Search Results for "होता-हे-जो-वोह-हो-जाने-दो"

एक भाई की वासना -36

सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. अचानक फै…

मेरा गुप्त जीवन -62

दो दिन बाद जब मैं कॉलेज से घर आया तो कम्मो ने बताय…

मेरा गुप्त जीवन- 13

चम्पा के साथ गुज़ारी गई कई रातों की कहानी सिर्फ इतनी…

मेरा गुप्त जीवन -61

रात को कम्मो से सोने से पहले मैंने बात की, मैंने उ…

मेरा गुप्त जीवन-63

शाम को मम्मी का फ़ोन आया कि दूर के रिश्ते में पापा क…

विधवा की कामवासना- 2

इस कहानी में मेरा नंगा सेक्स है. मैंने अपनी अन्तर्वा…

मेरा गुप्त जीवन -60

कुछ दिन ऐसे ही बीत गए और हम सिर्फ कम्मो, पारो और मै…

घर में कोई नहीं है

प्रेषक : राकेश पटेल अन्तर्वासना के सभी पाठकों को राक…

मैं जन्मदिन पर चुदी

रूचि वर्मा नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रूचि वर्मा है, मै…

एक भाई की वासना -44

सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. जाहिरा ह…