Search Results for "मां-की-झाँटे"

जिस्म की जरूरत-3

रैक के ऊपर के सारे बर्तन गंदे पड़े थे इसलिए वो झुक …

मॉस्को की याद में

प्रेषक : रोबिन चन्द्र अन्तर्वासना के सभी चाहने वालों क…

जिस्म की जरूरत-9

मैं मज़े से उनकी चूत चाट रहा था लेकिन मुझे चूत को …

जिस्म की जरूरत-8

‘उफ्फ… बड़े वो हैं आप!’ रेणुका ने लजाते हुए कहा और …

जिस्म की जरूरत-4

रेणुका तेज़ क़दमों के साथ दरवाज़े से बाहर चली गईं… म…

जिस्म की जरूरत-2

उनके मुड़ते ही मेरी आँखें अब सीधे वहाँ चली गईं जहा…

जिस्म की जरूरत-5

‘जी नहीं… यह हमारी मम्मी का हुक्म है और उनकी बात को…

लिंग की आत्मकथा

मैं शेखर का लिंग हूँ। मुझे अनेकों उपनामों से जाना…

योनि की आत्मकथा

लेखक : शगन कुमार मैं प्रगति की योनि हूँ ! प्रगति एक…

लव की आत्मकथा-3

आपने मेरी कहानी के दो भाग पढ़े। आपके पत्र मुझे मिले…