Meri kuchalti Jawani ki dastaan-1

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हेल्लो मेरे प्यारे पाठकों। मैं यहां अक्सर कहानियां पढ़ती हूं। आज अपना पहला अनुभव लिख रही हूं, आशा करूंगी की आपको मेरी कहानी पसंद आएगी, और आप मुझे आगे भी लिखने का मौका देंगे।

मेरा नाम शालिनी सिंघ, उम्र 22 साल है। मेरा फिगर 34-28-34 है, और रंग गोरा है। मैं एकदम खुले विचारों वाली, सेक्सी, कमसिन और मदमस्त लड़की हूं। आप फिगर से ही अंदाजा लगा सकते हैं मैं कितनी सेक्सी हूं और लड़के लंड हिलाते हुए घूमते हैं आगे पीछे।

मेरे पापा नहीं है, तो मैं चाचा जी के यहां रहकर पढ़ती हूं। उन्हें मेरी कोई फिकर नहीं है, वो हमेशा मुझे कोसते और दुत्कारते रहते हैं।

बात तब की है जब मैं फर्स्ट ईयर में थी, और नई नई में कॉलेज में आई थी। हमारे कॉलेज की यूनिफॉर्म शर्ट और स्कर्ट थी। मुझे घुटनों से ऊंची स्कर्ट पसंद थी। मेरी स्कर्ट घुटनों से डेढ़ हाथ छोटी थी। जिसमें से मेरी सफेद जांघे निखार कर सामने आ रहीं थी। मेरी चूचियां उस वक़्त 28C के साइज की थीं और गान्ड 30″ की।

भगवान ने शरीर बहुत मेहनत से बनाया था मेरा लगता है। मेरी चूचियां शर्ट में अच्छे से उभर कर दिखती थीं। चूंकि शर्ट का रंग सफेद था और कपड़ा पतला था, तो मुझे ब्रा के रंग का चुनाव संभाल कर करना पड़ता था।

जब मैं पहली बार क्लास में गई तो लड़के मेरे साथ बैठने को मचलने लगे। मेरी घुटनों से ऊपर स्कर्ट सबको पागल बना रही थी।

वहां एक साहिल नाम का लड़का भी था। उसकी पर्सनैलिटी एक दम सेलेब्रिटी वाली थी। मैं उसके पास जा कर बैठ गई। तभी क्लास शुरू हो गई।

धीरे धीरे पता चला कि साहिल पढ़ने में निकम्मा और लड़कीबाजी में सबसे आगे है। उसने मुझसे मेरा नाम और बाकी सब पूछा और हमारे बीच कुछ बातें हुई।

तभी ब्रेक हो गया और मैं वॉशरूम जाने लगी। मैं जब मूत रही थी, तब मुझे ऐसा लगा कि कोई मुझे देख रहा है, पर जब बाहर आकर देखा तो कोई नहीं था। मैनें भी उस बात को इग्नोर कर दिया।

कुछ दिनों में मेरी दोस्ती एक पूजा नाम की लड़की से हुई जो कि पढ़ने में होशियार थी. वो कभी कभी मेरी होमवर्क में मदद कर देती थी।

रोज़ मुझे वॉशरूम में लगता कि कोई मुझे देख रहा है। ये सब रोज़ चलता रहा, पर मुझे कोई दिखा नहीं तो मैं भी अपना वहम समझ के भूल गई।

अब मुझे 1 महीना हो गया था, साहिल से मेरी दोस्ती गहरी हो गई थी, और कहीं ना कहीं मेरे मन में उसके लिए प्यार उमड़ने लगा। क्या करूं , वो था है इतना हैंडसम और बोल्ड। वो जो चाहे बिना हिचकिचाए बोल देता था। वो रोज़ मेरी तारीफ करता था, कहता था कि मै सबसे सुंदर लड़की हूं। वो खुशनसीब है मेरा दोस्त बनकर।

उसके ग्रुप में हम 2 लड़की थीं। हम कुल 6 लोग थे। मैं , पूजा, साहिल और 3 उसके दोस्त – राहुल, अभिषेक और पालेश्वर जिसे हम पल्टू बुलाते थे। क्योंकि वो जिस भी लड़की को देखता था उस उससे ही प्यार हो जाता था।

सभी मुझसे अच्छे से पेश आते थे। मुझे हमेशा से लगता था कि पूजा और राहुल में कुछ तो चक्कर है, क्योंकि पूजा राहुल से नजरें नहीं मिलाती थी, और उसकी हर बात मानती थीं। पर मेरे पूछने पर दोनों ने इस बात से इंकार कर दिया।

लगभग एक महीने बाद, एक दिन मैं क्लास में आई, मैने पिंक ब्रा और पिंक ही पैंटी पहन रखी थी। क्लास के दौरान साहिल बार बार बस मुझे ही देखे जा रहा था, उसने मुझे सबसे पीछे कोने की तरफ बैठने को कहा। मुझे कुछ अजीब लगा पर मैं भी चलदी उसके पीछे पीछे अपनी गान्ड मटकाते हुए, और हम सबसे आखिर में बैठ गए।

मैंने देखा कि वो धीरे से अपने लंड मसल रहा है। मैने देखकर इग्नोर किया तभी उसने मेरी स्कर्ट में हाथ डालकर मेरी जांघो को सहलाने लगा मैने गुस्से में आकर उसका हाथ झटक दिया।

मैनें कहा, “ये क्या कर रहे हो साहिल? अपनी हद में रहो।”

वो हंसते हुए बोला, “अरी जानेमन इतना सेक्सी फिगर है, हमें भी कुछ मज़े लेने दो।”

मैं गुस्से से आगबबूला हो गई और मैनें उसे चांटा मारना चाहा, तभी उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और उसने अपना फोन निकाला और मुझे वीडियो दिखाया जिसमें उसने मेरी कॉलेज वॉशरूम में मूतते हुए विडियोज़ बना रखी थीं।

मैं ये देखकर हैरान हो गई और ये देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए। आखिर मुझे अभी 1 महीना भी नहीं हुआ था मुझे यहां आए, और मै किसी को जानती भी नहीं थी सही से।

वो बोला “सुन रंडी जैसा कहा जा रहा है चुप चाप कर और करने दे, वरना तेरा ये विडियो पूरा कॉलेज देखेगा।”

मैं सहम गई। मैनें देखा कि राहुल, अभिषेक और पलटू तीनों मुझे मुस्कुराते हुए देख रहे हैं, और साहिल को आंख मार रहे हैं।

मैं बोली, “साहिल ये विडियो तुमने कब बनाया, और तुम लड़ीज वॉशरूम में कैसे आए।”

वो बोला, “उधर देख, पूजा को तो तू जानती ही है। वो राहुल की रंडी है, जैसा हम चाहें वो वैसा ही करती है। हमने इसे आंठवी क्लास से फसा रखा है। अब वो हम सब की रांड है और हम सबके लंड की गुलाम है। उसने मेरे ही कहने पर तेरा ये विडियो निकाला है। और अब से तू मेरी छीनाल है, जैसा मैं कहूं, वैसा ही करेगी वरना तैयार होजा पूरे कॉलेज में नंगी होने के लिए, और हां एक बात और, कॉलेज का प्रिंसिपल मेरा बाप है, किसी से भी शिकायत की, तो कॉलेज से निकलवा दूंगा।”

मैं डर गई और मेरा दिमाग काम करना बंद कर दिया।

वो बोला, “चल अब अपनी टांगे चौड़ी कर और चुपचाप आगे देखती रह, तेरी मर्ज़ी है कि तुझे आवाज़ निकालनी है या नहीं”।

यह कहकर वो हंसने लगा।

मैं शर्म से लाल हो गई और चुपचाप टांगें चौड़ी कर ली।

अब उसने मेरी जांघों पर हाथ फेरना शुरू कर दिया। कुछ ही समय में मै गरम हो गई और सिसकियां लेने लगी।

मैं बोली, “साहिल प्लीज़ मुझे छोड़ दो, आहह उम्मम, प्लीज़ मुझे ऐसे मत तड़पाओ”।

वो बोला, “अभी तो खेल शुरू हुआ है मेरी कुतिया, अभी तो पूरी पिक्चर बाकी है”।

मैं बहुत ज्यादा गर्म हो गई और शर्म से लाल हो गई।

उसने कहा, “चल अब अपनी पैंटी उतार कर मुझे देदे, अब तू पैंटी केवल छुट्टी में ही पहनेगी घर जाते वक़्त”।

मैने उसे मना किया तो उसने मेरी जांघ को मुट्ठी में भींच लिया, में दर्द से कराह उठी, और वो बोला, “देख छिनाल, अब अगर एक बार और तूने मेरी बात अनसुनी करी, तो तेरी खैर नहीं”।

मैं डर गई और अपनी पैंटी धीरे से उतारने लगी.. मैं पैंटी जांघों से होते हुऐ घुटनो तक और फिर नीचे पैरो में गिरा दी।

उसने वो पैंटी ली और सुंघी, वो बोला, “बड़ी मस्त खुशबू है तेरी चूत की।”

मै अब नीचे से नंगी थी और शर्म से लाल भी।

उसने सीटी मारी, जैसे ही राहुल, अभिषेक और पलटू ने उसकी तरफ देखा तो उसने उन्हें पैंटी दिखाई और सब हंस दिए।

अब उसका हाथ मेरी चूत़ तक आने लगा। उसने एक दम से एक उंगली मेरी चूत़ में डाल दी, मैं एकदम से उछल पड़ी और मेरी चीख निकल गई, “आह्ह्हह्ह साहिल आराम से उफ्फ”। जो कि आगे बैठे राहुल, अभिषेक और पलटू ने सुन ली, और वो हंसने लगे।

राहुल ने साहिल को कुछ इशारा किया, जो कि मै समझ नहीं पाई, तभी साहिल ने मेरी चूत़ के दाने को पकड़ के मसल दिया। उसके इस हमले के लिए मै तैयार नहीं थी, और मेरा पानी निकाल गया, और मै जोर से चीखी, “उई मां, मर गई, आह्ह राहुल….. उफ्फ आह्हह”।

मै इतनी जोर से चीखी कि आवाज़ हमारे टीचर तक पहुंच गई।

टीचर गुस्से से बोली, “क्या हो रहा है वहां शालिनी, तुम चीखी क्यूं?”

मेरे कुछ बोलने से पहले ही साहिल बोल पड़ा, “मिस, लगता है इसे चीटी ने काट लिया”, ये सुनते ही राहुल, अभिषेक और पलटू जोर से हंस दिए और मिस वापिस पढ़ाने लगी।

साहिल बोला, “सुन कुतिया, अब अगर तेरी आवाज़ आई तो तेरी पैंटी यहीं सबके सामने मुंह में ठूंस दूंगा, समझी!!” मैं डर गई और चुप चाप उसे देखने लगी।

अब उसने मेरी चूत को मसलना शुरू किया। मैं आहें भरने लगी, “साहिल, आह्हहह रुको मत उफ्फ उफ्फ ईईईईई करते रहो आहहह।”

साहिल हंसने लगा और मेरी चूत पर चुटियाँ काटने लगा। मैं चिहुंक गई। उसे मज़ा आया, वो अब कभी चूत पर, कभी उसके दाने पर, और जांघ पर चुटियाँ काटने लगा। मैं मुंह दबाकर दर्द सहन कर रही थी और सिसकियां भी ले रही थी, “आहहहहहहह उफ्फ्फ्फ अम्म्म्म उइइइ माँ, राहुल प्लीज़ रुक जाओ।”

उसने करीब 15 मिनट तक मुझे ऐसे ही तड़पाया।

अब वो बोला, “चल अब, अपनी चूत में उंगली कर, तब तक मत रुकना जब तक झड़ ना जाए”, इतना कहकर उसने अपने मोबाइल का कैमरा ऑन कर लिया।

मुझे पता था कि मना करने से कोई फायदा नहीं है, इसलिए मैने वैसा ही किया। मैने एक साथ 3 उंगलियां चूत में डाली और शुरू हो गई। पूरी भरी हुई क्लास में मिस के सामने चूत में उंगली करने का एहसास सबसे अलग था। मै सातवें आसमान पर पहुंच चुकी थी।

मै सिसकियां लेने लगी, “उफ्फ़फफ अम्म्म्म्म आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह”। अब मैं झड़ने वाली थी.

तभी उसने मुझे रोक दिया, और बोला, “रंडी अब तो तू तभी झड़ेगी जब मैं तुझे चोदूंगा, चल अब मेरा लंड निकाल कर सहला”।

मैने वैसे ही किया, और उसका लंड निकाल के सहलाने लगी।

उसका लंड करीब 9 इंच लम्बा और 2.5 इंच मोटा था, जिसे देखकर मेरी आंखें फटी रह गईं। उसे मज़ा आने लगा।

वो बोला “चल अब डेस्क के नीचे जा, और लंड को चूस।”

मैं बोली, “ये बहुत बड़ा है मेरे मुंह में नहीं आएगा!”

वो बोला “मै हूं ना तू नीचे तो बैठ।”

मैने वैसा ही किया और उसके लंड को चूसने लगी। मैने उसके लंड के टोपे पर जीभ फिराई, और पहले टोपे को मुंह में लिया।

क्यूंकि ये मै पहली बार कर रही थी तो मै सिर्फ 4 या 5 इंच ही अंदर ले पाई, उसने अचानक से मेरा मुंह पकड़ कर लंड पर जोर से दबाने लगा जिससे पूरा लंड मेरे गले तक उतर गया।

मुझे सांस लेने में तकलीफ होने लगी, मैं हाथ पैर मारने लगी, पर उसने नहीं छोड़ा।

मै, “उघ्घ्घघघ आघ्घ्घ्घघघ ” की आवाज अपने गले से निकलने लगी, उसने करीब 1 मिनट बाद लंड बाहर निकाला।

मै तेज तेज सांसे लेने लगी, तभी उसने पूरा लंड फिर गले में उतार दिया…अब वो तेजी से इसे दोहराने लगा और मेरा मुंह चोदने लगा।

मै बस, “उघ्घ्घघघ आघ्घ्घ्घघघ” की आवाजे निकाल रही थी।

करीब 20 मिनट बाद वो झड़ा, उसने पूरा लंड मेरे गले तक रोके रखा और पूरा वीर्य मेरे गले में उतार दिया, और एक झटके में लंड बाहर निकाल लिया। इस वजह से मै खांसी और कुछ वीर्य बाहर गिर गया।

वो बोला, “सुन छिनाल, ये सारा रस चाट, वरना!!!”

मैने अपनी जीभ बाहर निकाली और उसका नीचे गिरा वीर्य चाटा, मै उसे निगलने वाली थी, तभी उसने मेरा मुंह पकड़ा और उसमे थूक दिया, और बोला, “अब इसे निगल जा।” मैने वैसा ही किया।

अब वो खड़ा हुआ और बोला, “चल अब मेरा हो गया, मै जा रहा हूं।”

मैने कहा, “साहिल मेरी पैंटी तो दो??”

वो बोला, “ये मै तेरी याद में रख रहा हूं, आज तू ऐसे ही घर जाएगी। और सुन 3 दिन बाद मेरा जन्मदिन है, तू उस दिन मेरे घर आएगी और रात को वहीं रुकेगी, अपने घर तू क्या बोलेगी वो तू देख लियो।” इतना कहकर वो चला गया और मै उसे देखती रह गई।

उस दिन मै घर जाकर खूब रोई और अपने ऊपर तरस आने लगा।

अगले भाग में जानिए क्या हुआ साहिल के जन्मदिन पर, कैसे उसने अपनी पार्टी में मुझे नंगा नचाया और मेरी जवानी का मज़ा लूटा।

आशा करती हूं कि आपको मेरी कहानी पसंद आई होगी। अपने कॉमेंट्स एवं सुझाव मुझे जरूर जरूर मेल करें

आपकी प्यारी शालिनी उर्फ शालू।

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