Search Results for "राज-शर्मा-की-कहानियां"

कमाल की हसीना हूँ मैं -9

शुरू-शुरू में तो मुझे बहुत शर्म आती थी। लेकिन धीरे…

कमाल की हसीना हूँ मैं -7

जावेद की नींद खुल गई। वो पेशाब करने उठा था। हम दो…

कमाल की हसीना हूँ मैं -8

मेरे जिस्म पर कपड़ों का होना और ना होना बराबर था। स…

मुस्कान को चुदाई की चाहत

प्रेषक : समीर दोस्तो, अन्तर्वासना पर अपनी पहली कहानी …

कमाल की हसीना हूँ मैं -5

उन्होंने मेरे निप्पल को अपनी उँगलियों से छूते हुए म…

मेरी मौसी की चालू बेटी

दोस्तो, मेरा नाम मनन (बदला हुआ नाम) है. मैं जोधपुर…

कमाल की हसीना हूँ मैं -6

दोनों जोड़े वहीं अलग-अलग कंबल और रज़ाई में घुस कर ब…

मौसी की चूत में गोता -2

अब तक आपने पढ़ा था कि मैं मौसी के जिस्म से छेड़खानी …

होली के बाद की रंगोली-13

अब तक आपने पढ़ा कि कैसे खेल खेल में भाई बहनों ने ध…

कमाल की हसीना हूँ मैं-1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा सलाम ! उम्मीद करती…