Search Results for "परिवार-मै-योगा"

तीन पत्ती गुलाब-37

मुझे पहले तो थोड़ा संशय था पर अब तो मैं पूरे यकीन …

तीन पत्ती गुलाब-35

अब भाभी बैड पर पेट के बल लेटी गई थी और भैया ने उन…

तीन पत्ती गुलाब-34

भाभी ने अपने दोनों हाथ भैया की पीठ पर कस लिए और अ…

लड़कपन की यादें-4

काफी देर तक सोनी नहीं आई तो मैंने फिर से उसे आवाज…

तीन पत्ती गुलाब-36

मैं दफ्तर जाने के लिए तैयार होने बैडरूम में चला आय…

लड़कपन की यादें-1

मैं काफ़ी समय से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अधि…

तीन पत्ती गुलाब-38

हे लिंग देव !!! आज तो तुमने सच में ही लौड़े लगा ही…

तीन पत्ती गुलाब-39

और फिर दूसरे दिन सुबह जब मधुर स्कूल चली गई तो गौरी…

तीन पत्ती गुलाब-41

मैंने गौरी को अपनी गोद में उठा लिया। “ओह… रुको तो…

सन्ता बन्ता और पप्पू

सन्ता प्रीतो के घर बन्ता और जीतो आये तो प्रीतो ने उन्ह…