Search Results for "होता-हे-जो-वोह-हो-जाने-दो"

वक़्त से पहले और किस्मत से ज्यादा

प्रेषक : संजीव सिंह कहानी लगभग आठ वर्ष पुरानी है, म…

सऊदी मैडम की मोटी चिकनी जांघें

Saudi Madam ki Moti Chikni janghen सलाम दोस्तो.. म…

बेटे के दोस्त पर कामुक दृष्टि-1

नमस्कार, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है. आशा ह…

बेटे के दोस्त पर कामुक दृष्टि-4

अंकित की इन सारी हरकतों ने उसके पूरे शरीर में आग …

मैंने अपने आप को उसे सौंप दिया

अन्तर्वासना की कामुकता भरी सेक्स स्टोरीज के चाहवान मे…

बेटे के दोस्त पर कामुक दृष्टि-3

“आंटी, हालांकि आतिफ मेरा सबसे अच्छा दोस्त है, लेकिन…

बेटे के दोस्त पर कामुक दृष्टि-2

एक दिन सुबह नहाने के बाद, वो शीशे के सामने बिना क…

बेटे का दोस्त मेरी चूत का साथी-2

प्रेषक : अजय मैं नहाकर बाहर आ गई, मैंने आज जींस और…

पुरानी दोस्त की चुत चुदाई का मजा

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. दोस्तो, से…

जब साजन ने खोली मोरी अंगिया-4

मैं घर में खाना पका रही, साजन पीछे से आ पहुँचे, म…