मेरा गुप्त जीवन- 124

कम्मो ने मेरे सर को सहलाया और फिर हम दोनों उठ बैठे…

मेरा गुप्त जीवन- 125

मैंने सब मैडमों को बता दिया और उन्होंने फैसला लिया…

पलक और अंकित के बाद

लेखक : सन्दीप शर्मा दोस्तो, उम्मीद है आप सभी मजे में …

मेरा गुप्त जीवन- 141

मैंने तीन चार बार ही ऐसा किया कि रति अपनी कमर नीच…

मेरा गुप्त जीवन- 122

जब कम्मो जाने लगी तो मैंने उसके लबों पर एक हॉट किस…

आनन्द भरा सुहाना सफ़र

मिताली और उनके पति पंकज सहारनपुर में रहते थे, पंक…

अपनी मौसी को ही चोद !

हेल्लो दोस्तो, कैसे हो आप! मैं आपका प्यारा मेजस्टी, ज…

ताऊ की लड़की को चोदा-3

चचेरी बहन से सेक्स की चाहत की इस कहानी के पिछले भा…

मेरा गुप्त जीवन- 140

कम्मो कुछ देर सोचते हुए बोली- छोटे मालिक रति को भी…

मेरा गुप्त जीवन- 170

अगले दिन बारात का दिन था तो सभी उस काम में व्यस्त थ…