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बस में डबल वाली सीट

प्रेषक : रंजन हाय दोस्तों मेरा नाम आर्यन है। वैसे त…

आज मैं बहुत खुश हूँ

मेरा नाम मानसी है। मैंने अपनी कहानी “बहुत प्यार कर…

मेरा गुप्त जीवन- 128

उसके जाते ही कम्मो आ गई और बोली- मैडमों से मेरी बा…

मेरा गुप्त जीवन- 127

पेशाब करने वाली लड़कियों में मुझको ज़ूबी भी दिखाई द…

मेरा गुप्त जीवन- 129

थोड़ी देर में दोनों मैडम आ गई, आते ही दोनों ने मुझ…

मेरा गुप्त जीवन- 131

कम्मो ने थोड़ी देर में ज़ोर से कहा- ज़ूबी तुम्हारा समय…

मेरा गुप्त जीवन- 132

कम्मो ने सब लड़कियों को कपड़े पहनने के लिए बोला और ह…

मेरा गुप्त जीवन- 133

मधु मैडम और रूबी मैडम ने हम सबको आलिंगनबद्ध किया औ…

मेरा गुप्त जीवन- 134

थोड़ी देर बाद मुझको एक फ़ोन कॉल आया जो लखनऊ से था औ…

नाम में क्या रखा है

शेक्सपीयर जो अपने आपको बड़ा चाचा चौधरी समझता था, उस…