Search Results for "होता-हे-जो-वोह-हो-जाने-दो"

एक भाई की वासना -7

हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. पानी पीते हुए फैजान की नज…

नादानी में शुरू हुए खेल को जवानी में बहन की चुदाई करके पूरा किया-2

अब तक की चुदाई की इस कहानी में आपने पढ़ा.. मेरी गा…

मेरा प्यारा देवर-3

वो अपनी टी-शर्ट उतारने को नहीं मान रहा था, तो मैंन…

दिल का क्‍या कुसूर-7

उन्‍होंने अपने हाथ से मेरी ठोड़ी को पकड़ कर ऊपर किया…

कविता का प्रोजेक्ट

प्रेषक : विकास कुमार मेरा नाम विकास है, मेरा कद ५’…

दिल का क्‍या कुसूर-4

मुझे पुरूष देह की आवश्‍यकता महसूस होने लगी थी। काश…

दिल का क्‍या कुसूर-2

संजय मेरे ऊपर आकर लगातार धक्‍के लगा रहे थे… अब मेर…

तेरी याद साथ है-4

प्रेषक : सोनू चौधरी रिंकी ने चुम्बन वहाँ पप्पू के लं…

दिल का क्‍या कुसूर-1

वैसे तो संजय से मेरा रोज ही सोने से पहले एकाकार ह…

स्वर्ग का अनुभव -1

उमेश दोस्तों आज मैं पहली बार अपनी सही अनुभव की कहा…