आज मैं बहुत खुश हूँ
मेरा नाम मानसी है। मैंने अपनी कहानी “बहुत प्यार कर…
मामी की बुर के मोटे होंठ
यह बात कोई 6 महीने पहले की है लेकिन है बिल्कुल सच्च…
जा क्यों नहीं रहा है?
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का पुराना पाठक हूँ। मैंने अन्…
तो हुआ यूँ
आप सबको आपकी अंतरा का रस भरा नमस्कार तो हुआ यूँ :…
तू मुझे उठा
प्रेषक : आदि दोस्तो, मैं आदि, मेरी उम्र २० साल है और…
ननद का जेठ और उसका दोस्त -1
मेरी यानि ॠचा सिंह की तरफ से सभी अन्तर्वासना पढ़ने व…
यूँ ही अचानक
लेखक : आरव रावत मैंने कई कहानियाँ अन्तर्वासना में …
मज़दूर से मिली तृप्ति
निम्न कहानी का पूरा मजा लेने के लिए एक बार पूर्व-प्र…
बैंड बजा डाला
प्रेषक : मस्त कलन्दर दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है अन्…
रास्ते में मिली एक हसीना-2
लेखक : जय कुमार मैं कहने लगा- वन्दना, मुझे बहुत भ…