Search Results for "रात के अंधेरे में पत्नी के धोखे में मौजूदगी"

अंगूर का दाना-6

प्रेम गुरु की कलम से प्रथम सम्भोग की तृप्ति और संतुष्ट…

अंगूर का दाना-7

प्रेम गुरु की कलम से ‘अम्मा बापू का चूसती क्यों नहीं…

तीन पत्ती गुलाब-7

इस वाक्य का अर्थ मेरी समझ में नहीं आ रहा था। पता नह…

तीन पत्ती गुलाब-8

रात को देरी से नींद आई तो सुबह उठने में भी देरी ह…

तीन पत्ती गुलाब-9

गौरी को उसके घर के पास ड्राप करने के बाद ऑफिस जाते…

अंगूर का दाना-4

मैंने उसे बाजू से पकड़ कर उठाया और इस तरह अपने आप …

बच गई मेरी नौकरी

लेखिका : दिव्या डिकोस्टा मैं किरण, तीस वर्ष की एक नर्…

अंगूर का दाना-5

प्रेम गुरु की कलम से मैंने अपने एक हाथ की एक अंगु…

तेरी कह के लूँगा

और क्या हाल हैं जी? आपकी श्रेया आहूजा एक बार फिर आप…

शो रूम की नौकरी

दोस्तो ! मै २३ साल क अविवाहित युवक आगरा का रहने वा…