Search Results for "होता-हे-जो-वोह-हो-जाने-दो"

नशा, हवस और प्यार

लेखक : रौनक मेहता अन्तर्वासना के सभी साथियों को मेर…

जिस्म की जरूरत-10

कैसे हैं मित्रो… देरी के लिए माफ़ी चाहता हूँ, वैसे …

जन्मदिन का उपहार

प्रेषक : मुकेश कुमार दोस्तो, आज मैं अपनी सच्ची कहानी…

प्रणव की दास्तान

प्रेषक : सचिन शर्मा यह मेरे दो दोस्तों की कहानी है, …

जेम्स की कल्पना -6

कल्पना को अपने आसपास खाली-सा लग रहा था। वह भी कुछ …

जिस्म की जरूरत-21

अरविन्द भैया ने हम दोनों से पार्टी की बातें पूछीं औ…

जिस्म की जरूरत -25

तभी एक परिचित सी मोहक सुगंध ने मेरा ध्यान अपनी ओर …

जिस्म की जरूरत -24

क्या हाल है मेरे दोस्तो… मैं जानता हूँ कि यूँ अचानक…

जिस्म की जरूरत -26

कुछ देर हम एक दूसरे के शरीर को सहलाते हुये अपनी ग…

ये दिल … एक पंछी-1

प्रेषिका : निशा भागवत निशा की शादी हुये पांच वर्ष स…