Search Results for "परी-वार-की-ग्रुप-चू-दाई"

कुंवारी भोली–11

शगन कुमार मैंने चुपचाप अपने छेद को 3-4 बार ढीला क…

परोपकारी बीवी-1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। इससे पहले…

बीवी की सहेली-1

प्रणाम पाठको, आपका धन्यवाद कि आपने मेरी कहानियाँ पढ़…

लिंग की आत्मकथा

मैं शेखर का लिंग हूँ। मुझे अनेकों उपनामों से जाना…

पतिव्रता नारी-2

लेखिका : नेहा वर्मा मैं बहुत देर तक उन दोनों के नं…

जिस्म की जरूरत-9

मैं मज़े से उनकी चूत चाट रहा था लेकिन मुझे चूत को …

परोपकारी बीवी-4

जवाहर जैन मैं अलका को चोदना चाहता था पर स्नेहा को …

संसर्ग : एक कविता

सभी गदराई हुई लड़कियों, भाभियों और आंटियों के गीले…

अंजलि की खुशी-1

प्रेषिका : लक्ष्मी कंवर हाय! मैं अपने रहस्य अपनी सबसे…

परोपकारी बीवी-5

जवाहर जैन स्नेहा बोली- मुझे अपनी बात तो पूरी करने …