याराना-3

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प्रिय अंतर्वासना के पाठको, पिछले साल एक फरवरी 2017 को एक कहानी अन्तर्वासना पर पोस्ट की गई थी जिसका नाम था याराना याराना-2 यह कहानी मेरे अर्थात् राजवीर के आग्रह पर अन्तर्वासना के प्रतिष्ठित रचनाकार लीलाधर जी ने पोस्ट की थी जिसे आप सब पाठकों ने काफी पसंद किया था। लीलाधर जी के पास समय न होने के कारण दूसरा भाग स्वयं लेकर आया हूं। जिन पाठकों ने मेरी पिछली सेक्स कहानी ‘याराना’ नहीं पढ़ी है, कृपया वे इस दूसरे भाग का असली मजा लेने के लिए पहला भाग याराना अवश्य पढ़ें। और इस वास्तविक कहानी का आनंद लें। पहली कहानी पोस्ट करने के लिए लीलाधर जी को धन्यवाद।

यह अगला भाग है:

बचपन से रणविजय और मैं अच्छे दोस्त थे। दोनों गाँव की क्रिकेट टीम में साथ खेलते बड़े हुए थे। अच्छे खिलाड़ियों के रूप में हमारी धाक थी। लेकिन जब हम बड़े हुए और अपना अपना बिजनेस सम्हाला तो आपस में बोलना बंद कर दिया।

रणविजय की शादी प्रिया से हुई और उसी साल मेरी भी शादी रीना से हुई। दोनों ही सुंदरियाँ। प्रिया देखने में फिल्मी हीरोइन इलियाना डिक्रूज जैसी थी और मेरी पत्नी रीना टीवी सीरियल की हीरोइन अदा ख़ान जैसी। इधर रणविजय और मैं भी देखने में स्मार्ट और हैंडसम।

नागिन की हीरोइन अदा खान जैसी दिखने वाली मेरी बीवी रीना और सिक्स पैक वाले आकर्षक शरीर वाले रणविजय की चुदाई की जो कि एक सौदे के लिए की जा रही थी. इधर मैं रणविजय की इलियाना डिक्रूज जैसी दिखने वाली बीवी को ठोक रहा था, उधर वो गोरे रंग और भरे हुए शरीर वाली रीना की चूत को लाल करने वाला था.

जैसा कि रणविजय ने बाद में बताया:

रीना और रणविजय ने दूसरे कमरे में जाते ही एक दूसरे को गले लगाया जैसे कि बिछड़े प्रेमी हों. विजय ने रीना को जोर से कस के पकड़ लिया और उसके उरोजों के उभार को स्पर्श किया कि अब मैं इनका मजा लेने वाला हूं. ऐसा वह मन में सोचने लगा.

विजय और रीना एक दूसरे को किस करते हुए एक दूसरे के गुप्तांगों को छूने लगे. रीना पहले तो ऐसा करने में हिचकिचाई लेकिन शायद विजय की सेक्स में लगन ने उसके दिमाग को समझा दिया कि बेहतर तरीके से साथ देना ही अच्छा होगा, हम दोनों युगलों के बीच हुए समझौते के तहत चुदाई तो होनी ही नहीं है फिर यह फालतू का नखरा क्यों।

विजय अपने दोस्त की बीवी रीना के कपड़े उतार के उसे नंगी करने लगा लेकिन रीना ने शर्म की वजह से मुंह फेर लिया और कहा- पहले लाइट तो बंद कर लो! रोशनी में मुझे काफी शर्म आएगी, मैं तुमसे इस प्रकार से नजर नहीं मिला पाऊंगी.

विजय- यार रीना, शर्म कैसी? तुम इतने सुंदर और उत्तेजित करने वाली शरीर की मालकिन हो! नागिन की अदा खान को देखते ही मुझे तुम्हारी याद आ जाती है, वैसा ही शरीर, वैसा ही चेहरा… तुम एक मॉडल हो! मेरे लिए इससे बड़ी बात क्या होगी कि मैं एक ऐसी लड़की को चोदने वाला हूं जो पूरी सेलिब्रिटी लगती है!

रणविजय से अपनी तारीफ और चोदन जैसे शब्द सुनकर रीना के कामुक बदना में सिरहन होने लगी, विजय ने रीना को फिर पकड़ लिया और रोशनी में ही किस करते हुए रीना को ऊपर से पूरा नंगी कर लिया.

कहानी अब रणविजय के शब्दों में:

वाह क्या नजारा था… दूध जैसी गोरी, लंबाई में थोड़ी सी छोटी लेकिन भरे हुए शरीर की मालकिन रीना, मेरे दोस्त की बीवी, मेरे सामने खड़ी थी. उसके बड़े-बड़े बूबे जो कि बिल्कुल तने हुए थे आगे की तरफ लाल रंग के चूचुक… मैं समझ नहीं पा रहा था कि इतने बड़े होते हुए भी ये स्तन बिल्कुल भी लटके हुए नहीं हैं. उसके बाद पेट… क्या पेट था उसका… गोरा और सपाट जिसे देखकर बाहुबली की तमन्ना भाटिया की याद आ गई, वह भी इसके आगे कुछ नहीं थी, साड़ी में से किसी को रीना का पेट भी नजर आ जाए तो उसका लिंग सलामी देने लगे।

रीना की गोरी मोटी जांघें करीना कपूर की याद दिलाने लगी थी, क्या सेक्सी टांगें थी उसकी बाल रहित… गोरी चूत जिसके दर्शन अच्छे से नहीं हो रहे थे क्योंकि वह अपनी टांगों को पीछे हुए खड़ी थी. सामने से मैं रीना की गांड नहीं देख पा रहा था लेकिन उसके शरीर का आकार महसूस कर सकता था कि जितनी सेक्सी आगे से है पीछे से उतने ही लंड फाड़ सेक्सी होगी.

मेरे लंगोटिया यार की पत्नी रीना की नजरें शर्म से झुकी हुई थी. मैंने अपनी टी-शर्ट उतार कर रीना के गले लगाया और कहा- रीना… आई लव यू! रीना का हाथ मेरे पेट पर चला गया, उसने मेरे सिक्स पैक पर हाथ फिराया, उसकी आंखों में अचानक से चमक आ गई, उसने मेरी नजरों में देखा और कहा- आई लव दिस बॉडी… आई लव यू रणविजय।

मैंने रीना को अपनी गोद में उठाया और बेड पर गिरा दिया। हम उत्तेजना से पागल हो गए थे क्योंकि दोनों के शरीर ही इतने आकर्षक थे। निर्णय मात्र आधे घंटे तक फॉर प्ले करने का हुआ था और अपने अंदर के वस्त्र ना उतारने की बात हुई थी लेकिन समझदार रीना ने फालतू के नखरों में समय बर्बाद नहीं किया इससे मेरा काम बहुत आसान हो गया था। मैं सोच रहा था कि अब सब कुछ बहुत आसानी से हो जाएगा लेकिन यह सोचना मेरी गलती थी रीना पूरी नंगी बेड पर लेटी हुई थी.

मैंने भी अपने आप को पूरा नंगा कर दिया था, मैं ऊपर लेटने लगा और उसके होठों के ऊपर अपने होंठ लगाने लगा। तभी रीना ने मेरा लिंग पकड़ लिया और जोर से दबाया और कहने लगी- रणविजय, मेरे कपड़े उतारते वक्त जो तुमने मुझसे कहा कि चुदाई होनी ही है। यह तुम्हारी गलतफहमी है, तुम्हें ऐसा नहीं सोचना चाहिए और मैं भी ऐसा नहीं सोच सकती हूं और हम दोनों को यह सब करते हुए यह ध्यान रखना चाहिए कि हमारे पति और तुम्हारी पत्नी का विश्वास न टूटे!

यह सुनकर मुझे आगे के क्रिया-कलापों पर अनिश्चितता हुई कि मैं पूरी चुदाई कर पाऊंगा भी या नहीं। रीना को लेकर जो मेरा सपना था… मैं अर्श से फर्श पर गिर गया था मैंने बात को संभालते हुए कहा- मैं तुम्हें केवल उत्तेजित करना चाहता था इसलिए मैंने ऐसा कह दिया, तुम चिंता ना करो, हम अपनी सीमा में ही रहेंगे.

मैंने घड़ी की तरफ इशारा करते हुए कहा- यार 10 मिनट समाप्त हो गए हैं और अभी तक मैं इस हुस्न की परी का चुम्बन भी नहीं ले पाया हूं. क्या इस आधे घंटे में मैं अपनी मनोकामनाएं पूरी करुंगा जिसके सपने में देखे थे। रीना, मैं इस सपने को जीना चाहता हूं और अपने मन की वे सारी इच्छाएं पूरी करना चाहता हूं जो मैंने कमरे में अंदर आते हुए सोची थी. मैं तुम्हारे साथ फोर प्ले कर वे सारे क्रियाकलाप करना चाहता हूं जिसे मैं जीवन भर याद रख सकूं और इस फोरप्ले के क्रियाकलाप को याद करके मैं प्रिया को यह समझ कर चोद सकूं कि मैं तुम्हें ही चोद रहा हूं।

रीना ने कहा- हां रणविजय, मैं भी तुम्हारे साथ इस समय को जीना चाहती हूं, और वो भी अच्छे तरीके से… इसलिए मैंने बिना किसी विरोध के उनके खिलाफ जाकर अपनी ब्रा पेंटी भी उतार दी हैं क्योंकि मुझे पूरा विश्वास है राजवीर और प्रिया ने भी इतना तो किया ही होगा। आधे घंटे तक कोई केवल चुम्बन के साथ नहीं रह सकता इसलिए उन्होंने भी अपने कपड़े उतार ही होंगे लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि वे दोनों फोरप्ले ही करेंगे. हमें भी फोरप्ले करना चाहिए और इसे ज्यादा से ज्यादा सुखद बनाना चाहिए!

इतना कहते हुए रीना ने मुझे कस के अपनी बांहों में भींच लिया और अपने होठों को मेरे होठों से लगाकर जोरदार चुम्बन देने लगी.

जब उसने मुझे अपनी ओर खींचा तो उसका नंगा जिस्म और उसके बड़े गद्दीदार तने हुए स्तन मेरे सीने पर दब गए, मैं एक अजीब सी सिरहन से पागल हो गया, इससे बड़ा सुख मैंने अपने जीवन में कभी नहीं पाया था. 2 से 3 मिनट के लंबे चुम्बन के बाद मैंने अपने हाथ रीना के वक्ष पर रख दिए और दोनों स्तनों को जोर जोर से दबाने लगा. इससे उसका गोरा शरीर पूरा लाल हो गया उसके स्तनों को दबाकर जो आनन्द मुझे महसूस हो रहा था वह शब्दों में ब्यान नहीं हो सकता.

मैंने उसके स्तनों को जोर जोर से चूसना चालू किया, वह भी जितना कर सकती थी, मुझे चूमने लगी। उसके स्तनों, चूचुकों के बाद मैंने उसके पेट पर अपनी जीभ फिरानी शुरू की लेकिन मेरा मन कर रहा था कि मैं उसकी गोरी चमड़ी को अपने मुंह में लेकर खा जाऊं… जहां-जहां मेरा मुंह और दांत उसकी गोरी चमड़ी को स्पर्श कर रहे थे, वहां वहां वह पूरी लाल होती जा रही थी।

मैं मन ही मन रोमांचित हो रहा था कि जब मैं इसकी गांड मारूंगा गांड पर जोर जोर से थप्पड़ दूंगा तब इसकी गांड का जो हाल और वह जो दृश्य होगा मैं कितना रोमांचित करने वाला होगा।

ऐसा सोचते करते हुए मैं उसकी योनि तक पहुंच गया, उसकी गोरी टांगों को चाटते हुए मैंने उसकी योनि में अपनी जीभ डाल दी और उसे जीभ से चोदने लगा. ऐसा करते हुए मैंने रीना को धन्यवाद कहा और कहा- अच्छा हुआ तुम पहले से नंगी हो गई… वरना यह सब करने के लिए मुझे कितना तड़पना पड़ता। इस पर रीना ने मुझसे कहा- मुझे पता है कि तुम मेरे शरीर को देखना चाहते थे… अगर हम केवल किस करते और फोरप्ले कर लेते तो तुम्हारी मन की इच्छा पूरी नहीं होती और ना ही मेरी! इसलिए मैंने कोई विरोध नहीं किया!

मैं अपने परम मित्र की धर्मपत्नी की चूत फिर चाटने लगा, वो सिसकारियां भरती हुई पागल हुए जा रही थी. करीब 20 मिनट हमें इस क्रियाकलाप में गुजर गए थे।

रीना को जैसे एकदम से होश आया और वह बोली- रणविजय, केवल अपनी इच्छा पूरी करोगे या मेरी भी इच्छा भी पूरी करोगे? इस पर मैं उठ कर सीधा उसके पास जाकर लेट गया, रीना मेरे ऊपर आई, अपने होठों को मेरे होठों पर दबा कर मेरे लिंग को अपने हाथ में रखकर धीरे-धीरे मेरे होठों से लेकर गले सीने पर अपनी जुबान फिर आती हुई किस करने लगी।

उसने हाथों ने मेरे सिक्स पैक को महसूस किया और वहां पर चुम्बनों की बारिश कर दी. वह इस सिक्स पैक्स बॉडी वाली की दीवानी थी, उसने चुम्बनों की ऐसे बारिश की थी जो कि मुझे कभी प्रिया से नहीं मिली थी, इतनी मेहनत से बनाए हुए सिक्स पैक का प्रिया को कोई शौक नहीं था। लेकिन आज मुझे महसूस हुआ कि इस मेहनत का नतीजा मुझे रीना के चुम्बनों के इनाम में मिल गया।

रीना ने कहा- अरे यार, हमारे पास समय की बहुत कमी है, तुमने जो तुम्हारी इच्छा का जिक्र किया था, पूरा करना नहीं चाहोगे? तुम्हारे इस शरीर के साथ तो मेरी भी इच्छा हो रही है कि मैं भी वह करूं। मैं 69 की बात कर रही हूं!

रीना ने मेरे मन की बात छीन ली थी लेकिन मैं डर रहा था कि शायद वह लिंग को मुंह में लेकर चूसना पसंद नहीं करे। पर लग रहा था कि आज मेरे सारे अरमान पूरे होने जा रहे हैं. हम 69 की पोजीशन में आ गए!

क्या खुशबू थी उसकी जांघों के बीच बसी ज़न्नत की। क्या गोरी जांघें थी… जिनके बीच में मैंने अपने मुंह को दबाया उसके इस गहरे भाग को देखकर मेरा लिंग करंट मारने लगा था। कोई भी ऐसे गोरे शरीर को जो एकदम स्वच्छ निर्मल और बालों से रहित हो, बिना किसी झिझक के चूमना चाटना और खाना भी पसंद करेगा।

इतने में मुझे अपने लिंग पर रीना के लब महसूस हुए, उसके मुंह की लार ने मेरे लिंग को गीला कर दिया और वह मुझे उत्तेजना में पागल करने के लिए जोर जोर से अपने होठों को मेरे लिंग पर रगड़ने लगी और गंदे तरीके से उसे चूसने चाटने लगी। ऐसा लग रहा था कि किसी ब्लू फिल्म की हीरोइन आज मेरे लिंग पर सवार है.

मैंने उत्तेजित होते हुए उसकी चूत को चूसना चाटना शुरू कर दिया और जीभ से उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया। उसके गदराये हुए शरीर को देखकर मैं पागल हुए जा रहा था। उसकी गोरी गांड मेरी आंखों के सामने थी जो कि इतनी आकर्षक थी कि कब मेरा मुंह उसके गांड के छेद पर चला गया मुझे पता ही नहीं चला।

अपनी जीभ को मैंने उसकी गांड के छेद पर पूरी तरह से फिराया। कभी-कभी मैं उसकी गांड के छेद को और कभी उसकी फांक को जो भी मुंह में आ रही थी, पागलों की तरह चूसने चाटने लगा और उसका पूरा निचला भाग आगे पीछे से मैंने चाट चाट कर गीला कर दिया अपनी लार से!

कहानी जारी रहेगी. प्रिय अंतर्वासना के पाठको, आपके मेल ही मुझे आगे की कहानी लिखने के लिए प्रेरित करेंगे। मेरी आपबीती पसंद आई? क्या आप मेरी कहानी आगे भी पढ़ना चाहते हैं? तो कृपया मेल करें [email protected] पर।

कहानी का अगला भाग: याराना-4

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