सन्नी खान दोस्तो, मेरा नाम सन्नी खान है, मैं अन्तर्वासना का काफ़ी पुराना पाठक हूँ। मगर आज पहली बार अपनी कहानी लिखने जा रहा हूँ। मैं बचपन से ही बहुत शरारती था। यह बात उस समय की है जब मैं पढ़ता था। हमारा घर दो मन्जिल का है। नीचे की मन्जिल में अपने दादा-दादी के साथ रहता था और दूसरी मन्जिल पर किराऐदार रहते थे। एक दिन हमारे यहाँ नये किराऐदार आए। उन के परिवार में 5 सदस्य थे। उनमें दो मियां-बीवी, दो बच्चे और एक लड़की थी। वो लड़की रजिया अपने भाईजान और भाभीजान के साथ रहती थी। वो देखने में बहुत खूबसूरत थी। अगर उस कोई देख ले तो रात को उस की चूत मारने का दिल करे। एक दिन बाद वो नहाने के लिए बाथरूम में जा रही थी। उसी समय मैं सूखे हुऐ कपड़े उतारने ऊपर जा रहा था। इसी बीच उसके हाथों में जो कपड़े थे। उसके कपड़े में से एक कपड़ा गिर गया और मैंने उस कपड़े को गिरते हुए देख लिया और उससे कहा- आपके कपड़े गिर गए हैं। उसने वो कपड़ा उठाया और कपड़ा उठा कर मेरी तरफ़ देखकर हँसी और बाथरूम में चली गई और मैं भी कपड़े उतारने ऊपर चला गया। जब में ऊपर गया तो मुझे पता चला कि वो उसकी ब्रा (चोली) थी। फ़िर मैं कपड़े उतार कर नीचे आ गया और कपड़े रख कर अपने कमरे में चला गया और अपने बिस्तर पर जा कर लेट गया। बिस्तर पर लेट कर उसके बारे में सोचने लगा। दस मिनट बाद वो पानी की मोटर चलाने नीचे आई क्योंकि मेरा कमरा सामने वाला था, तो वहाँ से दरवाजा, सीढ़ियाँ सब दिखाई देता था। और मोटर भी जीने के नीचे लगी हुई थी। जब वो आई, तो मैंने उसे देखा और उसने मुझे देखा और फ़िर देख करहँसी और मोटर चला कर चली गई। मैं कुछ दिनों तक उसको ऐसे ही देखता रहा और उस के बारे में सोच कर रोज रात को मुठ मारने लगा। अब मैं उसे चोदने का तरीका सोचने लगा। एक दिन वो मौका मुझे मिल ही गया। जब घर में वो और मैं अकेले थे। उसकी भाभीजान दूध लेने गई हुई थी। मैं मौका पाते ही ऊपर गया और उस के कमरे में जा कर उस की भाभीजान के बारे में पूछा तो उसने मुझे बैठने के लिए कहा और कहा- भाभीजान दूध लाने गई हुई है और अभी आने वाली हैं। हम दोनों टीवी देखने लगे और मैंने उससे कहा- मैं तुम से एक बात कहना चाहता हूँ। वो बोली- क्या… बोलो..! मैंने उससे कहा- मैं तुम से प्यार करता हूँ। और वो एकदम से मेरी तरफ़ देखने लगी। मैं तो डर गया कि वो गुस्सा न करे पर उसने भी कहा- अभी भाभीजान आने वाली हैं, बाद में बात करेंगे। मैं नीचे आ गया। गर्मियों के दिन थे हम सब रात को दूसरी मन्जिल पर सोते थे क्योंकि रात को बिजली कभी आती और कभी जाती। मैं कई बार मौका पाते ही एक दो बार उसे किस कर चुका था। फ़िर एक दिन वो रात सोने से पहले नहाने बाथरूम में जा रही थी। और सारे लोग ऊपर जा चुके थे। पर मैं नीचे था और जब मैं ऊपर जाने लगा तो मैंने देखा कि वो बाथरूम में जा रही है। वो दरवजा बन्द करने वाली ही थी, इतने में मैंने दरवाजा को बन्द होने से रोक लिया और उसके साथ बाथरूम में चला गया। वो धीरे से बोली- यहाँ से जाओ..! पर मैंने उसे चुम्बन किया और चूमता रहा और वो भी मेरा साथ देने लगी। मैं उस की चूचियों को मसलने लगा और एक हाथ उसकी चूत पर रख कर मसलने लगा और अपनी उँगलियाँ उसकी चूत में अन्दर-बाहर करने लगा। मैंने शावर चला दिया और शावर के पानी के साथ मजे लेने लगे। मैंने उस के एक-एक कर के कपड़े उतारने लगा। उसको नंगा करने के बाद मैं कभी उसकी चूचियों को मसलता और कभी चूचियों के निप्पलों को मुँह में ले कर चूसता और कभी उसके होंठों को चूसता वो, “अह..अह..अह..!” की आवाज निकाल रही थी। अब हम दोनों पूरी तरह गीले हो चुके थे। वो बिल्कुल नंगी हो चुकी थी। अब मैं भी पूरे जोश में था और मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए। वो भी अब पूरे जोश में थी। मैंने उसे अपना लन्ड चूसने के लिए कहा, पर उसने मना कर दिया। मैंने ज्यादा देर ना करते हुए उसे वहीं पर लिटा दिया और अपना लन्ड उसकी चूत पर रख कर अन्दर डालने लगा। पर मेरा लन्ड अन्दर तक नहीं जा रहा था। वो चूत के मुँह से मोटा था क्योंकि मेरा लौड़ा मोटा था। फ़िर मैंने एक जोर का झटका मारा और अपना आधा लन्ड उसकी चूत में पेल दिया। वो जोर से “आअह ईईई” की आवाज निकालने लगी। मैंने जल्दी से अपने होंठ उस के होंठ से लगा कर चूसने लगा। दूसरे झटके में अपना पूरा लन्ड उस की चूत में डाल दिया। फ़िर तो उसने मुझे जोर से अपनी बाँहों में भर लिया। और कस कर दबोच लिया और उसने मुझे रुकने को कहा। मैं 15 सेकेणड रुक गया और फ़िर से झटके मारने लगा। अब तो उसे भी मजे आने लगे और वो भी मेरा साथ देने लगी। “अहाह्ह्ह्ह आह्ह आह आह ईई ई ऊउ ऊ..!” की आवाज के साथ चुदने लगी। मैं उसे जोर से झटके मारने लगा। दस मिनट बाद वो मुझे और जोर से दबाने लगी और फ़िर वो झड़ गई और सारा माल नीचे गिरने लगा। मैं उसे चोदता रहा और दो मिनट बाद मैंने एक जोर का झटका मारा और उसकी चूत में सारा माल भर दिया। फ़िर मैं उसे किस करने लगा। एक मिनट बाद उसकी भाभीजान की आवाज आई और उससे कहने लगी, “कितनी देर लगाएगी नहाने में..!” और वो बोली- बस अभी आई भाभीजान..! और फ़िर हम दोनों कपड़े पहनने लगे। कपड़े पहनने के बाद मैंने उसे पहले जाने के लिए कहा। वो कपड़े पहन कर चली गई। इतने में मैं बाथरूम से झाँक रहा था कि उसकी भाभीजान ने मुझे देख लिया और मैं गीला ही बाथरूम से निकल कर नीचे चला गया। इसके बाद भाभीजान की कहानी भी लिखूँगा। आप को मेरी कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर बताना। आपका दोस्त सन्नी खान [email protected]
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