तीन कलियां ९९९
रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे, होस्टल सुनसान सा हो ग…
चाची की काली चूत
Chachi Ki Kali Choot अन्तर्वासना के प्रिय पाठकों.. न…
बहन का लौड़ा -40
अब तक आपने पढ़ा.. मीरा- कल नहीं.. आज ही.. तुम मेरी…
बहन का लौड़ा -42
अभी तक आपने पढ़ा.. राधे ने एक ही झटके में पूरा लौड़…
दोस्त की सौगात
नमस्कार अन्तर्वासना के सभी पाठकों को ! मैं अमित नेहर…
बहन का लौड़ा -37
अब तक आपने पढ़ा.. नीरज उसको अन्दर ले गया और बड़े प्या…
नफीसा का प्रेम
प्रेषक : समीर दीक्षित दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है।…
बहन का लौड़ा -44
अभी तक आपने पढ़ा.. ममता- अरे बाप रे रात को मीरा बी…
वासना के पंख-1
दोस्तो, आपने मेरी पिछली कहानी होली के बाद की रंगोल…
बहन का लौड़ा -43
अभी तक आपने पढ़ा.. कुछ देर दोनों एक-दूसरे की बाँहो…