Search Results for "परिवार-मै-योगा"

पड़ोसन की चूत की आग

सबसे पहले आप सभी प्रेम के रसिकों को मेरा प्रणाम। मै…

सन्ता बन्ता और पप्पू

सन्ता प्रीतो के घर बन्ता और जीतो आये तो प्रीतो ने उन्ह…

तीन पत्ती गुलाब-10

सुबह के लगभग 8 बजे हैं। रात को थोड़ी बारिश हुई थी …

जिस्म की जरूरत -25

तभी एक परिचित सी मोहक सुगंध ने मेरा ध्यान अपनी ओर …

जिस्म की जरूरत-21

अरविन्द भैया ने हम दोनों से पार्टी की बातें पूछीं औ…

जिस्म की जरूरत -26

कुछ देर हम एक दूसरे के शरीर को सहलाते हुये अपनी ग…

जेम्स की कल्पना -2

मेरा मन उल्टे कल्पना करता है – वहाँ बंद कमरे में यौ…

तीन पत्ती गुलाब-17

गौरी ने एक नज़र मेरे अर्ध उत्तेजित लंड पर डाली और फि…

तीन पत्ती गुलाब-11

आज भी मैं थोड़ा जल्दी उठ गया था। मधुर ने बेडरूम में…

लड़कपन की यादें-2

रात हुई, हम तीनों ने खाना खाया, थोड़ी देर ड्राइंग र…