Search Results for "होता-हे-जो-वोह-हो-जाने-दो"
एक भाई की वासना -37
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. फैजान ने…
एक भाई की वासना -34
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. कुछ देर …
मेरा गुप्त जीवन- 78
मेरा लाला लंडम बहुत ही खूंखार मूड में था। मैं हिन…
सेक्सी औरत की वासना
भाभी की जवानी की कहानी में पढ़ें कि मैं एक सेक्सी औ…
कोलेज की हसीन यादें
दोस्तों अंतरवासना पर यह मेरी पहली कहानी है मेरा ना…
मेरा गुप्त जीवन -52
अगले दिन नैनीताल से चल कर हम शाम को लखनऊ पहुँच गए…
मेरा गुप्त जीवन -53
तब तक मैं और कम्मो भी कपड़े उतार चुके थे। कम्मो के स…
मेरा गुप्त जीवन -38
उस रात मैं और कम्मो घोड़े बेच कर एक दूसरे की बाहों …
योनि का दीपक- भाग 4
मेरी कहानी योनि का दीपक- भाग 3 में आपने पढ़ा कि वह…
मेरा गुप्त जीवन-36
चंचल दो रात हमारे साथ रही और फिर उसका पति लौट आया…