नॉटी !
‘‘पिता जी !’’ उसके मुख से शब्द निकल ही नहीं रहे थे…
मेरा सहकर्मी तरुण
हमारे ऑफिस में मेरे साथ बहुत से लड़के भी काम करते …
Widhva Bhabhi
Main ek sadi dda aadmi hu, aur mera do bache hai …
मेरा प्यारा देवर-2
मैं उसको हर रोज ऐसे ही सताती रहती जिसका कुछ असर भ…
बरेली का काल बॉय
प्रेषक : राहुल शर्मा हाय दोस्तो, मेरा नाम राहुल और म…
लड़की से औरत बनी-3
मेरे प्रिय चाहने वालो, मैं अपनी पिछली कहानी लड़की स…
तीन चुम्बन-1
प्रिय पाठको, आपने मेरी पिछली कहानी दो नम्बर का बदमा…
मौलिका की कहानी
यह कहानी नहीं, सच है लेकिन कहानी के रूप में ! यह …
हीरल
प्रेषक : जीत मेरा नाम जीत है, अहमदाबाद का रहने वाल…
नफीसा का प्रेम
प्रेषक : समीर दीक्षित दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है।…