मेरी अंग्रेजी टीचर

यह उस समय की बात है जब मैं पढ़ता था। गर्मियों के दि…

कॉलेज की दोस्त

प्रेषक : जैनी रस्तोगी अंतर्वासना के प्रिय पाठकों को म…

मस्तानी लौन्डिया-3

नमस्कार दोस्तो, मेरी कहानी को पढ़ कर बहुत लोगों ने म…

तू तो कुछ कर-3

प्रिय पाठको को मेरा नमस्कार, मेरी कहानी का अगला भाग…

पापा के साथ समलैंगिक सम्बन्ध

मैं बहुत ही दुबला पतला हूँ, मेरे शरीर पर नाम मात्र…

मधु और भंवरा

प्रेषिका : श्रेया अहूजा मैं और मधु बचपन में घर-घर, …

मेरी सुहागरात

प्रेषक : समय मिश्रा प्रिय दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी …

स्पर्म थैरेपी-6

प्रेषक : मुन्ना लाल गुप्ता पंचम भाग से आगे : जब मैं …

प्रगति का समर्पण-1

यह कहानी प्रगति का अतीत से आगे की कहानी है। पाठकों…

अन्तर्मन की आग

मेरे घर कुछ दिन पहले मेरी छोटी दादी (पिताजी की चा…