पंजाबी लौड़ा

प्रेषक : गुरप्रीत सिंह हेलो ! आप सब भाभियों और औरतो…

ससुराल गेंदा फ़ूल-2

सवेरे मैं सुस्ती में उठी… अलसाई सी बाहर बरामदे में…

अब मैं तुम्हारी हो गई -1

प्यारे पाठको ! मेरा नाम भगु है। मैं अन्तर्वासना का न…

मेरी सीधी सरल भाभी

नमस्ते दोस्तों ! यह कहानी बिल्कुल सच्ची है। मैं विदिश…

स्वतन्त्रता दिवस

प्रेषक : आशीष उज्ज्वल हाय दोस्तों, मेरा नाम आशु है। म…

मुझे तुम्हारी जरूरत है

प्रेषक : अमित हाय दोस्तो ! मेरा नाम विजय है, मैं हि…

देवर से बुझी प्यास

मेरा नाम पल्लवी है, मेरी शादी हुए २ साल हो गए हैं,…

जंगल में मंगल

नमस्ते दोस्तो! मेरा नाम कृष्णा है, मैं आपसे अपना पहल…

बच गई मेरी नौकरी

लेखिका : दिव्या डिकोस्टा मैं किरण, तीस वर्ष की एक नर्…

मार डाला रे!

मैं ग़ुड़गाँव से हूँ। मैं 25 साल का हूँ और मैं हर व…