Search Results for "विधवा-को-रखैल-बनाया"

लड़कपन की यादें-9

मैं स्खलित होकर उसके ऊपर ही लेट गया था और हम कुछ द…

लड़कपन की यादें-3

कुछ ही दिनों में मुझे काम-दर्शन का सिलसिला रोकना प…

प्यार का सामना-2

मेरे दिमाग में घोर द्वंद्व छिड़ गया और एक बार उसके ज…

कितनी गलत थी मैं

Kitni Galat Thi Mai मेरे साथ काम करने वाला रणजीत …

कंप्यूटर सेन्टर-1

मेरी दो कहानियाँ एक अरसा पहले प्रकाशित हो चुकी हैं…

आंटी से ट्रैनिंग

‘अरे राजु, बड़े दिनों बाद दिखे, आज कल कहां रहते हो…

सुनीता की चाहत-3

सुनीता का एक हाथ मेरे बालों को सहला रहा था और दूस…

मधुर प्रेम मिलन-5

प्रेषिका : स्लिमसीमा हम बिना कुछ कहे या बोले कोई 5-…

मधुर प्रेम मिलन-1

प्रेषिका : स्लिमसीमा नई नवला रस भेद न जानत, सेज गई…

प्यास बुझती नहीं

अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नस्कार। कैसे हैं आप लो…