अब तक इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि बरखा और अतुल के घर आ जाने से फ्लॉरा और टीना ने उनको भी ग्रुप सेक्स के लिए अपने जाल में फंसाने की कोशिश शुरू कर दी थी. बरखा अनजान लंड से अतुल के सामने चुदवाना नहीं चाहती थी. अब आगे..
टीना ने फ्लॉरा को इशारे से समझा दिया कि क्या कहना है.
फ्लॉरा- अरे अनजान का क्या.. चुत और लंड का तो जन्मों का नाता है यार.. बस एक बार शुरू हुए नहीं कि फिर सब जान-पहचान हो जाएगी और अतुल की टेंशन मत लो, उसको भी साथ ही लेंगे यार.. इसी बहाने उसको भी चोदने को आज नई चुत मिल जाएगी. बरखा- नहीं यार, ये ग़लत होगा. टीना- क्या ग़लत होगा? अरे आज तुम्हारी आज़ादी की आख़िरी रात है.. उसके बाद कल वहां जाकर शादी कर लोगी, फिर कहाँ ऐसा मौका मिलेगा. फ्लॉरा- हाँ यार बरखा ज़रा सोचो.. तुम आज ही यहाँ क्यों आई हो.. भगवान खुद यही चाहता है कि आज तुम खुलकर जी लो ताकि फिर कभी पछतावा ना हो कि ग्रुप सेक्स का मौका मिला था मगर मैंने गंवा दिया. बरखा- बस यार बस मेरी चुत का हाल बुरा हो गया है. मैं तो मान जाऊंगी मगर अतुल को कैसे मनाऊंगी.. वो मुझसे बहुत प्यार करता है. किसी और के साथ मेरी चुदाई को वो कभी नहीं मानेगा. टीना- वो तुम मुझपे छोड़ दो, दुनिया का कोई मर्द ऐसा नहीं होगा, जिसको एक साथ दो चुत फ्री में मिलें और वो ना कह दे. तुम बस एक काम करो.. बाकी मैं संभाल लूँगी.
टीना ने बरखा को कुछ बताया कि कैसे वो अतुल को मनाएगी. उसके बाद तीनों खिलखिला कर हंसने लगीं.. क्योंकि टीना की स्कीम इतनी ज़बरदस्त थी कि बरखा को भी यकीन हो गया कि अब अतुल नहीं बचेगा.
तीनों ने पार्टी के लिए कुछ नाश्ता बनाया. फिर उसके साथ चाय बना कर बरखा अतुल को उठाने कमरे में चली गई. अतुल उठा फ्रेश हुआ और उसने अपने बैग में से एक टी-शर्ट और लोवर निकाल कर पहन लिया. उसके बाद बाहर आ गया.
सब एक साथ बैठ कर नाश्ता कर रहे थे फ्लॉरा ने जालीदार नाईटी पहनी हुई थी और अन्दर कुछ भी नहीं था. उसके चूचे साफ नज़र आ रहे थे और वो जानबूझ कर अतुल के ठीक सामने बैठी थी.
अतुल बार-बार चोरी से उसके मम्मों की झलक देख रहा था. टीना और बरखा यही दिखाने की कोशिश कर रही थीं जैसे उनको कुछ पता नहीं, मगर अतुल की इस हालत का मज़ा वो भी ले रही थीं. फ्लॉरा जैसी सेक्स बम्ब सामने हो तो लंड सलामी ना दे, ये हो ही नहीं सकता था. बेचारे अतुल का भी वही हाल था, उसका लंड भी लोवर में फुंफकारने लगा.
थोड़ी देर ये दूरदर्शन चलता रहा, फिर टीना ने एक पासा फेंका- यार बरखा तुम बहुत लकी हो.. तुम्हें अतुल जैसा प्यार करने वाला मिला ये दिखने में भी कितना हैंडसम है यार. बरखा- ओ हैलो.. ऐसी नज़रों से मत देखो.. ये तुम्हारे जीजू है समझी! फ्लॉरा- अच्छा जीजू हैं तो भाई फिर हम साली बन गई ना.. तो साली का मतलब होता है आधी घर वाली.. हा हा हा हा. टीना- हाँ सही है, अब साली तो मस्ती-मजाक भी करेगी.. क्यों अतुल क्या कहते हो? अतुल- तुम लड़कियों का कुछ पता नहीं.. कब कहाँ क्या सोचती हैं.
फ्लॉरा उठी और अतुल की गोद में जाकर बैठ गई. इस अचानक हमले से अतुल घबरा गया. एक तो उसका लंड पहले ही खड़ा था और अब फ्लॉरा की गांड उसपे थी. वो तो बस ऐसे अकड़ रहा था, जैसे कोई अप्सरा उसके पास हो. अतुल बस फ्लॉरा के बालों की खुशबू में खो गया.
फ्लॉरा- लो भाई, मैं तो अपने जीजू के पास बैठ गई. अब बोलो क्या कहती हो? टीना- जीजू ज़रा संभालना.. आपकी ये साली बहुत शैतान है.. कहीं आपका पोपट ना बना दे. अतुल- इतना भी आसान नहीं है टीना.. मुझे क्या समझा है, अगर मैं शुरू हो गया ना.. तो साली साहिबा भागती नज़र आएंगी. फ्लॉरा- अच्छा ये बात है तो मुझे भी देखना है.. ऐसा क्या करोगे तुम? अतुल- जाने दो नहीं तो बुरा मान जाओगी और वैसे भी बीवी के सामने साली को छेड़ना अच्छी बात नहीं है. बरखा- मेरी टेंशन मत लो अतुल.. जो करना है करो, आज दिखा दो कि तुम कमजोर नहीं हो.
बरखा के कहने के फ़ौरन बाद फ्लॉरा उठी और घूम कर वापस बैठ गई. अब उसके चूचे अतुल के सीने से लगने लगे थे.. जिससे फ्लॉरा की साँसें अतुल को पागल बना रही थीं. तभी फ्लॉरा आगे झुकी और अतुल के कान में बोली- जीजू, आपका गन्ना बहुत गर्म हो गया है.. कहीं जूस ना निकल जाए. अतुल- घबराओ मत साली जी.. ये ऐसा वैसा गन्ना नहीं है.. इसको तो रस के लिए अच्छे से चूसना और निचोड़ना पड़ता है.
फ्लॉरा की बात का जवाब अतुल ने भी धीरे से ही दिया था मगर ये डबल मीनिंग बातें दोनों अच्छे से समझ रहे थे. उधर टीना और बरखा भी समझ गई थीं कि अब लोहा गर्म है तो हथौड़ा मार देना चाहिए. टीना- बरखा, इन दोनों को जाने दे.. ये फ्लॉरा तो ऐसे ही नाटक करती है. तू मेरे साथ आ तुझे कुछ दिखना है.
बरखा ने भी कुछ नहीं कहा और टीना के साथ सामने के कमरे में चली गई और दरवाजा बंद कर लिया.
फ्लॉरा- लो जीजू, आपकी होने वाली वाइफ तो गई.. अब दिखाओ अपना मजबूत गन्ना कैसे रस निकालना है, देखती हूँ. फ्लॉरा ने ये बात अतुल के लंड को टच करके कही थी. अतुल- पागल मत बनो फ्लॉरा.. मजाक की एक हद होती है. उठो ये क्या बचकानी हरकत है. फ्लॉरा- ये मजाक नहीं है अतुल.. तुम सच में बहुत हैंडसम हो और तुम्हारे लंड की गर्मी सीधे मैं अपनी चुत पर महसूस कर रही हूँ. जैसे मैंने ब्रा नहीं पहनी उसी तरह पेंटी भी नहीं है.. क्या तुम्हें मेरी चुत की गर्मी महसूस नहीं हो रही?
फ्लॉरा के खुले शब्दों को सुनकर अतुल एकदम से घबरा गया और उसकी बातों से उसका लंड और अकड़ने लगा. साथ ही उसके दिमाग़ में सीधे फ्लॉरा की चुत की फोटो घूमने लगी. अतुल- ये तुम क्या बोल रही हो.. नहीं प्लीज़ हटो ये ग़लत है.. बरखा आ जाएगी. फ्लॉरा- कूल बेबी घबराओ मत.. बरखा नहीं आएगी टीना उसको आने नहीं देगी. मैंने ही उसको इशारा किया था. अतुल- त्त..तुम मुझसे चाहती क्या हो? प्लीज़ मैं बरखा से बहुत प्यार करता हूँ. फ्लॉरा- यार मैंने कब मना किया, जितना चाहे उसको प्यार करो. बस एक बार प्लीज़ मेरी रिक्वेस्ट है.. मुझे तुम्हारा लंड चूस लेने दो प्लीज़.
इतना कहकर फ्लॉरा अलग हुई और अतुल के लोवर से लंड को बाहर निकालने लगी. बेचारा अतुल तो इस अप्सरा के जाल में ऐसा फँसा कि ना रोकते बना, ना हाँ कहते बना. फ्लॉरा ने उसका तना हुआ लंड बाहर निकाल लिया और अपने होंठों में दबा कर ऐसी चुसाई शुरू की कि अतुल पागल हो गया- सस्स नहीं.. फ्लॉरा आह.. नहीं ये ग़लत है.. आह.. उफ्फ.. बरखा आ जाएगी.
फ्लॉरा ने अब चूसना बंद किया और लंड को हाथ से ऊपर-नीचे करने लगी- क्या भाव खा रहे हो यार.. इतनी सुन्दर लड़की तुम्हारे लंड को चूस रही है और तुम मना कर रहे हो. अतुल- ऐसी बात नहीं है फ्लॉरा.. ये जगह और हालत सही नहीं है वरना मैं तुम्हारी सारी गर्मी अभी निकाल देता. फ्लॉरा- सिर्फ़ मेरी ही? टीना की गर्मी कौन निकालेगा? अतुल- क्या मतलब है तुम्हारा? फ्लॉरा- वो भी तुम्हें देख कर फिदा हो गई है. उसको भी तुमसे चुदाई करानी है. अतुल- रियली..! लेकिन ये होगा कैसे.. क्या तुम दोनों ने कोई प्लान बनाया है?
फ्लॉरा खड़ी हुई और अपनी नाईटी उतार फेंकी. उसका सांचे में ढला हुआ जिस्म देख कर अतुल की वासना जाग गई.
अतुल- आह.. तुम इतनी बिंदास.. कि नंगी हो गईं.. इसका मतलब तुम दोनों ने कोई तगड़ा प्लान बनाया है. फ्लॉरा- हाँ मेरे स्मार्ट जीजू डरो मत.. आ जाओ चूस लो मेरे मम्मों का रस.. कर दो मेरी चुत की चुसाई.. अब तुम्हें बरखा से डरने की कोई जरूरत नहीं है.
अतुल समझ गया कि बरखा नहीं आएगी. इन दोनों ने कुछ स्कीम लगाई होगी. वो फ़ौरन फ्लॉरा पर टूट पड़ा, उसके मम्मों को चूसने लगा. वहीं पास पड़े सोफे पर उसने फ्लॉरा को लेटा दिया और पागलों की तरह उसकी चुत चाटने लगा.
टीना और बरखा शुरू से सब देख रही थीं. जब अतुल पूरी मस्ती में आ गया, तब टीना भी नंगी हुई और बाहर आ गई- जीजू मेरा नंबर कब आएगा? देखो ना मेरी चुत भी कैसी गीली हो गई है.
टीना को नंगी देख कर अतुल के होश उड़ गए. एक बार तो उसने ऊपर से नीचे तक अच्छी तरह टीना को देखा, मगर जल्दी ही उसे ख़तरे का अहसास हो गया. अतुल- त्ता..तुम यहाँ ऐसे त्त..तो बरखा कहाँ है.. उसके साथ तुमने क्या किया? बरखा- मैं यहाँ हूँ अतुल मेरी जान..!
बरखा को देख कर अतुल की हालत पतली हो गई, मगर वो कुछ कहता या सोचता तब तक तीनों जोर-जोर से हंसने लगी थीं.
टीना- हा हा हा मैंने कहा था ना.. ये मर्द जात ऐसी ही होती है. बस चुत की झलक दिखा दो, फिर अपने आप जीभ लपलपाए पीछे-पीछे आ जाता है. फ्लॉरा- हा हा हा इसकी शक्ल तो देखो हा हा हा कैसे 12 बज गए हैं. बरखा- बस भी करो यार, तुम दोनों मेरे जानू को ऐसे मत तड़पाओ. अतुल- यार ये क्या है बरखा.. और तुम भी इनका साथ दे रही हो? बरखा- सॉरी अतुल, मगर इसमें तुम्हारी कोई ग़लती नहीं है.. ये सब हमने प्लान किया था. अतुल- मगर क्यों बरखा? तुम कैसे मुझे किसी के साथ ऐसा करने के लिए सोच सकती हो?
बरखा- तुम्हारी ख़ुशी के लिए कुछ भी.. अब सच सच बताओ तुम्हें मज़ा आया ना? अतुल- मज़ा कैसे नहीं आएगा ऐसी हसीना नंगी सामने हो तो.. वैसे जो बात तुम्हारे अन्दर है ना.. इसमें नहीं है. बरखा- बस बस मस्का मत लगाओ.. मैंने शुरू से सब देखा है. कैसे पागल हुए जा रहे थे और ये भी देखा कि तुमने मेरी चुत तो कभी ऐसे नहीं चाटी. अतुल- नहीं बरखा.. सच्ची मैं तुमसे झूठ क्यों बोलूँगा.. तुम तो मेरी जान हो. बरखा- अच्छा मान लेती हूँ, अब ये बताओ इन दोनों की चुदाई करना चाहते हो या नहीं? अतुल- तुम्हें अगर प्राब्लम नहीं.. तो मैं जरूर करना चाहूँगा. बरखा- मुझे कोई प्राब्लम नहीं है, आज की रात जो चाहो करो, मगर शादी के बाद नहीं.
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