रैगिंग ने रंडी बना दिया-68

अब तक की इस फ्री सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि जॉन ने फ्लॉरा को बातों में बहका कर उसकी चुत में अपना मूसल लंड पेल कर उसकी चुत की सील तोड़ दी थी. लेकिन फ्लॉरा की टाईट चुत के कारण जॉन का लंड भी छिल गया था जिससे उसने लंड बाहर निकाल लिया था. अब आगे..

फ्लॉरा अब भी बेहोश थी. उसकी चुत से ज़्यादा तो नहीं.. मगर थोड़ा खून निकला, जो बिस्तर पे लग गया. जॉन ने वहां फ्लॉरा की टी-शर्ट रखी और कोल्ड क्रीम उंगली पर लगा कर अच्छे से फ्लॉरा की चुत में लगाने लगा. फिर उसने अपने लंड पे भी ढेर सारी क्रीम लगा ली.

जॉन ने लंड को चुत पर फिर से सैट किया और जोर से धक्का मारा. पूरा लंड चुत में घुस गया. अब जॉन स्पीड से चुदाई करने लगा. थोड़ी देर बाद जॉन ने बोतल से पानी फ्लॉरा के मुँह पर डाला, जिससे वो होश में आ गई. फ्लॉरा कुछ समझ पाती तब तक जॉन ने उसकी कमर को पकड़ कर झटके मारने शुरू कर दिए और साथ ही साथ वो उसके निप्पलों को भी चूसने लगा.

फ्लॉरा- एयेए एयेए उउह भाई आह.. बहुत आह दर्द ह..हो र्ररहा है आह….

जॉन ने फिर उसके होंठ दबा लिए ताकि उसका रोना बंद हो जाए और वो राजधानी एक्सप्रेस की स्पीड से उसकी चुदाई करने लगा. कमसिन लड़की की चुत जितनी टाइट होती है, उससे कहीं ज़्यादा उसमें गर्मी होती है. बड़े से बड़ा चोदू भी उस आग के सामने ज़्यादा टिक नहीं पाता.

जॉन भी अब चुदाई के चरम सुख को प्राप्त करने के लिए तैयार था. उसकी नसों में खून की गति बढ़ गई थी और किसी भी पल सुनामी आ सकती थी. इधर फ्लॉरा को तो कोई मज़ा नहीं आ रहा था.. वो तो बस दर्द से ही बेहाल थी. जब जॉन का पानी उसकी चुत में भरने लगा.. तब जाकर उसे थोड़ा सुकून मिला और उसने गरम वीर्य से दर्द में कुछ राहत से लंबी सांस ली.

जॉन अब अलग होकर लेट गया था और फ्लॉरा बस उसे घूरे जा रही थी.

जॉन- सॉरी बेबी.. पहली बार में ऐसा होता है. उसके बाद बस मज़े ही मज़े आते हैं. फ्लॉरा- भाई आप बहुत गंदे हो. मेरी जान निकल जाती.. कितना दर्द हुआ मुझे. आप झूठे हो.. वो वीडियो भी झूठे थे. कुछ मज़ा नहीं आता, आज के बाद मैं आपसे बात भी नहीं करूँगी.. और मॉम को सब बता दूँगी. जॉन- नहीं फ्लॉरा.. मैं झूठ नहीं बोल रहा. आज तेरी सील टूटी तब दर्द हुआ. यकीन करो चुदाई जैसा मज़ा दुनिया में कहीं नहीं है.

फ्लॉरा बहुत देर तक जॉन से लड़ती रही मगर एक चालाक लड़के के सामने वो बच्ची कहाँ टिक पाती. जॉन ने फिर उसे बातों में फँसा लिया और बड़े प्यार से गर्म पानी से उसकी चुत को साफ किया. उसे दर्द ख़त्म करने की दवा दी और एक घंटे बाद फिर बिस्तर पर वो उसके मम्मों को सहलाने लगा.

फ्लॉरा- भाई उस टाइम कितना मज़ा आ रहा था.. मेरी चुत से बस पानी आने ही वाला था कि आपने लंड घुसा कर सब गड़बड़ कर दिया. जॉन- अरे मेरी बेबी.. तू अधूरी रह गई थी. कोई बात नहीं जानेमन.. चल अब तेरी चुत चाट कर मैं तुझे मज़ा दे देता हूँ. फ्लॉरा- नहीं.. देखो आपने क्या कर दिया. मेरी चुत कैसे सूज कर लाल हो गई है. अब आप जीभ टच करोगे तो मुझे दर्द होगा. जॉन- नहीं बेबी कुछ नहीं होगा, जितना दर्द होना था हो गया. अब बस मज़े ही मज़े हैं.

जॉन फिर शुरू हो गया. वो फ्लॉरा के निप्पलों को चुटकी में दबा कर मसलने लगा.. उन्हें चूसने लगा. फ्लॉरा- सस्स आह.. आराम से भाई.. दुख़ता है.

जॉन ने धीरे-धीरे उसके जिस्म को चाटना शुरू किया. फिर उसकी चुत को भी धीरे से चाटा.

फ्लॉरा- सस्स आह.. उफ़ भाई दर्द हो रहा है आह.. मगर हल्का सा.. उफ़ मीठा सा मज़ा भी आ रहा है. हाँ ऐसे ही करो. जॉन- बेबी मेरे ऊपर आ जाओ तुम लंड को चूसो.. मैं चुत की मालिश जीभ से करता हूँ.

दोनों 69 के पोज़ में आ गए. दस मिनट तक जॉन चुत को चाटने में लगा रहा अब फ्लॉरा उत्तेजित हो गई थी. उसकी चुत के भीतर खुजली होने लगी थी जो अब जीभ से नहीं मिट सकती थी. उसे तो अब लंड ही चाहिए था.

फ्लॉरा- आह.. भाई उफ़.. जीभ अन्दर घुसाओ ना.. आह.. और अन्दर.. बहुत खुजली हो रही है. जॉन- बेबी अब जीभ ज़्यादा अन्दर नहीं जा सकती.. तुम कहो तो मैं लंड घुसा कर इसे मिटा सकता हूँ. फ्लॉरा- आह.. नहीं भाई.. सस्स उससे बहुत दर्द होता है. तुम उंगली से करो ना उफ़ आह…

फ्लॉरा बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो गई थी और जॉन तो मौकापरस्त इंसान था.

जॉन- नहीं बेबी कसम से.. अबकी बार दर्द नहीं होगा.. मैं धीरे से करूँगा. तुम देखना अब तुम्हें बहुत मज़ा आएगा. फ्लॉरा- नहीं एयेए आह सस्स भाई मुझे डर लग रहा है. जॉन- बस एक बार थोड़ा सा डालूँगा अगर दर्द होगा बता देना. मैं निकाल लूँगा. फ्लॉरा- सस्स आह.. भाई.. अब बर्दाश्त नहीं होता आह.. धीरे से डालना प्लीज़.. आह.. सस्स..

जॉन ने फ्लॉरा को अलग किया और उसके पैरों को मोड़ कर कमर के नीचे तकिया लगा दिया, जिससे चुत खुलकर उसके लंड के एकदम सामने आ गई.

जॉन- बेबी अब देखो अपने भाई का कमाल.. मैं तेरी चुत को लंड से ही ठंडा करूँगा. फिर तुम कहना कि मज़ा आया या नहीं. फ्लॉरा- आ ठीक है भाई आप डाल दो.

जॉन ने लंड को चुत पे सैट किया और बड़े प्यार से अन्दर घुसाने लगा. फ्लॉरा- आह.. सस्स आआह.. आराम से आह.. दर्द हो रहा है भाई. जॉन ने धीरे-धीरे पूरा लंड चुत में घुसा दिया और अब वो शांत होकर फ्लॉरा पे लेट गया.. उसके निप्पलों को चूसने लगा.

फ्लॉरा- आह.. भाई अब मज़ा आ रहा है… दर्द कम है.. आह.. थोड़ा हिलो ना.. आह.. अपने लंड से मेरी चुत की खुजली मिटाओ ना..! जॉन ने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू किए और फ्लॉरा को मज़ा आने लगा. फ्लॉरा- आह.. सस्स मज़ा आ रहा है.. उई आह.. आराम से.. दर्द होता है. आह.. करो उफ़..

जॉन का लंड अब चुत में बराबर एड्जस्ट हो गया था. चुत से हल्का पानी रिसने लगा था, जिससे लंड को फिसलने में मदद मिल रही थी. फ्लॉरा- आह.. जोर से भाई आह.. उह करो मेरी चुत आह.. आआह एयेए.. फ्लॉरा ने लंबी साँसें लेना शुरू किया और उसकी चुत ठंडी हो गई.. मगर जॉन उसी लय में उसकी चुदाई करता रहा.

थोड़ी देर बाद उसको घोड़ी बना कर उसकी चुदाई की. अब फ्लॉरा को चुदाई का असली मतलब समझ आ गया था. वो खुलकर जॉन का साथ दे रही थी.

दोपहर तक जॉन ने 4 बार फ्लॉरा को चोदा. अब दोनों ही थक गए थे और दोनों को जोरों की भूख भी लगी थी.

फ्लॉरा- आहह भाई.. पैरों में ज़रा भी ताक़त नहीं. देखो मैं उठ भी नहीं पा रही हूँ. जॉन- फ्लॉरा बेबी आज पहला दिन था.. तो ऐसा हुआ. अब रोज चुदेगी ना.. तो फिर देखना तुझे लंड की आदत हो जाएगी. फ्लॉरा- भाई एक बात कहूँ.. शुरू में तो दर्द से जान निकल गई थी मगर बाद में ऐसा मज़ा आया कि क्या बताऊं आपको. जॉन- बस बेबी अब तुझे अपनी रानी बना कर रखूँगा. तेरी ऐसी चुदाई करूँगा कि सारी जिंदगी तू लंड-लंड का नाम लेगी. फ्लॉरा- भाई इतनी उछल कूद के बाद बहुत जोरों की भूख लगी है. जॉन- मुझे भी लगी है.. इसी लिए मैं बाहर से पहले ही पिज़्ज़ा ले आया था.

दोनों ने साथ में खाना खाया. फिर सो गए और शाम को देर तक सोते रहे.

रात को जॉन ने फ्लॉरा को फिर चोदा और 2 दिन तक इन दोनों ने बहुत चुदाई की. अब फ्लॉरा के मॉम-डैड आ गए थे मगर जॉन और फ्लॉरा चुदाई का मौका ढूँढ ही लेते.

जॉन ने फ्लॉरा की गांड भी खोल दी थी और फ्लॉरा अब लॉलीपॉप की जगह बस जॉन का लंड ही चूसती थी.

तीन साल तक ये चुदाई का खेल चलता रहा. अब तो फ्लॉरा बिना लंड लिए सोती ही नहीं थी. मगर जॉन की पढ़ाई पूरी हो गई थी और उसके पापा को हार्ट अटॅक हुआ तो उसे जल्दी में अमेरिका जाना पड़ा.

जब जॉन चला गया. फ्लॉरा बहुत रोई थी और कुछ दिन उदास भी रही, उसके बाद उसने कॉलेज के एक लड़के से दोस्ती की और धीरे-धीरे वो दोनों घुल मिल गए. अब चुदाई भी होने लगी मगर वो लड़का ढीला था. फ्लॉरा जैसी सेक्सी लड़की को संतुष्ट नहीं कर सकता था इसलिए उनका ब्रेकअप हो गया और फ्लॉरा फिर से अकेली हो गई.

बस यार 5 पार्ट फ्लॉरा की कहानी सुनाने में बन गए.. बाकी सबको तो हम भूल गए. तो दोस्तो अब भूतकाल से निकलो और वापस वर्तमानकाल में आ जाओ. यहाँ बहुत कुछ देखना बाकी है और इनकी ये हरकतें भविष्य में बहुत मज़ा देने वाली हैं.. तो हम कहाँ थे.

हाँ याद आया.. खाने की टेबल पे दोनों बाप बेटी बैठे थे, तो चलो वहीं वापस चलते हैं.

खाने के बाद फ्लॉरा अपने पापा के कमरे में गई और उन्हें देख कर मुस्कुराने लगी.

जॉय- अब क्या हुआ.. तुम यहाँ क्यों आई हो? फ्लॉरा- वो आपसे एक बात करनी थी. पापा आपने कहा था ना कोई फ्रेंड बना लूँ. यहाँ तो मेरे कुछ फ्रेंड बने हैं और मैं उन्हें यहाँ बुलाना चाहती हूँ. जॉय- अरे तो बुला लो बेटा.. इसमें पूछना क्या है. वो यहाँ आएँगे तो मैं भी उनसे मिल लूँगा.. इसमें क्या है? फ्लॉरा- पापा, आप मॉम का क्या करोगे? जॉय- क्या मतलब मॉम का क्या करोगे? फ्लॉरा- पापा वो मेरे फ्रेंड हैं. अब सब आपके जैसे सीधे तो है नहीं जो मुझे ऐसे आधी नंगी देख कर आँखें झुका लेंगे. वो तो कुछ हरकत करेंगे ही. जॉय- फ्लॉरा तुम मुझसे किस बात का बदला ले रही हो. मेरे सब्र का इतना इम्तिहान मत ले.. मैं तेरा बाप हूँ. मेरे सामने ऐसे नंगी होना, ऐसी गंदी बातें करना ठीक नहीं है. फ्लॉरा- आप किस मिट्टी के बने हो पापा जो पिघलते ही नहीं उहह..

फ्लॉरा वहां से गुस्से में अपने कमरे में चली गई और जॉय वहीं बैठा उसे जाते हुए देखता रहा.

सॉरी दोस्तो, आप फिर मुझे कोस रहे होंगे कि इतने पार्ट हो गए मगर ये फ्लॉरा और उसके पापा का राज सामने नहीं आया. अब ये अभी बताने लगी तो पीछे की सारी कहानी आप भूल जाओगे तो प्लीज़ थोड़ा और वेट करो. अब जब भी मौका मिलेगा ये राज भी आपको ज़रूर बता दूँगी, फिलहाल हम वापस सुमन कैसे रंडी बनी, उस कहानी पर ध्यान देते हैं.

मेरे प्यारे साथियो, आप मुझे मेरी इस फ्री सेक्स स्टोरी पर मर्यादित भाषा में ही कमेंट्स करें.

[email protected] कहानी जारी है.