भैया का दोस्त -2

This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: [email protected]. Starting price: $2,000

खाना खाने के बाद प्रदीप और भैया तो हॉल में जा कर टीवी देखने लगे और इधर भाभी और मैं टेबल को साफ करने लगे। उसके हम दोनों रूम में चले गए, वहाँ भाभी ने फिर मुझसे कहा- रोमा, तुम्हें प्रदीप अच्छा लगा न?

तो मैंने बात को पलटते हुए कहा- भाभी मैं अभी आती हूँ।

मैं जब रूम से बाहर आई तो मैंने हॉल में प्रदीप और भैया की फिर बातें सुनी।

भैया प्रदीप को कह रहे थे कि ‘यार, तुम रोमा की ब्रा को हाथ में लेकर क्या कर रहे थे?’ तो उसने चौंकते हुए कहा- यार, यह तुझे किस ने बताया? तो भैया ने कहा- यार रोमा ने पलक को बताया तो पलक ने मुझे बताया है।

प्रदीप ने कहा- यह बात भाभी को भी पता चल गई यार ! मैंने कुछ नहीं किया, बस ब्रा को हाथ में किया था, पर जब रोमा वहाँ आ गई तो मैं उसे नीचे रख कर बाथरूम में नहाने के लिए चला गया था। उसके बाद रोमा ही मेरे पास आई थी और बाथरूम के दरवाजे को खटखटा कर मुझ से कहा कि ‘प्रदीप जी, मेरे कुछ कपड़े अंदर हैं, वो मुझे दे दो’ तो मैंने कहा कि ‘यहाँ कोई कपड़े नहीं हैं’ तो उसने ही कहा था कि मेरी ब्रा-पेन्टी अंदर है, वो दे दो !’ तो मैंने बस वही उसे दी थी।

तब भैया ने उसे कहा- यार उसने तुझे अंडरवीयर में देखा तो वो तेरी तरफ आकर्षित हो गई थी। उसे तू अंडरवीयर में बहुत अच्छा लग रहा था। यार, जब मैं घर आया था तो उसने मेरे साथ भी चुदाई की थी।

तभी प्रदीप ने कहा- यार, मैं भी उसे चोदना चाहता हूँ, मैं जब से आया हूँ, उसी के बारे में सोच रहा हूँ, वो बहुत सेक्सी है यार ! तू ही मेरी कुछ मदद कर ना ! मैं उसे चोदना चाहता हूँ।

तो भैया ने कहा- कैसे यार? तेरी तो अभी दो घंटे बाद मीटिंग है और आज शाम को वो अपने घर चली जायेगी।

प्रदीप कहने लगा- यार आज कैसे भी कर, उसे यहाँ रोक ले, मैं उसे आज रात को चोदना चाहता हूँ !

तब भैया ने कहा- यार तू एक काम कर ! अभी जब तू मीटिंग में जाने के लिए तैयार होगा न, तो मैं रोमा को कैसे भी करके तेरे पास भेज दूँगा, तू कमरे में बिना कपड़ों के रहना, कैसे भी करके रोमा को अपनी और आकर्षित करना। अगर वो तेरी ओर आकर्षित हो गई तो वो पक्का तेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हो जायेगी और आज रात को यहीं रुक भी जायेगी।

तब प्रदीप ने कहा- हाँ ठीक है यार ! मैं कुछ करूँगा, तू एक बार रोमा को कमरे में भेज देना यार ! मैं अब जाकर मीटिंग के लिए तैयार होता हूँ।

मैंने उन दोनों की ये सारी बातें सुनी तो मेरे मन में कुछ गुदगुदी सी होने लगी थी और मैं वापस भाभी के कमरे में आ गई।

तभी भैया आए और उन्होंने अपनी अलमारी को खोला और उस में से कुछ टाई निकली और मुझे कहा- रोमा, ये टाई तुम जाकर प्रदीप को दे दो, उसे जरुरत है।

तब मैंने भैया से कहा- मुझे पता है भैया कि आप मुझे वहाँ क्यूँ भेज रहे हो !

और मैंने भैया के हाथ से टाई ली और गेस्टरूम में जाने लगी। मैंने जब गेस्टरूम का दरवाजा खोला तो प्रदीप वहाँ फिर से सिर्फ अंडरवीयर में ही खड़ा था।

मैंने उससे कहा- ये कुछ टाई भैया ने दी है आपको देने के लिए ! और जब मैंने उसके अंडरवीयर की तरफ देखा तो उसका लंड मुझे पहले से भी ज्यादा बड़ा लग रहा था। वो शायद कुछ खड़ा हो गया था।

उसने मेरे हाथ से टाई ले ली। जब मैं वापस आने के लिए मुड़ी तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे अपनी तरफ खींच लिया और कहा- रोमा, तुम मुझे बहुत सेक्सी लगती हो।

मुझे उसकी बांहों में आकर बहुत अच्छा लगा। फिर उसने मेरे एक हाथ को अपने एक हाथ से पकड़ा और मेरे हाथ को अपने अंडरवीयर पर रख कर लंड को मेरे हाथ से दबाने लगा।

मैं तो बेसुध सी हो गई थी, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ। फिर उसने अंडरवीयर को नीचे करके अपना लंड मेरे हाथ में थमा दिया और अपने हाथ से मेरे हाथ को पकड़ कर लंड को सहलाने लगा।

उसका गर्म लंड मेरे हाथ में आते ही मेरे अंदर एक झनझनाहट सी महसूस हुई और उसने अपने होंठों को मेरे होंठों पर रख दिया और उन्हें चूसने लगा। मेरी साँसें तेज हो गई और मैं पागल सी होने लगी। मैंने अब अपने आप को उसके हवाले कर दिया।

फिर उसने मुझसे कहा- रोमा, मैं तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ। यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं।

तब मुझे होश आया और मैंने अपने आपको उसकी बांहों से किसी तरह छुड़ाया और उससे कहा- अभी आप जाइये, आपको मीटिंग के लिए देर हो रही है। देखो 4 बज गए हैं।

उसने फिर मुझसे पूछा- रोमा मेरे साथ सेक्स करोगी क्या?

तो मैंने मन में सोचा कि घर जाने से पहले एक बार और सेक्स कर लेती हूँ तो मैंने अपना सर हाँ में हिला दिया और रूम से बाहर आई। फिर जब मैं भाभी के रूम में गई तो उधर भैया भाभी की चुदाई का प्रोग्राम चल रहा था, भैया भाभी को चोद रहे थे।

भाभी ने मुझसे कहा- रोमा तुम मिनी को बाहर ले जाओ, हम अभी आते हैं।

मिनी भाभी की बेटी का नाम है मैंने अपनी पुरानी कहानी में बताया भी था शायद !

तो मैं मिनी को लेकर हॉल में आ गई और टीवी देखने लगी। कुछ ही देर में भैया-भाभी भी अपना चुदाई का प्रोग्राम ख़त्म करके हॉल में आ गये, फिर प्रदीप भी आया और उसने कहा- मैं मीटिंग के लिए जा रहा हूँ, आने में थोड़ी देर हो जायेगी।

उसने अपनी कार निकली और वो चला गया।

प्रदीप के जाने के बाद भैया ने मुझसे कहा- रोमा, तुम्हें प्रदीप को टाई देने में इतनी देर कैसे हो गई थी? क्या हुआ रूम में?

तो मैंने भैया से कहा- भैया, मुझे पता है कि आपने मुझे प्रदीप को टाई देने के लिए क्यूँ भेजा था, मैंने आपकी और प्रदीप की सारी बातें सुन ली थी कि आपने उसे क्या क्या कहा था।

तो भैया भाभी ने मुझसे पूछा- तो क्या हुआ रोमा, तुम आज यहीं रुक रही हो ना?

फिर तो मैंने हाँ कही और वो सारी बात बताई जो प्रदीप ने मेरे साथ रूम में की थी। फिर भैया भाभी को कहा- मैंने सोचा कि घर जाने से पहले प्रदीप के साथ एक बार सेक्स कर ही लेती हूँ क्यूँ कि उसने मुझे रूम में बहुत गर्म कर दिया था।

ऐसे ही बातों के बाद भैया मार्किट सब्जी लाने के लिए चले गये तो भाभी और मैं टीवी देखने लगी।

भैया मार्किट से सब्जी लाए तो भाभी और मैं रात के खाने कि तैयारी में लग गए।

रात के करीब 9 बजे प्रदीप आया, उसने मुझे देखा तो उसके चेहरे की खुशी साफ दिख रही थी।

भैया ने प्रदीप से कहा- जाओ प्रदीप, तुम जा कर फ्रेश हो आओ, खाना तैयार है ! खाने के बाद तुम बताना कि तुम्हारी मीटिंग कैसी रही। खाने के बाद भैया और प्रदीप फिर हॉल में चले गए और टीवी देखने लगे। इधर भाभी और मैं भी रूम में चले गये। रूम में जाकर भाभी ने मुझे एक नाइटी निकाल कर दी और कहा- लो रोमा, तुम इसे पहन लो !

तो मैंने अपने कपड़े उतारे और वो नाइटी पहन ली। भाभी ने भी एक नाइटी पहन ली और हम फिर बाहर हॉल में ही आकर बैठ गए।

11 बज चुके थे, कुछ देर बाद अब प्रदीप से सब्र नहीं हो रहा था तो उसने भैया के कान में कुछ कहा तो भैया ने…

कहानी जारी रहेगी। [email protected]il.com

This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: [email protected]. Starting price: $2,000