स्कूल टीचर की कामुकता और चोदन

नमस्कार दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का लगभग 4 साल से नियमित पाठक हूँ। लगभग सभी कहानियाँ मैंने पढ़ी हैं। इसकी अब मुझे एक तरह से आदत सी पड़ गयी है। मन किया कि मैं भी आप सबसे अपनी कहानी साझा करूँ। मैं अमित, दिल्ली में रहता हूँ, उम्र 32 साल लंबाई 5 फीट 9 इंच, साधारण शरीर।

यह कामुक चोदन कहानी है लगभग 2 साल पहले की… उस समय मैं एक सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में फिजिकल टीचर के रूप में काम कर रहा था। हमारे स्कूल में सबका माहौल दोस्ताना था तो सब मिल जुल कर खुश रहते थे, खूब बातें करते थे. हामरे स्कूल के ही स्टाफ में से एक टीचर थी झलक मैडम। वे लगभग 40 साल की थी, लंबाई लगभग 5 फीट 3 इंच, थोड़ी मोटी थी, रंग भी सामान्य था। कुल मिला कर सामान्य सा चेहरा था. उनका और मेरा कमरा साथ होने की वजह से लगभग रोज ही हाय हेलो हो जाती थी। कभी कभी हम दोनों साथ बैठ कर चाय कॉफ़ी भी ले लेते थे।

एक दिन ऐसे ही बातों बातों में झलक ने मुझसे पूछा कि मेरी सेक्स लाइफ कैसी चल रही है. तो मैंने उसको खुल कर बता दिया कि मेरी सेक्स लाइफ मजेदार चल रही है, बीवी के साथ करीब करीब रोज़ ही रात में करीब 2 बार तो हो ही जाता है, उं तीन चार दिनों को छोड़ कर!

कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा, फिर एक दिन वो ऐसे ही चलते चलते मुझे बताने लगी कि उसको अक्सर कमर और गर्दन में दर्द रहता है. तो मैंने बोला कि एक्सरसाइज किया करो. मैं फिजिकल ट्रेनिंग टीचर था तो उसने पूछ लिया- कौन सी एक्सरसाइज ठीक रहेगी मेरे लिए? तो मैंने बोला कि चलते चलते थोड़ी न मकीं सिखा पाऊँगा, इसके लिए खाली टाइम में कभी भी मेरे पास आ जाना तो बता दूँगा।

इस बात के करीब एक महीने बाद एक दिन उनका फ़ोन आया कि कुछ काम है, जब भी फ्री होना तो मेरे कमरे में आ जाना। मैं फ्री होकर गया तो उसने बोला- प्लीज, आज कमर और गर्दन के दर्द के लिए कुछ एक्सरसाइज बता दो, मुझे बड़ी परेशानी हो रही है। यह बात कहते हुए उसकी आँखों में कुछ अलग ही चमक सी थी, साथ ही उसने बोला कि अगर ठीक हो गई तो वो मुझे कुछ स्पेशल गिफ्ट भी देगी। “ठीक है, जब आप फ्री हों तो मेरे रूम में आ जाना, बता दूंगा।” वो- यहाँ स्कूल में नहीं, प्लीज मेरे साथ घर चलो।

दोस्तो, उस दिन मैं भी स्कूल के बाद फ्री था तो मैंने हाँ कर दी। हम स्कूल बस से ही चल दिए और उसके घर के पास उतर गए, घर पहुँच कर उसने ताला खोला तो मैंने पूछा कि अकेली हो आज घर में? तो उसने बताया कि उसके पति बच्चों के साथ अपनी बहन के घर गए हैं.

अंदर जाकर उसने जूस बनाया और मुझे दिया। फिर थोड़ी इधर उधर की बात हुई, फिर मैंने बोला कि एक्सरसाइज शुरू करते हैं।

वो मुझे अपने बेडरूम में ले गयी। वहां पर ज्यादा जगह नहीं थी तो मैं उसे बेड पर ही लेट कर एक्सरसाइज बताने लगा। उसने वो सब कर ली तो मुझे बोली- मेरी कमर में दर्द हो रहा है, प्लीज थोड़ा दबा दो. मैं दबाने लगा तो मेरा पप्पू भी जो 6 इंच का है, खड़ा होने लगा।

फिर थोड़ी देर दबा कर मैं खड़ा हुआ तो उसे मेरा पप्पू दिखाई देने लगा। उसने स्माइल किया साथ ही मुझे हग किया और बोली- ये है तुम्हारी फीस। दोस्तो, उसके चुच्चे जो लगभग 40 इंच के होंगे, मैंने अपनी छाती में चुभते महसूस किये। मैं समझ गया कि इसके मन में चुत चुदाई की वासना है, गले लगे हुए ही मैंने उसकी कमर को सहलाना शुरू कर दिया। उसने भी साथ देना शुरू किया और अपना चेहरा मेरे कान के पास लाकर बोली- मैं बहुत समय से प्यासी हूँ, मेरी प्यास बुझा दो। बस…

मैं शुरू हो गया अपने काम में, सबसे पहले मैंने उसे खड़े खड़े ही उसके होंठों पर किस किया और बेड पर धकेल दिया, जल्दी से उसके ऊपर आकर उसे पागलों की तरह चूमने लगा, कभी गाल पर कभी होंठों पर कभी गर्दन पर! तभी उसने बोला- यार इतने उतावले क्यों हो रहे हो? अभी हमारे पास पूरे दो घंटे हैं! मैं मन में ही हंसा और सोचा- दो घंटे में तो साला दो बार भी नहीं झड़ेगा।

खैर… मैंने धीरे से उसके कपड़े उतारना शुरू किया, एक्सरसाइज के लिए उसने उस टाइम टीशर्ट और पाजामा पहन था तो ज्यादा परेशानी नहीं हुई। अब वो बस चड्डी और ब्रा में ही थी, ज्यादा हॉट तो नही लगी पर खड़े लण्ड को तो बस छेद चाहिए होता है. अब धीरे धीरे मैं उसके पैरों को चूमते हुए ऊपर की ओर आने लगा, जब मेरे होंठों ने उसकी जांघों को छुआ तो उसे गुदगुदी सी हुई और वो मचलने सी लगी, वहीं से मैं उसकी चड्डी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा, उसकी चड्डी गीली सी हो गयी थी।

फिर मैंने चूत पर चड्डी के ऊपर से ही किस किया और उसके चुच्चों की तरफ अपना मुंह ले गया। तब तक वो बस आँखें बंद करके मज़ा ले रही थी. मैंने पहले ब्रा के ऊपर से ही चुच्चों पर थोड़ा सा काटा और उसकी ब्रा उतार दी। अब वो बस चड्डी में पड़ी थी और मैंने कपड़े पहन रखे थे तब, इस दौरान वो पहली बार बोली- अपने कपड़े तो उतार लो यार!

मैंने झट से अपने कपड़े उतार दिए, बस चड्डी रहने दी और उसके बराबर में लेट गया, अब उसका चेहरा ठीक मेरे सामने था, मैं धीरे धीरे उसके चुच्चे दबाने लगा और हम किस करते रहे. लगभग 5 मिनट के बाद मैं हाथ उसकी चड्डी के अंदर लेकर गया तो पता चला उसकी चूत पर बहुत झाँट थी. लेकिन अपने को क्या!

मैं एक हाथ से उसकी चूत सहलाता रहा और किस करता रहा। फिर मैंने उसकी चड्डी भी उतार दी। अब वो बिलकुल नंगी थी और मैंने बस चड्डी पहन रखी थी, वो भी मैंने निकाल दी। पहली बार उसने मेरे लण्ड को पकड़ा और बोली- वाह… जैसा मैंने सोचा था, ये तो उससे भी अच्छा है।

मैंने अब उसके चुच्चे जोर से दबाने शुरू किये और उसकी आहें निकलनी शुरू हो गयी। वो सिसिया रही थी, सर इधर उधर कर रही थी पर बोल नही रही थी, ना ही मैं कुछ बोल रहा था। थोड़ी देर चुच्चों की जान निकालने के बाद मैं चूत की तरफ आया, उस पर कुछ बाल सफ़ेद भी आ गए थे, चूत भी खुली सी लगी पर अपने को तो इस टाइम चुत की चुदाई करनी थी।

मैंने थोड़ी देर उसकी चूत सहलाई और फिर अपने होंट उस पर लगा दिए. दोस्तो, सच में उतना तो मज़ा नहीं आया पर फिर भी थोड़ी देर के लिए मैं उसकी चूत चाटता रहा और साथ में अपने एक हाथ से उसके चुच्चे भी मसलता रहा। वो मज़े में अपना सर इधर उधर पटकने लगी, मुझे लगा कि कहीं ये झड़ गयी तो फिर पप्पू के साथ धोखा ना हो जाए इसलिए जल्दी से उसके ऊपर आया और अपना पप्पू उसके छेद पर फिट कर दिया. उसने आँखें खोल कर एक बार मुझे देखा, मुस्कुराई और फिर से अपनी आँखें बंद कर ली, इसे उसकी मर्जी समझ कर मैंने एक झटका लगा दिया और लण्ड उसकी चूत में सररर से चला गया।

उसकी चूत ढीली थी पर फिर भी मेरे लण्ड को मज़ा आ रहा था, मैं धीरे धीरे झटके लगा रहा था और वो नीचे पड़ी उन झटकों का आनन्द ले रही थी। कुछ 10 मिनट के बाद मैंने अपने झटकों की रफ़्तार थोड़ी बढ़ाई तो उसने मेरे चूतड़ों को पकड़ लिया और मेरे झटकों के साथ अपने हाथों को भी आगे पीछे करने लगी।

मेरे हर धक्के में उसकी आह निकल रही थी, हम दोनों ही पसीने से भीग चुके थे, मैंने उसे ऊपर आने को बोला तो वो बोली- मेरा काम हो चुका है, और इतनी हिम्मत नही बची कि मैं ऊपर आ सकूँ! मैंने भी ज्यादा जोर नहीं दिया और अपने झटकों की गति को बढ़ा दिया, लण्ड के हर धक्के के साथ उसके मुंह से आह और चूत से फकक की आवाज़ आ रही थी। लगभग 15 मिनट तक इसी स्पीड के साथ झटके मारने के बाद मुझे लगा कि अब मैं भी झड़ने वाला हूँ तो मैंने उसे बताया. वो बोली- यार मेरी चूत के अंदर मत निकालना, अपना लैंड बाहर निकाल लो!

मैं बोला- तो फिर आपके मुंह में कर देता हूँ। तो उसने इस बात के लिए मना कर दिया।

मैंने भी ज्यादा ज़ोर नहीं दिया, 2 मिनट तक फिर से उसकी चूत में लण्ड डाल कर गहरे धक्के लगाता रहा, तभी मुझे लगा कि बस अब निकल जाएगा तो मैंने जल्दी से निकाल कर उसके ऊपर हाथ से हिलाने लगा, तभी एकदम से मेरी पिचकारी चल गयी और इतनी तेज़ धार थी कि उसके चेहरे तक मेरा पानी चला गया। पूरा पानी निकाल कर बाथरूम में गया और नहा कर अपने कपड़े वापस पहन लिए।

उसने मुझे कपड़े पहनते देख कर कहा- तुम ड्राइंग रूम में बैठो, मैं अभी आती हूँ।

5 मिनट के बाद वो अपने पूरे कपड़े पहन कर आई, एक बार जूस फिर से बनाया और मुझे दिया. मैं वो जूस पीने लगा तो वो भी सोफे पर मेरे साथ ही बैठ गयी और अपने सर को मेरे कंधे पर रख दिया। उसके इस भाव से लग रहा था कि उसे इस चोदन का पूरा मजा मिला है. मैं भी खुश था कि किसी के काम आ सका. और मजा तो मुझे भी आया था.

हम दोनों में कोई भी बात नहीं हुई, 5 मिनट बाद मैंने बोला कि अब मुझे चलना चाहिए तो उसने मुस्कुरा कर मुझे एक जोर की झप्पी दी और थैंक्स कहा। और मैं वहां से निकल आया। मैंने वापसी की बस ली और घर की तरफ चल दिया। वापस घर पहुँचने में मुझे लगभग आधा घंटा लग गया और पूरे रास्ते मैं उसके ही बारे में सोचता रहा, मुझे लगा की यार मैंने वो सब कुछ किया जिसकी हर औरत कामना करती है जैसे चूची दबाई, किस किया, चूची चूसी, चूत भी चाटी पर उसने मेरा कुछ ख़ास साथ दिया नहीं! आप सबको पता है कि एक बार झड़ जाने के बाद दिमाग ज्यादा ही चलता है।

इसके बाद उसने फिर से मुझे आने को बोला पर अभी टाइम नहीं मिला कि फिर से उसे चोदन का मजा दे सकूँ। मैं चाहता हूँ कि एक दिन पूरा टाइम लेकर उसके घर जाऊं और उसकी पूरी तसल्ली कर दूँ. देखो कब मौका मिलता है.

पता नहीं कि आपको मेरी यह सेक्सी कहानी कैसी लगी. पर मैं इतना कह सकता हूँ कि यह मेरी सच्ची चोदन कहानी है। आप सब मुझे मेल करके अपनी राय दे सकते हैं कि कैसी लगी मेरी कहानी। मैंने अब तक लगभग 25 लड़कियों के साथ चोदन किया है. अगर आपका प्यार मिला तो जल्द ही दूसरी कहानी भेजूंगा। मेरा मेल आई डी है:- [email protected]