मैं, वो और उसकी बेटी
यह एक सच्ची कहानी है, मानो या न मानो, आज से तीन सा…
एक तवायफ की आत्मकथा
काल बॉय सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि दुनिया में मर्द भी …
मेरा गुप्त जीवन-107
कपड़े पहन कर हम वहाँ से निकले लेकिन मैंने जाने से …
मेरा गुप्त जीवन- 168
मैं बड़ी धीरे धीरे चुदाई कर रहा था ताकि ऊषा पुनः ग…
मेरा गुप्त जीवन- 136
अगले दिन सुबह ही मैं, कम्मो और निम्मो लखनऊ वापस जान…
बिना शादी के बना बाप- 2
प्रेगनेंसी सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मेरी दोस्त ने अपन…
मेरा गुप्त जीवन- 174
अब बिमला मौसी मुझको लेकर एक कोने में चली गई और मे…
मेरा गुप्त जीवन- 108
कम्मो कहने लगी- अभी तो रात के 11 बजे हैं आप कम से …
नीतू और मेरा तन-मिलन
लेखक : लवली सिंह दोस्तों मैं लवली, फगवाड़ा पंजाब, स…
मेरा गुप्त जीवन- 173
हम ये बातें कर ही रहे थे कि जसबीर हल्के से भिड़े दर…