मर्द की ग़ुलाम
प्रेषिका – शोभा दोस्तो, अन्तर्वासना पर मैंने बहुत कहा…
बहन का लौड़ा -54
अभी तक आपने पढ़ा.. रोमा के जलवे देख कर नीरज का लौड़…
बहन का लौड़ा -56
अभी तक आपने पढ़ा.. ममता की चूत और गाण्ड को जम कर चो…
गर्मी का एहसास
प्रेषक : मेरा नाम शाहिद है, अहमदाबाद का रहने वाला…
बहन का लौड़ा -50
अभी तक आपने पढ़ा.. मीरा ने राधे का हाथ हटाया और उस…
उस रात की बात-1
(एक रहस्य प्रेम कथा) मिक्की ! मेरी जान, मेरी आत्मा, म…
तीन कलियां ९९९
रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे, होस्टल सुनसान सा हो ग…
अकेली मत रहियो
मेरी यह कहानी, मात्र कहानी ही है। आदरणीया नेहा दीद…
चाची की काली चूत
Chachi Ki Kali Choot अन्तर्वासना के प्रिय पाठकों.. न…
यह कैसा संगम-4
नेहा वर्मा राधा तो मस्ती से चुदे जा रही थी। एक लय म…