एक उपहार ऐसा भी- 25
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को संदीप साहू का नमस्कार. …
एक दिल चार राहें- 2
मेरे घर कामवाली की छोटी बेटी आने लगी थी. मेरा मन …
ससुराल गेंदा फ़ूल-2
सवेरे मैं सुस्ती में उठी… अलसाई सी बाहर बरामदे में…
बड़े भैया बने सैंया-2
फिर वो उठे और बैग से कुछ निकाला और कहा, “जान तुम्ह…
एक भाई की वासना -22
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. वहाँ पर …
वो रात सुहागरात बनी-2
रंजन संगीता की पूरी कहानी सुन कर एक बार तो मुझे उ…
जब मस्ती चढ़ती है तो…-2
प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक उसके बाद मेरे पत…
Mummy Ka Mast Affair
Main Mayur aap sbhi ke liye meri mummy priya ki e…
पहली चुदाई का जोश- 2
मेरी पहली चुदाई कहानी में पढ़ें कि मेरी पहली चुदाई…
ऋतु के चुदाई के नखरे-2
सुबह के 3:30 बजे हुए थे मैं सो गया। सुबह आँख ही न…