Search Results for "होता-हे-जो-वोह-हो-जाने-दो"

डिल्डो वाली पूजा-2

प्रेषिका : शालिनी “पूजा अब तो तूने मेरी गाण्ड भी मा…

तेरी याद साथ है-2

प्रेषक : सोनू चौधरी आंटी ने मेरे हाथ को अपने हाथों…

फ़ार्म हाउस में मम्मी

प्रेषक : विजय पण्डित मेरे पुरखे काफ़ी सम्पत्ति छोड़ गये…

मेरे चोदू समधी जी

मेरा नाम कविता मिश्रा है, मैं 42 साल की हूँ. मैं ब…

कितनी मस्त हूँ मैं

प्रेषक : अमित अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्क…

दिल का क्‍या कुसूर-5

आखिर इंतजार की घड़ी समाप्‍त हुई और बुधवार भी आ ही ग…

दिल का क्‍या कुसूर-8

तभी अचानक मुझे अपने अन्‍दर झरना सा चलता महसूस हुआ।…

हवा में उड़ रही हूँ

आज मैं आपको अपनी ज़िन्दगी की वो दास्ताँ सुनाने जा रह…

दिल का क्‍या कुसूर-7

उन्‍होंने अपने हाथ से मेरी ठोड़ी को पकड़ कर ऊपर किया…

दिल का क्‍या कुसूर-1

वैसे तो संजय से मेरा रोज ही सोने से पहले एकाकार ह…