दिल्ली की दीपिका-1
प्रेषिका : दीपिका हैल्लो दोस्तो, मैं दीपिका हूँ, अन्त…
लड़कपन की यादें-10
अन्तर्वासना की कहानियाँ सत्य हैं अथवा काल्पनिक इसका न…
दिल्ली की दीपिका-7
मैं बोली- कल तुम सोने के लिए जल्दी चले गए थे। मुझे…
गांव की कच्ची कली-2
मेरे दोस्त की जवान बहन की चूत भी चुदने के लिए उताव…
गांव की कच्ची कली-1
मेरे गांव वाले घर के पड़ोसी लड़का मेरा अच्छा दोस्त है…
तृष्णा की तृष्णा पूर्ति-2
तरुण के लिंग को देखने के बाद मेरी कामुकता का फिर …
तृष्णा की तृष्णा पूर्ति-3
क्योंकि पिछले 40 मिनट से दरवाजे के पास खड़े हो कर म…
तृष्णा की तृष्णा पूर्ति-1
प्रिय अन्तर्वासना के पाठको ! आप सब को इस नाचीज़ तृष्णा…
एक भाई की वासना -1
सम्पादक – जूजा जी दोस्तो, यह कहानी पड़ोसी मुल्क से कि…
एक भाई की वासना -3
सम्पादक – जूजा जी हजरात आपने अभी तक पढ़ा.. मैंने उस…