बेटे को बॉयफ्रेंड बना कर चुदवा लिया-4

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सभी चूतधारी मम्मियों और लंडधारी बेटों को कविता दुबे का प्रणाम. मैं आशा करती हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी अच्छी लग रही होगी.

जैसा कि मैंने आपको बताया कि मैंने अपने सगे बेटे को अपनी ओर आकर्षित किया और फिर हम शिमला गए. वहाँ मैंने अपने बेटे वंश के साथ चुदाई भरी अय्याशी की.

अब आगे:

अपने सगे बेटे से चुदाई का मजा करने के बाद हम दोनों लंच करने गए, वहाँ जितने भी शादीशुदा जोड़े और प्रेमी प्रेमिका थे, सब हम दोनों माँ बेटे को देख रहे थे, पर किसी को नहीं पता कि हम माँ बेटे हैं. मैं और वंश एक दूसरे की बांहों में बांहें डाल के आये और खाने की टेबल में बैठ गए. वंश ने खाना ऑर्डर किया. खाने में काजू करी, बटर नॉन पुलाव बूंदी रायता और पापड़ आदि सब मंगाया. वेटर सबसे पहले पापड़ लाया, जिसे एक साइड से मैंने अपने मुँह में पकड़ा और दूसरी साइड से वंश ने दबा लिया. इस तरह हमने बिना किसी की परवाह किये एक साथ पापड़ खाया. सभी हम दोनों माँ बेटे को देख रहे थे, पर उन्हें लग रहा था कि हम कपल हैं.

हमने खाना खाया और क्लब में आ गए. वहाँ हमने डांस किया. बांहों में बांहें डाल कर किस करते हुए बहुत एन्जॉय किया.

उसके बाद हम रूम में आ गए. अब मैं अपने बेटे से बोली- आज तुम मेरी चुदाई ऐसे करो जैसे मेरे साथ जबरदस्ती की जा रही हो! वो भी पूरे मूड में आ गया और एकदम किसी गुंडे जैसे रोल में आकर गुस्से में मुझे गोद में उठा कर मेरे साथ गुंडे जैसा बिहेव करने लगा.

मैं भी उससे किसी अबला नारी जैसे बोलने लगी- छोड़ मुझे कुत्ते कमीने … मैं तेरी माँ समान हूं. मैंने उसे एक झापड़ मार दिया. इस पर उसने मुझे बेड पर पटक दिया और अपने कपड़े खोलने लगा. मैं उससे बोली- बेटा मुझे छोड़ दे.

उसने बेल्ट उतार कर मुझे मारना चालू कर दिया. उसने मुझे बहुत मारा, ऊपर से मेरी आंखों में आंसू और अन्दर दिल में खुशी थी. उसने मारने के बाद मेरे मुँह में थूक दिया और मुझे बाल पकड़ कर उठाया. इसके बाद मेरे सीने में हाथ रख के एक झटके में गाउन को फाड़ दिया और ब्रा को भी फाड़ दिया.

मैं बोली- बेटा छोड़ दे मुझे. मैं उसके पैरों में गिर गई. मेरा बेटा वंश मुझसे बोला- उठ साली रांड … मादरचोदी.

उसने मुझे बाल पकड़ कर उठाया. एक झापड़ मेरे गाल में दे मारा और उठा के बिस्तर में पटक दिया. मेरी टांगें जैसे ही सीधी हुईं, उसने पेंटी को खींच के फाड़ दिया. मैं भी ड्रामा करते हुए उससे रहम की भीख माँग रही थी. मैं- आह … मुझे छोड़ दे.

अब वंश मेरे ऊपर चढ़ कर मुझे किस करने लगा. मैं नखरे करने लगती … तो वो मुझे मारने लगता था. उसके बाद उसने मेरी जांघ चाटी और मेरी बगलों को चाटने लगा. उसके बाद उसने मेरे पूरे जिस्म को चाटा. मेरा ऐसा एक भी अंग नहीं बचा होगा, जिसको मेरे लाड़ले बेटे ने ना चाटा हो. मेरे कंठ से ‘आहह … उफ्फफ्फ आह्ह..’ निकलने लगी थी.

अब मैं भी पूरी गर्म हो गई थी. मैं भी उसकी बगलें चाटने लगी. हम दोनों का जिस्म पसीना से लथपथ था. सच में कितनी नशीली खुशबू थी और बहुत नशीला स्वाद भी था. ‘उफ्फ …’ उस पल को याद करके तो मेरे मुँह में अभी भी पानी आ गया.

हम दोनों माँ बेटे एक दूसरे के जिस्म को चाट रहे थे. जब वंश मेरी अंडर आर्म्स चाट रहा था, मुझे बहुत गुदगुदी लग रही थी. इसके बाद उसने मेरी गांड के छेद को चाटना चालू कर दिया. उसने मेरे चूतड़ों में चमाट मारना चालू कर दिया. मेरे लाल वंश ने जोर जोर से मार मार के मेरी पूरी गांड लाल कर दी. जीभ से चाट चाट कर उसने मेरी गांड का छेद पूरा चिपचिपा और बहुत गीला गीला कर दिया. उसने मेरी गांड के छेद में जीभ डाल डाल के खूब चाटा.

मेरी गांड में अपनी जीभ को नुकीली करके अन्दर तक डाल कर वंश बोल रहा था- साली रंडी तेरी गांड … चूत … मुँह पूरा जिस्म मेरा है … साली कुतिया. मैं भी बोल उठी- हां चोद दे मादरचोद … तेरे लौड़े में जितनी दम हो, चोद हरामी साले आज मेरी चूत का भोसड़ा बना दे … आआह्ह्ह … उफ्फ … आई लव यू माय सन … उउम्म … ऊआहह …

फिर मैं और वंश 69 में आ गए और एक दूसरे के लंड चूत को चाटने लगे. मैं उसके लंड को पूरा गले गले तक ले रही थी और वंश मेरी चूत को और गांड को पूरी जीभ डाल के चाट रहा था. हम दोनों की मादक आहों और कराहों से पूरा कमरा गूँज उठा था.

‘उम्म्ह… अहह… हय… याह… उफ्फ्फ बेटा..’ ‘आआह्ह मम्मी..’ फिर वंश बोला- मम्मी मैं जिन्दगी भर तुमको चोदूंगा आहह! मैं बोली- हां चोद ले मेरी जान … चाट मेरी चूत को मेरे लाल … आअहह!

तभी वो मेरे मुँह में झड़ने लगा और मूतने भी लगा. आआह्ह … बहुत मस्त स्वाद था उसके बीज और मूत का … मुझे तो मजा आ गया. तभी मैं भी उसके मुँह में झड़ गई. हम दोनों ने एक दूसरे का माल पी लिया था.

मैं बोली- बेटा रोज सुबह मैं तेरा मूत और बीज पियूंगी … आज से सुबह से चाय कॉफ़ी बन्द. वो बोला- ठीक है मम्मी … मैं भी आपकी पेशाब पियूंगा.

उसने मुझे फिर से मारना चालू कर दिया मेरे पूरे जिस्म में बेल्ट के निशान आ गए. साला कुत्ता कहीं का … मुझे काट भी रहा था. उसने मेरी गांड में भी काटा और बूब्स में भी अपने दांत गड़ा दिए. वंश बोला- चल उठ जा मेरी रंडी मम्मी … साली दारू ले कर आ. मेरे से चलते नहीं बन रहा था, फिर भी मैं संभल कर गांड मटकाते हुए गई और टेबल से बोतल उठा लाई.

वंश बोला- छिनाल बोतल से क्या तेरी चूत में व्हिस्की डाल कर पियूंगा … भोसड़ी की साली जाके गिलास ले के आ कुतिया. मैं भी बोली- चूत में डाल कर पी ले कमीने! उस कमीने ने मुझे एक लात मारी, जिससे मैं टेबल पर जा कर गिरी और हंसते हुए उठ कर गिलास और पानी की बोतल ले आई.

मैंने वंश से दारू की बोतल ले कर पैग बनाए. उसने गिलास लिया और घूँट भर कर मेरे चेहरे पर थूक दिया. फिर बाकी पूरा पैग पी लिया.

मैं अपने चेहरे की दारू जीभ निकाल के चाट रही थी. मैंने अपने लिए भी एक पैग बनाया. पहले उसको मैंने वंश को पिलाया. उसके पीने के बाद उसने अपने हाथ से मुझे भी बाकी का पैग पिलाया. हम दोनों इसी तरह दारू पीते रहे.

मैंने 5 पैग पी लिये, उसने भी 5 पैग खींच लिए थे. मैं बहुत नशे में थी और वंश का लंड सहला रही थी. उसका लंड पूरा टाइट हो गया, मैं नीचे झुकी और लंड को मुँह में डाल के चूसने लगी. मेरा बेटा बस ‘आअह्ह आह्ह वेरी गुड मम्मी आह्ह्ह आअहह …’ कर रहा था और मैं उसका लंड गपागप चूस रही थी.

अब उसका लंड पूरा गीला हो गया. मैं और वंश बैठ गए और पैरों को एक दूसरे की कमर में फंसा लिए. अब वंश ने मुझे चोदना चालू कर दिया. वो बहुत जोर जोर से धक्के लगाने लगा. “आहह … उफ्फ उम्म … आहह ओह बेटा आह आह चोद दे अपनी रंडी माँ को चोद … फाड़ दे मेरी चूत … आह बेटा आआह …”

वंश बोला- साली तुझे जिन्दगी भर रखैल बना कर रखूंगा. मैंने उसको एक झापड़ मारा और बोली- साले मादरचोद … रखैल नहीं, बीवी बनाना है.

मेरे चांटे से उसको नहीं पता क्या हुआ, वो मुझे और जोर जोर से चोदने लगा. मेरी चूत में मुझे उसका लंड किसी गरम सरिया सा लगने लगा. “आह्ह आहह आअह्ह बेटा धीरे … आअह्ह्ह जान निकाल देगा क्या तू? आआह …’ पूरा कमरा हमारी आहों से गूंज रहा था. शिमला की ठंडक में भी वो पूरा पसीना पसीना हो गया.

अब वो लेट गया मैं उसके ऊपर आ गई. मैंने उसके पसीने को चाटा और उसके लंड को चूस कर गीला कर दिया. फिर उसके लंड में चूत गपा कर बैठ गई. मैं अपने बेटे के मूसल लंड की सवारी करने लगी. मेरे दूध हिल रहे थे और मेरे मुँह से गरम सीत्कारें निकल रही थीं- आह … उह्ह … कितना अन्दर तक जा रहा है साले मादरचोद … पूरी चूत की जड़ तक ठोकर लग रही है.

वंश मेरे दूध मसलते हुए बोला- और जोर से मम्मी … आअहह आअह्ह्ह … मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगी- आअह्ह आअह्ह उऊफ बेटा चोद दे मुझे.

वो बोला- मम्मी सच में कितनी सेक्सी हो आप … पापा के अलावा और कितनों के लंड के साथ खेली हो? मैं बोली- तेरे पापा के अलावा तेरे मामा से भी चुदी, तेरे पापा का दोस्त मल्होत्रा मुझे बहुत चोदता था. न जाने कितने अधिकारियों से मैंने अपनी चूत मरवाई है … आह आह आह!

वंश भी नीचे से धक्का लगाने लगा. मैं बोली- आई लव यू बेटा. वंश बोला- आई लव यू टू मम्मी जी आआह आह आह आह्ह्ह.

मैं सातवें आसमान में पहुंच गई थी और जोर जोर से चुदवा रही थी. हम दोनों की मस्त आवाजें गूँज रही थीं. “आअह्ह आह आह आह आआह मेरे लाल … चोदता रह … अपनी माँ चोदता रह.”

वंश भी बोला- आअह्ह्ह आह आह मेरी छिनाल मम्मी … ले साली कुतिया ले … आअह्ह … मम्मी आप अपने सगे भाई से भी चुद चुकी हो? मैं बोली- हाँ. तो उसने मेरे दोनों गालों में चांटा मारा. वंश बोला कि साली छिनाल … आह तू बहुत बड़ी रांड है. मैं बोली- हाँ आअह्ह आहह!

उसने मुझे उतारा और बोला- चल साली जल्दी से कुतिया बन जा … अब तेरी गांड मारूँगा. मैं अपने बेटे के लौड़े से झट से उतरी और कुतिया बन गई. मैंने अपना सर तकिये पर रख लिया और गांड उठा कर वंश के लंड के लिए खोल दी. वो मेरी गांड चाटने लगा और गांड को गीला करके मेरी गांड में अपना मोटा लंड एक ही झटके में पूरा डाल दिया.

“आह्ह आह आह आह्ह्ह … मर गई … साले भोसड़ी के जरा धीरे धीरे गांड मार न … मादरचोद … फाड़ कर ही मानेगा.” उसके लंड से मेरी गांड में भूचाल सा आ गया था, लेकिन कुछ ही पलों बाद मेरी गांड की खुजली मिटनी शुरू हुई तो मुझे गांड मराने में मजा आने लगा.

वंश ने मेरे बालों को यूं पकड़ा, जैसे वे किसी घोड़ी की लगाम हों. वो जोर जोर से मेरी गांड चोदने लगा. साथ ही मेरे चूतड़ों पर अपनी हथेली से चमाट मारता जा रहा था. “आह आअह्हा आह्हा आअहह उफ्फ्फ्फ … मजा आ रहा है.”

वो मेरी गांड में चमाट के साथ मेरी कमर में, पीठ में भी अपने चांटे मारे जा रहा था. “आह आह उफ्फफ आअह्ह्ह्ह्ह और जोर जोर से बेटा … वाह मेरे लाल आह तूने प्रूफ कर दिया कि तू मेरी ही औलाद है … मार भोसड़ी के … आआह आह आह बेटा गुड आअह्ह गांड चोद चोद उउऊफ्फ बेटा चोद.”

वंश लंड पेलता हुआ बोला- हाँ साली मम्मी तेरी गांड चोद रहा हूं … आह तेरे जैसी छिनाल मम्मी हर बेटे को मिलना चाहिये … साली की क्या रसगुल्ले सी गुलगुली गांड है … आह आआह्ह आअह अब तक ऐसी गांड तो किसी रंडी की भी नहीं मिली.

वंश मेरे बालों को लगाम सी पकड़ कर मुझे जोर जोर से चोदे जा रहा था. मेरा बेटा मेरी गांड में अपना मूसल जैसा लंड ऐसे पेल रहा था, जैसे रियल में कोई घोड़ा किसी घोड़ी को चोद रहा हो. मैं भी अपने बेटे से ऐसे ही चुद रही थी. मेरी मदभरी कराहों ‘आह्ह आअह उफ्फ म्म्म उआहह आह ऊ.’ से और गांड में लंड की ठोकर से होती ‘फच फच … फटाक फटाक..’ की आवाजों से पूरा रूम गूंज रहा था.

हम दोनों माँ बेटे चुदाई की कामवासना में लीन थे. मेरे कंठ से मस्त आवाज उसको जोश दिला रही थीं- आआह आह मेरा बेटा आह आई लव यू सन. वंश भी मेरे दूध दबाते हुए बोला- आई लव यू टू माय हॉट मम्मी.

अब दस मिनट मेरी गांड का बाजा बजाने के बाद वंश झड़ने वाला था. उसने मुझे झट से पलटाया और मेरे मुँह में लंड डाल दिया. मैंने भी उसके लंड का स्वागत अपने मुँह में किया. वो मेरे मुँह को जोर जोर से चोदने लगा. उसने गले को पकड़ रखा था और ठीक वैसे ही मेरे मुँह में लंड पेल रहा था, जैसे ब्लू फिल्म में होता है.

‘उम्म्म्म … गंगुन..’

फिर उसने झड़ कर अपने लंड का सारा माल मेरे मुँह में भर दिया. लंड से वीर्य की पिचकारी इतनी तेज निकली कि उसने मुझे स्वाद भी नहीं लेने दिया. उसका पूरा माल गले में उतरता चला गया.

हम दोनों माँ बेटे लस्त हो के बिस्तर में पड़े रहे. इसके बाद हम दोनों ने एक एक पैग खींचा और सिगरेट का मजा लेते हुए एक दूसरे से चिपक कर सो गए.

बाकी चुदाई का मजा अगले भाग में लिखूंगी. उन मम्मियों से और उन लौंडों से मेरी ख़ास इल्तिजा है, जो आपस में सेक्स करते हैं कि मुझे जरूर मेल करें.

आगे मैं बताऊंगी कि मैंने और मेरे बेटे ने कैसे शादी की और हम हनीमून में गोवा गए.

आप सभी मित्रों को मेरी अपने ही बेटे के लंड से चुदाई की कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताईयेगा. मेरी मेल आईडी है [email protected]

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