Search Results for "होता-हे-जो-वोह-हो-जाने-दो"

एक भाई की वासना -29

सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. हम दोनों…

मेरा गुप्त जीवन -76

कम्मो ने कहा- अब आप अपने साथी को अपने पास ला सकते …

मेरा गुप्त जीवन -53

तब तक मैं और कम्मो भी कपड़े उतार चुके थे। कम्मो के स…

मेरा गुप्त जीवन-31

अब इतनी बड़ी कोठी में सिर्फ मैं, पारो और कम्मो ही रह…

मेरा गुप्त जीवन- 80

टिन्नी बोली- दीदी का काम कर दिया सोमू? मैं घबरा कर…

मेरा गुप्त जीवन-34

अभी तक आपने पारो की कहानी पढ़ी, अब आपको कम्मो की कह…

मेरा गुप्त जीवन- 81

अगले दिन कॉलेज गया तो हिना गेट पर ही मिल गई और बो…

मेरा गुप्त जीवन-32

चाची रात में 3-4 बार चुद चुकी थी इसलिए मैंने सोचा…

एक भाई की वासना -34

सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. कुछ देर …

मेरा गुप्त जीवन-27

मैं बोला- चम्पा, आज हम तीनों चुदाई करते हैं, पहले …