मुझे किस किस ने चोदा-3

मेरी सेक्स स्टोरी हिंदी के पिछले भाग मुझे किस किस ने चोदा-2 में अभी तक आपने पढ़ा कि मेरे ही घर में मेरी भाभी के पापा और उनके दो दोस्त मेरी चूत चोदन की तैयारी कर रहे थे. अब आगे:

इधर नीचे राजेंद्र अंकल मेरी चूत को जोर से अंदर तक जीभ से चाटने लगे, मैं कामुकता के वश में होकर उनके लंड को खुद से बहुत रगड़ने लगी. तभी अंकल बोले- आरती, मैं तुम्हें अभी एक बार पूरी नंगी देखना चाहता हूं. मैं बोली- प्लीज मुझे पूरी नंगी मत करें, मम्मी आ जाएंगी, कभी भी आ सकती हैं! “बस दो मिनट प्लीज!”

मैं कुछ नहीं बोली तो अंकल समझ गये कि मेरी हां है। इतने में मैंने कहा- जल्दी करिए अंकल! उन्होंने तुरंत राजेंद्र अंकल को बोला- यार एक मिनट आरती को जल्दी से पूरी नंगी कर दो फिर तुम करते रहना! राजेंद्र अंकल ने, घुटने तक मेरी लैगी और पैंटी थी, उन्हें उतार दिया पैरों के नीचे, और आर्मी वाले अंकल ने मेरे हाथ ऊपर करके ऊपर का टाप उतार दिया और ब्रा के ऊपर से दोनों बूब्स जोर से दबा कर बोले- आरती तुम लाजवाब हो! मेरी लाइफ बन गई! और पीछे से मेरी ब्रा की हुक खोल दिए, मेरे बूब्स एकदम आजाद हो गए.

आर्मी वाले अंकल बोले- आरती, तुम बिल्कुल कयामत हो, मैंने आज तक तुम्हारे जैसा माल नहीं देखा! ऐसा कहते हुए वे मेरे दोनों बूब्स चूसने लगे और कहा- आरती, मैं तुम्हें इतना चोदूंगा इतना चोदूंगा कि सांस उखड़ जाएगी. सच में आरती तुम बला की खूबसूरत हो. मैं चाहता हूँ कि तुम्हें अभी चोद डालूं पर मुझे बहुत टाइम लगेगा. तो मैंने पूछा- कितना? अंकल बोले- कम से कम एक घंटा! अंकल बोले- तुम्हारा अभी मन है क्या? मैं बोली- ऐसा नहीं है, पर जो आप को ठीक लगे,मैं आपको क्या बोलूं। तभी राजेंद्र अंकल बोले- समझो… बेचारी बहुत चुदासी है, देखो आरती की चूत बह रही है. सुनो सुरेश, जब तक इसकी मम्मी नहीं आएगी, तब तक एक राउंड चोद सकते हैं।

आर्मी वाले अंकल मुझे गोदी में उठा लिया और वैसे ही नंगी हालत में ले आए और सोफे में लिटा दिया, मेरी टांगों को फैला कर मेरी चूत में अपने जीभ डाल दी और दोनों दूध हाथों से दबाने लगे. तभी भाभी के पापा बोले- यार रात में चोदते… क्योंकि अगर आरती की मम्मी आ गई तो सब काम अधूरा रह जाएगा, तब क्या होगा? राजेंद्र बोले- आरती का बहुत मन है, थोड़ा या जितना भी अभी चुद सके उतना देर तक चोदेंगे, जैसे ही इसकी मम्मी आएगी तो जल्दी से जाने देंगे। अब देखते हैं कि आरती की किस्मत कैसी है? इतना सुनते ही भाभी के पापा बोले- ठीक है, मैं तो कपड़े नहीं उतारूंगा, तुम दोनों अभी चोद दो, मैं अभी मस्त तुम्हारी सेक्सी वीडियो बनाता हूं। और वे मोबाइल निकाल कर वीडियो बनाने लगे, राजेंद्र अंकल सोफा में ऊपर आ गए और मेरे मुंह में अपना लौड़ा डाल दिया, सुरेश अंकल को बोले- तुम देर नहीं करो, जल्दी से आरती को चोद दो! राजेंद्र अंकल ने मेरे दोनों बूब्स अपने मुंह में डाल लिये और रगड़ रगड़ के चूसने लगे, सुरेश अंकल ने मेरी टांगें ऊपर कर के दो उंगलियां चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगे. मैं कस के राजेंद्र अंकल का लंड दबा कर चूसने लगी.

तभी सुरेश अंकल बोले- आरती सुनो, तुम तो बहुत चुदी हो. मैंने उंगली डालते ही जान लिया। इन लोगों ने बोला था कि एकदम से फ्रेश माल है. सच बताना कितनों से चुदी हो? मैं चुप रही, कोई बात नहीं की. “मत बताओ… पर ये तो बता दो कि पहली बार कब चुदवाया था?” मैं बोली- जब 12वीव कक्षा में प्रवेश किया, तभी पहली बार किया था।

अंकल बोले- ओहह… मतलब जबरदस्त माल हो, फुल खेली खाई हो, तब तो ग्रुप में भी कभी इन्जवाय किया होग्गा? मैंने बोला- सच बोलूं? तो हां आर्मी वाले अंकल बोले- तभी तो इतना जबरदस्त फिगर है यार, बहुत मज़ा आयेगा, आ जाओ राजेंद्र दोनों एक साथ ही चोदें! आरती, मेरा लौड़ा कहां लोगी, बोलो? मैंने कहा- जहां भी मन पड़े, डाल दीजिए. तो अंकल बोले- कहां डालूं, बताना पड़ेगा. मैंने बोला- आगे डाल दो मेरी नंगी चूत में! “और राजेंद्र कहां डाले?” मैंने कहा- पीछे! “आरती, ऐसे ही जम कर बोलो खुल कर, बहुत मजा आएगा.” “ठीक है.”

अंकल बोले- आरती अगर मम्मी आ गई तब? तो मैं बोली- जब तक गेट में मम्मी ना आ जाए तब तक चोदना! अंकल ने कहा- गेट बंद कर दें? मैं बोली- कर दीजिए अंदर से लॉक अभी, देरी मत करो! “ओके…” सुरेश अंकल भाभी के पापा को बोले- अंदर से गेट बंद कर दो, जैसे ही आरती की मम्मी खटखटायेगी, तभी हम आरती को चोदना छोड़ देंगे.

और तभी सीधे मुझे लिटा कर राजेंद्र अंकल ने मेरे गांड में अपना लंड फिट कर दिया. इधर सुरेश अंकल ने अपना लंड मेरी चूत में सेट किया, बहुत मोटा और बहुत तगड़ा लंड था आर्मी वाले सुरेश अंकल का, फिट ही नहीं हो पा रहा था. सुरेश अंकल ने बोला- आरती, बहुत दर्द होगा! मैं बोली- हम को आप लोग कैसे भी चोदो, मैं झेल लूंगी. अंकल बोले- एक बार और सोच लो, तुम्हारी बहुत टाइट चूत है. मैं बोली- कोई बात नहीं, आप मस्त डालो जोर से सुरेश अंकल, मेरी चिंता मत करो! मेरी चूत और गाण्ड की सीलें टूट गईं थी.

वो बोले- आरती, तुम्हारी चूत फट भी सकती है. मैं बोली- दो बार फट चुकी है तीसरी बार भी फट जाएगी तो कोई चिंता नहीं, आप जल्दी करो, मम्मी ना आ जाए बस! बोले- एक साथ आरती तुम्हारी गांड में और चूत में डालें? मैं बोली- हां, गांड में भी डाल दो।

जैसे ही मैंने यह कहा कि दरवाजे पर ख़ट खट हुई और मम्मी आवाज देने लगी. तभी भाभी के पापा बोले- जल्दी उठो आरती, तुम जाओ, किचन में अपने कपड़े पहनो जल्दी, तुम्हारी मम्मी आ गई। मैं भागी, जल्दी जल्दी अपने कपड़े पहने, 2 मिनट के अंदर मैं तैयार हो गई.

मम्मी सीधे किचन में आई- आरती क्या हुआ? “मम्मी बेसन है और कुछ नहीं मिला, पकौड़े आप बना दो, मेरा थोड़ा सर चकरा रहा है.” मैंने ऐसे बहाने बना कर मम्मी को मना लिया। मम्मी बोली- ठीक है, तुम जाओ थोड़ा आराम कर लो, मैं बनाती हूं!

उस समय से मुझे बिल्कुल होश नहीं था कि मैं क्या करूं… मेरा बहुत मन कर रहा था, मुझे लग रहा था कि अंकल लोग आएं और मुझे जम के चोदें. पर मम्मी आ चुकी थी. लगभग 8:00 बज चुके थे.

तभी थोड़ी देर बाद अंकल बोले मम्मी को- कोई एक रूम खोल दीजिए, हम लोग वहां अपना खाना पीना करेंगे, आप आराम से रहिएगा. मम्मी ने ऊपर वाला रूम खोल दिया और उनका सामान लगा दिया, मैं वहां पर उनके लिए जो भी सामान था वो लेकर गई. तभी कान में राजेंद्र अंकल बोले- आज अकेली सोना! मैं बोली- मैं अकेली ही सोती हूं। अंकल बोले- आरती दरवाजा बंद नहीं करना, ठीक है? आज रात में हम लोग किसी हाल में तुम्हें चोदेंगे, तुम्हारे पापा आएंगे तो उनको भी पिला देंगे सुला देंगे. पर तुम्हें चोदेंगे।

इस तरह से वो अपने रूम में अपना ड्रिंक करने लगे, मैं थोड़ा खाना खाकर अपने कमरे में जो ऊपर उनके कमरे से बीच का छोड़ कर तीसरा था, जाकर लेट गई। वह मेरा ही रूम था. तभी अचानक इंतजार करते करते कब मुझे नींद लग गई मुझे पता ही नहीं चला।

करीब 1:00 बजे रात को ऐसा लगा जैसे मेरे ऊपर कोई चढ़ा है पर मैंने आँखें बंद रखी, मैंने पाया कि कोई मेरी पैंटी उतार रहा है पर मैंने आँखें अपनी बंद रखी और सोच लिया कि अब मैं आँख नहीं खोलूंगी, मैं जान गयी ये वही अंकल लोग हैं जो मुझे चोदने आये हैं, पर मैं पूरी सोती बनी रहूंगी. यह मैंने तय कर लिया था.

राजेंद्र अंकल की कान में आवाज आई- आरती उठो, हम लोग आ गए तुम्हें चोदने! तुम्हारे पापा आये नहीं, हम ने बाहर का गेट बंद कर दिया है पर लॉक नहीं किया। जल्दी करो, अब हम लोगों से बर्दाश्त नहीं होता. मैं सोई ही बनी रही, तभी भाभी के पापा बोले- अरे रहने दो, लगता है आरती गहरी नींद में है. लाइट जला दो, और मस्त चोदते हैं, जब लंड घुसेगा तो खुद ही उठ जाएगी।

उन लोगों ने लाइट जला कर मेरे ऊपर से चादर को हटा दिया, मैंने वही काला वाला टॉप और लेगी पहनी थी. तभी अंकल लोगों ने मेरी लैगी को नीचे उतार दिया और पैन्टी भी… पैंटी जैसे नीचे उतार रहे थे कि सुरेश अंकल पैंटी को चाटने लगे और बोले-साली की चूत बह रही है, देखो कितनी चुदासी है! तीनों बहुत दारु पिये हुए थे दारू की बहुत बदबू आ रही थी.

राजेंद्र अंकल मेरे चूत को जीभ से चाट लगे और बोले- यारो इसको रंडी बना कर आज चोदूंगा. अंकल लोग बोले- क्या माल है आरती, बहुत सेक्सी है! और मेरी चूत को जबरदस्त चाटने लगे.

तभी सुरेश अंकल बोले- अपने अपने मोबाइल दो तीन अलग अलग एंगल में रख कर वीडियो तीनों एंगल से चालू कर दो, जबरदस्त चुदाई का सीन आ जायेगा. रोज तो ये मिलेगी नहीं, इसकी चुदाई देख कर ही अपने को ठंडा करना पड़ेगा। ताकि यह देख कर हम लोगों की रातें कट जाएं.

उन लोगों ने अलग अलग अपने मोबाइल वीडियो रिकॉर्डिंग चालू करके रखे और मेरे बिस्तर पर आ गए, मेरे टॉप को जैसे ही ऊपर किया तो देखा कि मैंने ब्रा नहीं पहनी थी. उन्होंने मेरा सर उठाया और टॉप उतार दिया. अंकल ने आवाज़ लगाई पर मैं सोई ही बनी रही. उन लोगों ने देखा कि मैंने ब्रा नहीं पहनी, तब सुरेश अंकल बोले- साली चुदने के हिसाब से ही लेटी है, बस थक गई होगी इंतजार में तो चूत में उंगली करके सो गई. इतना कहते ही उन्होंने मेरा मुंह खोला और मेरे मुंह में भाभी के पापा ने अपना अपना लंड घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगे. मैं बहुत इंजवाय करने लगी, क्या मस्त खुशबू थी उनके लंड की!

सुरेश अंकल बोले- अपन तीनों पूरे नंगे हो जायें, तब और जबरदस्त मजा आयेगा अपने को भी, आरती को भी! तीनों ने झट से अपने कपड़े और अंडरवियर उतारे और मेरे नंगे बदन से लिपट गये. भाभी के पापा ने मेरे मुंह में अपनी जीभ डाल दी और मेरी जीभ को चूसने लगे, मेरे होंठों को चूमने चाटने लगे. उनकी इस हरकत से मेरे रोम रोम में सिहरन पैदा हो गई, मैं इंजॉय कर रही थी.

तभी सुरेश अंकल बोले- आरती सोने का नाटक कर रही है, इसे इतना उत्तेजित कर दिया जाय कि आरती खुद बोल उठे कि ‘तड़पाओ नहीं चोदो जल्दी!’ आरती हम तीनों तुम्हें चोदने वाले नहीं है जब तक तुम नहीं बोलोगी, देखते हैं कितनी देर सोई रहोगी.

अब मुझे टेढ़ा लिटा कर पीछे की तरफ राजेंद्र अंकल मेरे पीठ से चिपक गये, उनका नंगा मर्द का सीना मेरी पीठ में चिपक गया और उनका लंड मेरी गांड में चुभने लगा. सच में मेरी हालत तेजी से खराब होने लगी. सुरेश अंकल मेरे सामने तरफ से लिपट गये, उनका सीना मेरे सीने से चिपक गया, मेरे नंगे बूब्स एक जबरदस्त फौजी मर्द की छाती से चिपके हुए थे. उनकी टांगें मेरी कमर पर चिपक गई और सुरेश अंकल का हथोड़े जैसा लंड मेरी चूत में सट गया.

“ओहहह…” मैं पागल हो रही थी, मैं सिर्फ अभी 22 साल की कच्ची उम्र की लड़की हूं अब नहीं बर्दाश्त हो रहा था कि तभी भाभी के पापा बोले- आरती के एक एक अंग को अपनी जीभ से चाटो, अपनी अपनी साइड… मैं गर्दन के ऊपर चाटूंगा. उन दोनों अंकल ने ओके कहा और शुरू हो गये. भाभी के पापा ने मेरी गर्दन को अपनी जीभ से चाटना और चूमना शुरू कर दिया, अपने होठों से हर चीज चाटने लगे, मेरी नाक जीभ से चाट रहे थे, मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी, मेरी आँखों को, मेरे होठों को, मेरे ललाट को… सब जगह अपनी जीभ से चाट रहे थे और होठों से चूमते हुए!

फिर मेरे होठों में अपने गर्म होंठ रख दिए, अपनी जीभ मेरे मुंह के अंदर डाल कर मेरी जीभ को निकाल कर दबा कर चूस रहे थे. इधर राजेंद्र अंकल मेरे पीठ के हर हिस्से में अपनी जीभ से चाटने लगे और अपना हाथ मेरे दोनों कूल्हों में चला रहे थे और बीच बीच में उंगली मेरी गांड में डालने की कोशिश कर रहे थे. मैं बिल्कुल पागल हुई जा रही थी. वह मेरे पीठ को चाटते हुए मेरे कूल्हों को चाटने लगे, मेरे पैरों को चाटते हुए होठों से चूमते हुए मेरे पैर के एड़ी तक को चाटने लगे, मैं बिल्कुल तड़पने लगी.

मेरी सेक्स स्टोरी हिंदी जारी रहेगी. [email protected]

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