शादीशुदा लड़की का कुंवारी सहेली से प्यार-1

दोस्तो, आज एक लम्बे अंतराल के बाद आपसे मुखातिब हूँ अपनी नयी कहानी के साथ. आज की कहानी विनय और रीना की है, जिनकी शादी छह महीने पहले ही हुई है. विनय एक एमएनसी में मार्केटिंग हेड है और रीना भी एक फ्रीलांसर इन्श्योरेन्स एडवाइज़र है और वो अपना काम घर से ही करती है. उसे बस हफ्ते में एक दिन ही ऑफिस जाना होता है. दोनों की लव मैरिज है और घर वालों की मर्जी के खिलाफ है.

रीना को उसकी एक बचपन की सहेली कविता का सपोर्ट है जो उसी शहर में रहती है और बैंक का जॉब करती है. रीना और कविता दोनों दिल्ली साथ साथ पढ़ कर बड़ी हुईं और वहीं से दोनों ने पढाई पूरी करी. हॉस्टल में दोनों रूम मेट थीं और आपस में बहुत खुली हुईं थी. रीना ने सीधी सादी कविता को भी बदमाश बना दिया था. रीना ने हॉस्टल में कविता को अपनी बीवी बना कर रखा. कविता और उसके बीच बहुत प्यार था और अच्छी अंडरस्टैंडिंग थी, इसलिए कभी उनके किस्से नहीं बने पर रूम का गेट बंद होते ही रीना अपने और कविता के कपड़े बदल देती. रीना को शार्ट ड्रेसेज, फ्रॉक्स का बहुत शौक था. वो खुद भी वो ही पहनती और कविता को भी वो ही पहनाती. रात को दोनों चिपट कर सोतीं.

वो तो विनय का बांकपन रीना को भा गया वर्ना वो और कविता तो मियां बीबी की तरह रह ही रहे थे. कविता उसे बार बार समझाती की ज्यादा मस्ती न किया कर चूत चौड़ी हो जाएगी पर रीना तो मानती ही नहीं थी, चूत की खुजली मिटाने का हर इंतजाम था उसके पास.

जब रीना को विनय से प्यार हुआ, तो उसे कविता का ख्याल आया कि बिना उसके कविता कैसे रहेगी. पर जैसे ही कविता को एहसास हुआ की रीना विनय से शादी करना चाहती है और उसकी वजह से नहीं कर रही है तो वह तुरंत ही वसंत कुञ्ज में पेइंग गेस्ट बन कर अकेली रहने लगी. हालाँकि रीना बहुत रोई कि कविता शादी के बाद भी उसी के साथ रहे. पर कविता समझदार थी और वो अपने निर्णय पर अडिग रही.

विनय और रीना दोनों ही बहुत स्मार्ट और खुले विचारों के हैं. दोनों ने अभी अगले 4-5 सालों के लिए बच्चे न करने की प्लानिंग की है. रीना बहुत सेक्सी सोच रखती है और सही मायने में उसकी यही चुलबुली अदा विनय को भा गयी. रीना ने खुद को भी अपनी सोच जैसा मेन्टेन कर रखा है और विनय को भी वह स्टाइलिश बना कर ही रखती है.

ड्रिंक्स और लेट नाइट पार्टी से दोनों को एतराज नहीं है, पर घर आने के बाद एक जोरदार सेक्स उनकी आदत में शुमार हो गया है. रीना की वार्डरोब शार्ट और सेक्सी ड्रेसेज से भरी पड़ी है. उसका ड्रेस सेंस ग़ज़ब का है. कभी फूहड़ कपड़े वो नहीं पहनती.

विनय खुद सिगरेट पीता है तो उसके साथ एक दो कश रीना भी मार लेती है, चाहे माहोल पार्टी का ही क्यों न हो. विनय और रीना दोनों ही एक दूसरे को लेकर बहुत पजेसिव हैं. किसी तीसरे की दखल अंदाजी उनकी जिन्दगी में उन्हें बर्दाश्त नहीं.

इन छह महीनों में उन लोगों ने एक विदेश टूर और गोवा का टूर मार लिया. खजुराहो तो वो यह तय करने के बाद कि उन्हें शादी करनी है, कर लिया था. बल्कि सही मायने में खजुराहो में ही वो हम बिस्तर हुए थे तो उन्होंने वापिस आते ही कोर्ट मैरिज कर ली थी.

महीने में दो-तीन बार रीना कविता को अपने पास बुला लेती है और साथ डिनर के लिए, पर कविता उसके लाख रोकने पर भी कभी रात को नहीं रुकी. दोनों की रोज बात होती हैं और रीना का हर सेक्स एपिसोड कविता को मालूम है. कविता को रीना जितनी सेक्स की भूख नहीं है पर रीना की बात सुन सुन कर उसकी भी चूत गीली हो जाती थी और वो कभी उंगली से, कभी वाइब्रेटर से चूत को शांत कर लेती थी.

उसे एक दोपहर को रीना का फोन आया कि विनय शाम को तीन-चार दिन के लिए टूर पर जा रहा है तो कविता उसके घर पर ही तीन चार दिन रुके, वहीं से बैंक जाए. कविता न नहीं कर पायी, क्योंकि अगले दिन शनिवार था तो दो दिन तो बैंक बंद ही रहेगा.

शाम को कविता घर होते हुए रीना के पास पहुँच गयी. विनय जाने को तैयार था, विनय ने हमेशा की तरह कविता को फ्लाइंग किस दिया. कविता भी जीजू की दीवानी थी तो उसने भी हंस कर गले लगा कर विनय को गाल पर किस दिया. रीना ने विनय को कविता की इतनी तारीफ कर रखी थी कि विनय कविता को साली जैसा ही प्यार देता था. उन तीनों के बीच बहुत खुलापन भी था, मसलन विनय रीना को चिपटा कर किस कर लेता था या और कुछ, पर कभी भी उसने कविता से एसा कुछ नहीं किया जो कविता को बुरा लगे.

हालाँकि रीना के साथ रह कर कविता भी बहुत बोलने लग गयी थी, वो मजाक में रीना को धक्का देकर विनय से चिपट कर ही बैठती.

एक बार उसने विनय से पूछा- मुझे कब मौसी बना रहे हो? तो विनय बोला- मैं तो तैयार हूँ पर तुम्हारी सहेली रोज मेरा सामान थेली में रख कर बाहर फेंक देती है. कविता नहीं समझी तो विनय बोला- ये बिना कंडोम के करती नहीं, अब तू मौसी कैसे बनेगी. इस पर कविता बोली- चलो, मैं अंदर कर लेती हूँ, बच्चा पैदा करके तुम्हें दे दूँगी. सब हंस पड़े.

विनय चला गया.

रीना कविता से बोली- अब तीन दिन हम बिल्कुल ऐसे ही रहेंगी जैसे हॉस्टल में रहती थी. कविता बोली- ज्यादा बदमाशी मत कर, पहले कुछ खिला, बड़ी भूख लगी है.

दोनों किचन में चली गयीं और अपने अपने मतलब का सामान निकाल कर डाइनिंग टेबल पर आ गयीं. रीना फ्रिज का डोर खोल कर बोली- चिल्ड बियर लेगी या जूस? कविता बोली- इस समय जूस.

पेट भरने के बाद दोनों बेड पर पसर गयीं. रीना को बदमाशी सूझ रही थी. बोली- चल पब में चलते हैं. हालाँकि दोनों को पब गए एक ज़माना हो गया था. कविता ने कोई जवाब नहीं दिया तो रीना गुस्से में बोली- ज्यादा शराफत की जरूरत नहीं है… और सुन मेरी विनय से बात हो गयी है अब तू हमारे साथ ही रहेगी. इस फ्लैट का बाहर वाला गेस्ट रूम तेरा. कविता को मालूम था कि इस समय रीना से बहस करना बेकार है.

रीना ने उसका कुरता खींचते हुए कहा- चल नहाने चल, फिर तैयार होकर चलते हैं मस्ती करने. उसने एक झटके में अपने और कविता के कपड़े उतार दिए और दोनों हंसती हुई शावर के नीचे खड़ी हो गयीं. आज छह महीने बाद दोनों साथ नहा रही थीं. पहले तो ये रोज की बात थी. स्क्रबर से कविता ने रीना की पीठ रगड़ दी. पहले भी ये काम उसे ही करना पड़ता था क्योंकि रीना तो हवा हवाई थी. वो कोई काम आराम से कर ही नहीं सकती थी.

रीना ने कविता को चिपटा कर अपने मम्मों से उसके मम्मे दबा लिए, दोनों के होठ भी मिल गए, दोनों ऐसे चिपटी जैसे कब की बिछड़ी मिली हों.

खैर नहा कर बाहर आयीं दोनों… रीना ने ड्रायर से अपने और कविता के गीले बाल सुखाये. रीना के तो हाथ और पैर की उँगलियों पर सुर्ख लाल रंग का नेल पेंट लगा था. कविता ने भी अपने नेल्स पर वो ही रंग लगाया. कविता रीना से ज्यादा सुंदर और स्मार्ट है, उस पर हर रंग फबता है.

दोनों ने आज स्कर्ट टॉप पहना. आज दोनों छह महीने पुरानी मॉडर्न लड़कियों वाले आउटफिट में आ गयीं थीं. रीना मूड में थी. उसने सिगरेट जला कर एक छल्ला कविता के मुँह पर मारा. कविता नाराज हुई, बोली- अब सिगरेट छोड़ और चल! रीना ने चलते चलते फ्रिज से व्हिस्की निकाल कर एक मोटा पेग बना लिया जिसे दोनों ने शेयर कर के ही बाहर कदम निकाले.

कविता ने आज बहुत दिनों के बाद व्हिस्की ली थी तो उसे सुरूर सा हो रहा था. कनाट प्लेस के अपने चिर परिचित पब में दोनों पहुंची और मस्ती में मस्त हो गयीं. रीना के पर्स में सिगरेट थी तो दोनों ने कश भी मार लिए. डांस फ्लोर पर मटकाने से लेकर ड्रिंक्स की पूरी मस्ती लेकर दोनों 10 बजे पब से निकली. आज छह आठ महीने बाद इतनी मस्ती हुई थी उनकी.

भूख लग आयी थी दोनों को. कनाट सर्किल तो रात को पूरे शवाब पे आ जाता है. नरुलाज से उन्होंने बर्गर और कोल्ड काफी ली और गाड़ी दौड़ा दी अपने फ्लैट की ओर.

आज कविता भी बहुत खुश थी. जब से रीना की शादी हुई थी, उसके जीवन में सूनापन था, पर वो रीना को डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थी. अब उसकी शादी की लिए उसके माता पिता पूरे प्रयास कर रहे थे. कविता को विनय के ऑफिस में ही एकाउंट्स हेड की पोस्ट पर काम करने वाला कुशाग्र पसंद था. कुशाग्र भी उसे पसंद करता था. रीना और विनय तो पीछे पड़े थे उन दोनों के. पर कविता के पिता रशियन एम्बेस्सी में काम करते थे और एक साल के असाइनमेंट पर रशिया गये हुए थे. वो इसी महीने आने वाले थे. उनके आने के बाद ही इस मामले को आगे बढाया जा सकता था.

खैर दोनों गाड़ी पार्क करके फ्लैट में घुसीं. डोर लॉक करते ही रीना ने टॉप निकाल फेंका और ब्रा भी हवा में उछाल दी. वो पागलों जैसी हंस रही थी… उसे ज्यादा ही मस्ती चढ़ गयी थी. रीना ने फ्रिज खोला और बियर निकाल ली. वो बेडरूम में चली गयी.

कविता भी वाशरूम में जाकर फ्रेश होकर कपड़े बदल आई. वो बेडरूम में पहुंची तो देखा रीना बेड में घुस चुकी है और अधलेटी होकर उसकी ओर देख कर मुस्कुरा रही. उसने चादर ओढ़ रखी थी. उसके एक हाथ में बियर थी. कविता समझ गयी कि आज ये नहीं सोने देगी. वो बेड की ओर बढ़ी तो रीना ने चिल्ला कर उसे बेड पर चढ़ने रोक दिया, वो बोली- कमीनी तुझे नहीं मालूम कि हमारे बेड पर कपड़े पहन कर आने की मनाही है.

कविता ने चादर उठा कर देखा तो अंदर रीना निपट नंगी थी. हंसते हुए उसने अपनी नाइट ड्रेस उतार फेंकी और शामिल हो गयी नंगों की टोली में. उसके चादर में घुसते ही रीना ने उसके मुख से बियर लगा दी. कविता ने एक लम्बा घूँट लिया तो रीना ने बियर एक ओर रख दी और झपट पड़ी कविता के ऊपर.

कविता के मम्मे उसने जोर से दबा कर अपने मुख में ले लिए और अपने एक हाथ से उसकी चूत को मसलने लगी. कविता को हॉस्टल के पुराने दिन याद आ गए. दोनों के होंठ मिल गए थे और दोनों की जीभें एक दूसरे को चूस रही थीं.

दस मिनट के प्रेमालाप में दोनों की आग भड़क चुकी थी. रीना ने कहीं छिपाकर रखा हुआ एक दोनों तरफ लंड की शेप का बना हुआ वाइब्रेटर निकला और कविता को अपने बगल में लिटा कर वाइब्रेटर का एक सिरा कविता की चूत में और दूसरा सिरा अपनी चूत में करके स्विच ऑन कर दिया. अब वाइब्रेटर की वाईब्रेशंस ने उन दोनों की चूत में आग लगा दी दोनों कामाग्नि से तड़फ रही थी और वाइब्रेटर तो पूरा उनकी चूत में घुस चुका था.

जब हालात बर्दाश्त से बाहर हो गए तो कविता ने अपनी चूत से वाईब्रेटर निकाल दिया और रीना के चूत से भी बाहर करके उसके ऊपर 69 की मुद्रा में लेट गई और अपनी जीभ से रीना की चूत को चूसने लगी. रीना ने भी अपनी जीभ कविता के चूत में घुसा दी. दोनों हांफ रही थी.. दोनों का पानी छूट कर एक दूसरे के मुँह पर लग चुका था. थक कर निढाल होकर दोनों पड़ गयी और सो गयीं.

दो सखियों की प्रेम सेक्स कहानी जारी रहेगी. [email protected]

शादीशुदा लड़की का कुंवारी सहेली से प्यार-2