरी…
पड़ोसन चुद गई ससुरे से
हाय दोस्तो… कैसे हो जी.. मस्त ना.. मस्त ही रहना! मैं…
मधुर प्रेम मिलन-3
मैं घूम कर फिर से उनके सीने से लग गई और उनके गले …
कुंवारी भोली–11
शगन कुमार मैंने चुपचाप अपने छेद को 3-4 बार ढीला क…