इश्क विश्क के बाद चुत चोदन

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आंटी, भाभी, और लौंडियों के साथ मेरे चुदासे भाइयों को नमस्कार… मेरा नाम आयुष शर्मा है, मैं अन्तर्वासना चोदन स्टोरीज का नियमित पाठक हूँ. मैं कानपुर में रह कर पढ़ाई कर रहा हूँ.. दिखने में सामान्य रंग का गोरा, कद 6 फिट है. मेरे लंड की लंबाई 6 इंच मोटाई 2 इंच है जो कि किसी भी लड़की भाभी या आंटी को चुदाई का भरपूर सुख देने के लिए काफ़ी है. अब तक मैंने अपने इस मस्त लंड से कइयों को चुदाई का मजा दिया भी है. उन सब चुदाई की कहानी को मैं बाद में बताऊंगा. मैं आपको अपने जीवन की सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ जो कि आज से 5 साल पहले की है. तब मैं 18 साल का हो चुका था. बात तब की है, जब मैंने 12वीं पास करके कोचिंग ज्वाइन की थी.

मुझे कोचिंग ज्वाइन किए 4-5 दिन हो गए थे, इसके बाद एक दिन क्लास में एक नई लड़की आई, जो बला की खूबसूरत थी. उसका रंग एकदम दूध सा गोरा, काले लंबे बाल, गुलाबी होंठ, बड़ी बड़ी कजरारी आँखें, उसे देख कर बस ऐसा लग रहा था, जैसे धरती पर कोई स्वर्ग की अप्सरा उतर आई हो. उस माल का फिगर 34-28-34 का था.

जब वो अन्दर आई तो मैं उसे देखता ही रह गया, ये बात उसने भी नोटिस कर ली थी. फिर जब वो अपनी सीट पर बैठ गई तो हमारे सर ने सारी क्लास को उसके बारे में बताया कि उसका नाम प्रिया है और वो हमारे साथ ही पढ़ेगी. जब सर पढ़ा रहे थे तो मैं उसे चोरी चोरी देख रहा था. वो भी मेरी तरफ़ कभी कभी देख लेती थी.

कोचिंग की पढ़ाई चलती रही, ऐसे ही हमारे दिन निकलने लगे. अब मेरी उससे ऐसे ही सामान्य बातचीत कुछ पढ़ाई को लेकर और कुछ ऐसे ही इधर उधर की भी होती रही.

फिर एक दिन ऐसा आया, जब मेरी प्रेम कहानी शुरू हुई. हुआ यूं कि नववर्ष का मौका आने वाला था तो सर ने सबसे कहा कि नई साल पर सबको आना होगा, उस दिन कोई छुट्टी नहीं होगी.. बल्कि हम सभी मिल कर नववर्ष का प्रोग्राम करेंगे.

हम सभी लोग खुश हुए कि नई साल पे पार्टी करेंगे, मजा आयेगा. पर उस दिन बहुत ज़ोर की बारिश और ठंड पड़ रही थी.. तो सब लोग नहीं आ पाए, कुछ लोग ही आए. सौभाग्य से मैं जिसके चक्कर में गया था, वो आई हुई थी. यानी मेरी जान प्रिया… मैं उसे देख कर खुश हुआ. मैंने उसे नई साल की शुभकामनाएं दीं, उसने भी मुझे विश किया. फिर मैं अपने फ्रेंड्स के साथ बिज़ी हो गया.

कुछ देर बाद सर आए, उन्होंने केक काटा और हम लोगों ने एक दूसरे को न्यू ईयर विश किया. हम लोगों ने केक खाया, फिर पार्टी शुरू हो गई थी.

जब डांस की बारी आई तो सर ने बोला- कौन डांस करेगा? मेरे दोस्त ने बोला- सर, आयुष डांस करेगा.. इसे बढ़िया डांस करना आता है. सर ने मुझसे डांस करने को बोला तो मैंने डांस किया, जो कि मैं अच्छा कर लेता हूँ.

सबने मेरी तारीफ की फिर मैं प्रिया के पास जा कर बैठ गया, तो उसने मुझसे बोला- तुम सच में डांस अच्छा करते हो. मैंने उसे थैंक्स बोला.

फिर हम लोग बात करने लग गए. तभी मैंने मौका पा कर प्रिया से बोला- प्रिया मैं तुमसे एक बात बोलना चाहता हूँ, तुम प्लीज़ बुरा मत मानना. प्रिया बोली- हां बोलो? मैंने उससे बोल दिया कि मैं तुमको पसन्द करता हूँ. वो भी तनिक लजा कर बोली- मैं भी तुमको पसन्द करती हूँ पर कभी कह नहीं पाई.

मैं मानो हवा में उड़ने लगा था. मैं उससे बोला- मेरे लीवर जिगर फिगर में हो तुम, वक्त बे वक्त आए फीवर में हो तुम.. मेरी लाइफ में फॉर एवर हो तुम ‘प्रिया आई लव यू…’ वो बहुत खुश हुई, उसने भी मुझे ‘आई लव यू टू..’ बोला.

मैं उस दिन बहुत खुश था. तभी हम लोगों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर लिया और दिया. अब हमारी रात भर बातें होने लगीं फोन से. हम दोनों साथ घूमने मूवी देखने जाने लगे. मैं उसका हाथ पकड़ लेता था और वो बस मुस्कुरा देती थी. वेलेनटाईन डे भी हमने एक साथ मनाया लेकिन तब भी हलकी फुल्की किसिंग के अलावा कुछ नहीं हो सका था.

एक दिन शायद फरवरी का आखिरी सप्ताह था, मैंने उसे अपने रूम में आने को कहा तो वो आने को मान गई. जब वो आई तो मैं उसे देखता ही रह गया. गुलाबी रंग का टॉप और नीले रंग की जींस पहने हुई थी, क्या मस्त कयामत लग रही थी, मैं बता नहीं सकता. मैं उससे बोला कि तुम बहुत अच्छी लग रही हो. वो शर्मा गई. मैं बोला- मुझसे आज तो कंट्रोल नहीं हो रहा.

वो मुस्करा दी और मैं उसके पास बैठ गया.. उसका हाथ पकड़ कर उसे किस करने लगा. उसने भी मेरे किस का स्वागत किया तो मैंने उसके लबों पर अपने लब रख दिए और उसे पागलों की तरह चूमने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. दस मिनट तक हम दोनों ऐसे ही चूमते रहे. फिर मेरे हाथ उसकी चुचियों पे चले गए, मैं उसकी रसीली चुचियों को दबाने लगा. वो कामुक सिसकारियां लेने लगी. उसकी कामुकता भरी सिसकारियां निकलने लगी- आआहह उऊहह..

प्यार की गर्मी बढ़ी तो मैंने उसका टॉप निकाल दिया. अब वो मेरे सामने ब्लैक कलर की ब्रा में थी. काले रंग इस सिल्की ब्रा में वो बहुत अच्छी लग रही थी. मैंने उसकी एक चुची दबा दी, जिससे वो सिहर उठी. मैं उसकी चुची को दबाए जा रहा था, मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, वो भी चुदासी होकर कामुक सिसकारियां भर रही थी ‘आहह आह उम्म्ह… अहह… हय… याह… औउहह..’

मैंने देर ना करते हुए उसकी ब्रा उतार दी जिससे उसके सफ़ेद कबूतर उछल कर आज़ाद हो गए. उसके मम्मे इतने सुंदर थे कि बस मैं तो देखता ही रह गया. उसकी चूचियों के निप्पल गुलाबी थे, अब तक उसके निप्पल टाइट हो गए थे जिन्हें मैं मुँह में लेकर चूसने लगा.

वो ‘आहह आह…’ की आवाज निकाल रही थी. थोड़ी देर तक चूची चूसने के बाद मैंने अपनी जीभ उसके पेट में घुमानी चालू कर दी, जिससे उसे गुदगुदी होने लगी. मैंने उसकी आँखों में वासना से देखा और लंड पकड़ने का इशारा किया तो उसने अपना हाथ मेरे लंड पर रख दिया और लंड को पैन्ट के ऊपर से ही सहलाने लगी.

अब मैंने उसकी जींस उतार दी और वो अब मेरे सामने केवल पैंटी में थी. मैंने अपना हाथ उसकी पैंटी में रखा तो महसूस हुआ कि पेंटी उसकी चूत के रस से भीग गई थी. मेरा हाथ भी उसके रस से नम हो गया था.

मैंने देर न करते हुए उसकी पैंटी भी उतार दी, जिससे उसकी अनछुई चुत मेरे सामने आ गई. उसने चूत क्लीन शेव करके रखी थी. वो लेट गई और मैंने अपना मुँह उसकी चुत पर रख दिया. मेरी इस हरकत से वो एकदम से सिहर गई और आगे कुछ ही पलों में मेरा सिर अपनी चुत में घुसेड़ने लगी. मैं भी पागलों की तरह उसकी चुत चाटने लगा. वो हद से ज्यादा पगला उठी और उसके मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगीं ‘आअहह हुउऊ.. उम्म… हाँ.. आंह.. हाह!’

उसने कुछ ही देर में अपना शरीर ऐंठ लिया और अपनी चूत का माल मेरे मुँह में ही छोड़ दिया. उसकी चूत के रस को मैं बड़े प्यार से अमृत समझ कर पी गया.

मैंने अपना लंड निकाल कर उसे दे दिया, जिसे वो प्यार से सहलाने लगी. मैंने उससे कहा- मुँह में लेकर देखो. पहले वो मना करने लगी पर मेरे ज़ोर देने पर मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. उसकी कोमल जीभ का स्पर्श मुझे अपने लंड पर मिलते ही मेरे मुँह से सिसकारियां निकलने लगीं. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

चूंकि मेरी चुदास बहुत बढ़ चुकी थी तो मैं ज्यादा देर न टिक सका और मेरे लंड का माल उसके मुँह में निकल गया.

हम दोनों ही निढाल हो चुके थे, पर प्यास अभी भी बाकी थी. थोड़ी देर तक मैं उसके मम्मों से ही चिपका रहा. दो मिनट बाद मैं उसके मम्मों को चूसते हुए ज़ोर ज़ोर से काटने लगा. वो भी गर्म हो गई.

मैंने अब उसे चित लेटाया और अपना लंड उसकी चुत पर रख कर उससे बोला- यार प्रिया, थोड़ा दर्द होगा तुम्हें… तो सह लेना. क्योंकि उसकी चूत चाटते वक्त चूत देख कर मुझे लगभग यकीन हो गया था कि प्रिया अभी तक किसी से नहीं चुदी है, उसकी चुत बिल्कुल कुंवारी है.

मेरी बात सुन कर वो मुस्कुरा दी और हाँ में गर्दन हिलाई उसने, तो मैं भी सक्म्जः गया कि से भी पटा है कि पहली चुदाई में दर्द होगा. मैं उसे लिप किस करने लगा. वो बहुत गर्म हो गई और मुझे लंड पेलने का इशारा करने लगी. मैंने एक ज़ोर का धक्का मारा, जिससे मेरा लंड आधा उसकी चुत में घुस गया और उसकी चीख निकल गई ‘हयी मम्मी… मैं मर गई… आह.. नहीं… छोड़ो मुझे!’

मैं उसे किस करता रहा. थोड़ी देर तक उसके मम्मों को दबाता रहा. जब उसका दर्द कुछ शांत हुआ.. तब फिर मैंने उसे एक और झटका मारा. इस बार मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया. वो दर्द के मारे रोते हुए कहने लगी- आह.. मरर गई.. बहुत दर्द हो रहा है.. प्लीज़ निकाल लो इसे.. नहीं तो मैं मर जाऊंगी.

मैंने उसे प्यार से किस करता रहा. कुछ देर के बाद वो शांत हुई और फिर अपनी गांड उठा कर हिलाने लगी, जिससे मैं समझ गया कि प्रिया की चुत का दर्द अब कम हो गया है, अब धक्के लगाना शुरू कर देना चाहिए.

मैंने धक्के मारना स्टार्ट कर दिए और वो कामुक सिसकारियां लेने लगी ‘आअह हुह आआह.. फक मी आयुष फक मी हार्ड…’ मैं भी कहां रुकने वाला था, तो ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाता रहा. इसी बीच वो एक बार झड़ गई और मेरा भी 20 मिनट की चुदाई के बाद उसकी चुत में ही लंड रस निकल गया.

कुछ देर मैं उसके ऊपर ऐसे ही लंड उसकी चूत में डाले लेटा रहा.

उसे और मुझे बहुत मस्त लग रहा था. फिर जब मैंने अपना लंड प्रिया की चुत से बाहर निकाला तो उस पर खून लगा था और प्रिया की चूत में से मेरा वीर्य उसके खून के साथ मिल कर बाहर निकल रहा था. मैंने उसकी चूत और अपना लंड साफ किया और उसे प्यार से किस करने लगा.

वो मुझसे बोली- आयुष, मेरे राजा… तुमने आज मुझे जन्नत की सैर करा दी. वो मुझे बेतहाशा किस करने लगी. हम नंगे लेटे लेटे प्यार मुहबाब्त की बातें करने लगे. जब तक हम चुदाई कर रहे थे तब तक हम नंगे होने के बावजूद हमें ठण्ड नहीं लग रही थी, लेकिन अब चुदाई के बाद हम दोनों को ठंड लगाने लगी तो हमने अपने ऊपर कम्बल ओढ़ लिया और कम्बल के अंदर आपस में छेड़खानी करने लगे. इसके बाद हम लोगों ने खाना खाया. फिर मैं उसे उसके घर के पास वाली सड़क पर छोड़ आया.

यह मेरी पहले सच्चे चोदन की कहानी है. यदि कोई भी ग़लती लगी हो तो उसे माफ़ करना और मुझे ईमेल में बताना कि मेरी प्यार की हिंदी चोदन स्टोरी कैसी लगी. आपका अपना आयुष [email protected]

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