खाला की जबरदस्त चुदाई की

आमिर की उम्र 24 साल की है, वो अपनी अम्मी के साथ मुंबई में एक फ़्लैट में रहता था। उसके अब्बू इराक में रहते थे तथा साल में एक बार ही आ पाते थे। इराक की बदतर हालात में वो अपने परिवार को वहाँ नहीं ले जा सकते थे इसलिए आमिर अपनी अम्मी के साथ भारत में रहता था।

आमिर की अम्मी आमिना एक कम्पनी में मैनेजर के पद पर थी। आमिर ने भी अभी हाल ही में एक स्टूडियो में कैमरामैन की नौकरी पाई थी।

एक दिन आमिर की खाला रूखसाना पुणे से मुंबई आ गई। वो अक्सर ही मुंबई अपनी आपा यानी आमिर की अम्मी के यहाँ रहने चले आती थी।

रूखसाना के शौहर पिछले दो साल से कुवैत में थे। रूखसाना की उम्र अभी मुश्किल से 32-33 साल की होगी, रूखसाना देखने में काफी सुन्दर थी और वो पुणे में एक ब्यूटीपार्लर चलाती थी।

वो अक्सर मुंबई चली आती थी क्योंकि दोनों बहनों में बड़ा ही प्रेम था, दोनों एक साथ ही सोती थी।

एक रात दो बजे आमिर को प्यास लगी और वो उठ कर हाल में आया। उसने देखा की अम्मी के कमरे से कराहने की आवाजें आ रही हैं। वो दबे पाँव कमरे के बाहर दरवाजे के पास सट कर आवाज सुनने लगा।

उसने अपनी अम्मी की आवाज सुनी- आह रूखसाना… अब तो मेरी चूत छोड़ दे… दो बार रस निकल चुका है।

रूखसाना- नहीं आपा, एक बार और पीने दो न ! कितना मज़ा आता है। तुमने भी तो मेरी दो बार रस निकाल के पीया ना !

आमिना (आमिर की अम्मी)- ओह रूखसाना, देख अब पहले वाली बात नहीं रह गई है री… अब जल्दी थक जाती हूँ मैं…

रूखसाना- क्या आपा, जीजा जी भी काफी दिनों से नहीं आये हैं, इतने दिनों तक तो किसी ने नहीं चोदा ना… तो फिर कैसे थक जाती हो? मैं भी तो पिछले चार महीनों से किसी से नहीं चुदी हूँ। जीजा जी रहते तो कितना मज़ा आता ! याद है पिछले साल जून में जब मैं यहाँ आई थी तो जीजा भी यहीं थे, उन्होंने कितने मज़े से हम दोनों को बारी बारी से चोदा था।

आमिना- अरे उससे ज्यादा मज़ा तो तब आया था जब मैं, तू और हमारे शौहर, दो साल पहले गोवा गए थे, वहाँ हम चारों एक ही कमरे में रुके थे और मैंने तेरे सामने तेरे शौहर से चुदवाया और तूने मेरे सामने मेरे शौहर से चुदवाया था।

रूखसाना- हाँ, मज़ा तो बहुत आया था… उन दिनों की मस्ती को तो मैं रोज़ ही याद करती हूँ, मुझे अच्छी तरह से याद है कैसे मेरे शौहर ज़ाकिर ने तुम्हारी गाण्ड मारी थी जबकि तुमने उस समय तक मेरे जीजा जी यानि अपने शौहर से भी गाण्ड नहीं मरवाई थी, एक तरह से मेरे ज़ाकिर ने ही तुम्हारी गाण्ड का उदघाटन किया था।

आमिना- हाँ री, सच में पहले दिन तो बड़ा ही डर लगा… लेकिन तेरे शौहर ज़ाकिर ने जब जबरदस्ती मेरे गाण्ड में अपना लौड़ा डाल दिया तो पहले तो लगा कि मेरी गाण्ड ही फट जायेगी लेकिन धीरे धीरे मज़ा आने लगा था।

ये बातें सुन कर आमिर हक्का-बक्का रह गया, वो समझ गया था कि अभी दोनों एक दूसरे की चूत चूस रही है तथा अपनी करतूतों को याद कर कर के खुश हो रही हैं।

आमिर को अपनी अम्मी और खाला पर बड़ा ही गुस्सा आ रहा था, जिस अम्मी को वो आज तक पाक-साफ़ समझता रहा वो अपनी छोटी बहन के शौहर से चुदवा चुकी है, उसे अपने मौसा ज़ाकिर पर भी अत्याधिक गुस्सा आया।

वो फिर से उन दोनों की बातें सुनने लगा।

रूखसाना- क्यों आपा, जीजा जी तो यहाँ नहीं है, किस से काम चलाती हो आजकल? आमिना- धत पगली… मैं क्या कोई रंडी हूँ जो यहाँ वहाँ मुँह मारती फिरुँगी? बस उंगली खीरे आदि से काम चला लेती हूँ। तेरे शौहर ज़ाकिर भी तो कई महीने से बाहर हैं, तू कैसे काम चलाती है?

रूखसाना- क्या करूँ आपा, घर में कोई और सदस्य भी तो नहीं है। एक बुढ़िया सासु दिन भर घर में पड़ी रहती है, नहीं तो कोई न कोई इंतजाम जरूर कर लेती।

आमिना- आह… मेरी चूत में दांत मत गड़ा… मेरा माल फिर से निकलने वाला है, इस बार लास्ट है… ओके? रूखसाना- ओके आपाजान…

तभी आमिना की जोर की सिसकारी की आवाज़ आई जो कि उसके चूत से माल निकलने के दौरान उसके मुख से निकल रही थी। उधर उसकी छोटी बहन रूखसाना उसकी चूत से निकली माल को चूस चूस कर पी रही थी।

इन सब की आवाज़ सुन कर आमिर का लौड़ा ठनक गया।

थोड़ी ही देर में रूखसाना की आवाज़ आई- आपा, मज़ा आ गया. मैं पेशाब करने बाथरूम जा रही हूँ। आमिना- हाँ जा…

रूखसाना बिना कुछ पहने ही कमरे के बाहर आने लगी तो आमिना ने टोका- अरी, यह क्या, नंगी ही जायेगी क्या? कम से कम नाइटी तो पहन ले !

रूखसाना- क्या आपा, कौन देखेगा मुझे इस वक़्त? यही तो वक़्त होता है जब मैं बिना कपड़ों के पूरी नंगी होकर आज़ादी से जहाँ तहाँ घूम सकती हूँ।

आमिना- अरे, इस वक़्त आमिर भी घर में है, कहीं वो देख लेगा तो क्या कहेगा? रूखसाना- अरे आपा, वो बेचारा तो सो रहा होगा… और अगर देख भी लेगा तो क्या होगा, जवान लड़का है, जवान खाला का नंगा बदन नहीं देखेगा तो क्या देखेगा?

आमिना- धत, पगली… अच्छा ठीक है जा, जैसी तेरी मर्जी।

रूखसाना कमरे से बाहर आने लगी, इधर आमिर तेजी से पर्दे की ओट में छुप गया, उसकी खाला रूखसाना नंगे बदन ही कमरे के बाहर आ गई और हाल की लाईट जला दी।

वो सोच रही थी कि आमिर अपने कमरे में सो रहा होगा लेकिन आमिर अपनी खाला को पूरी तरह से देख पा रहा था, उसकी खाला का नंगा बदन उसे पागल कर देने को काफी था।

मस्त दो बड़े बड़े उरोज, घनी काली झांट में छिपी चूत, गोरा बदन केले के तने सी चिकनी जांघें और पीछे की तरफ़ काफ़ी उभरे हुए गोल विशाल कूल्हे !

आमिर का दिल जोरों से धड़क रहा था, उसकी खाला उसके सामने से गुजर कर ही बाथरूम गई और बाथरूम का दरवाजा बिना लगाए हुए ही मूत करने बैठ गई।

अनायास ही आमिर का हाथ अपने लंड पर चला गया।

थोड़ी ही देर में रूखसाना पुनः वापस आई और अपने कमरे में चली गई, आमिर भी वापस अपने कमरे में चला गया।

वो उन दोनों की बातें और अपनी खाला का नंगा बदन याद करके पागल हो गया, तभी उसे ये भी याद आया कि उसके मौसा ज़ाकिर ने उसकी अम्मी की चुदाई की है, उसने उसी समय कसम खाई कि इसका बदला वो ज़ाकिर की बीवी रूखसाना यानि अपनी खाला को चोद कर लेगा।

अगले दिन आमिना अपने दफ़्तर चली गई, घर में सिर्फ आमिर और उसकी खाला रूखसाना रह गई थी, दिन के बारह बजे के आसपास आमिर अपनी खाला के कमरे में गया।

रूखसाना उस वक़्त नाइटी पहन कर बिस्तर पर लेटी टीवी देख रही थी। आमिर के दिमाग में बदला चल रहा था, वो सोच कर ही आया था कि आज वो अपने अम्मी के साथ किये गए चुदाई समारोह का बदला ले कर रहेगा, उसने कमरे में घुसते ही दरवाजा बंद कर दिया।

रूखसाना को थोड़ा अजीब लगा लेकिन उसने मुस्कुरा कर पूछा- क्या बात है आमिर, कुछ चाहिए क्या तुम्हें? आमिर बिना कोई शर्म के रूखसाना के बगल में लेट गया और बोला- खाला, एक बात कहनी है तुझसे ! रूखसाना- हाँ कहो !

आमिर- तू बड़ी खूबसूरत है। रूखसाना- अच्छा? चलो अच्छी बात है. तू भी बड़ा खूबसूरत है। आमिर- खाला, मैं एक बात कहना चाहता हूँ।

रूखसाना- हाँ बोल ना? आमिर- खाला, मुझे तेरी चूत चोदनी है। रूखसाना- हाय राम, यह तू क्या कह रहा है रे… मैं तेरी खाला हूँ।

आमिर ने अपनी खाला के जांघ पर हाथ रख कर सहलाना चालू कर दिया और कहा- कल रात को मैंने तेरा नंगा बदन देखा तबसे मुझे चैन नहीं नहीं। रूखसाना- क्या? तूने मुझे कल रात को देख लिया था?

आमिर- सिर्फ देखा ही नहीं था.. तेरी बातें भी सुनी थी जो तू कह रही थी कि आमिर को अपना बदन दिखने में भी तू नहीं शर्माएगी, तो अब क्या शर्मा रही है खाला?

रूखसाना- देख आमिर, वो मैंने बातों बातों में कह दिया होगा। लेकिन सच तो यह है कि मैं तेरी खाला हूँ और मैंने जो भी कहा वो तेरी अम्मी से कहा, हम दोनों के बीच बचपन से ही जिस्मानी ताल्लुकात है।

आमिर ने अपने एक हाथ को रूखसाना के चूची पर रखा और मसलते हुए कहा- खाला, जब मेरी अम्मी और मेरे बाप से तू जिस्मानी ताल्लुक रखे हुए है तो मेरे से दूरी क्यों? मैं क्या तुझे मज़े नहीं दे सकता हूँ? देख तो सही मेरा लंड कितना बड़ा है।

कहते हुए उसने अपनी पैंट को खोल दिया। उसका लंड साथ इंच का था और एकदम से पत्थर की भाँति खड़ा था।

रूखसाना ने उसके लंड की तरफ देखते हुए कहा- देख आमिर, माना कि तू जवान है लेकिन मैं तेरे लिए नहीं हूँ, मैं तेरी अम्मी जैसी हूँ ना !

आमिर ने अपना कमीज उतारते हुए कहा- देख, जब से मैंने तेरी और अम्मी की रसीली बातें सुनी है और तुझे नंगी देखा है तब से मुझे चैन नहीं है और तेरे शौहर ने मेरी अम्मी को चोदा है इसलिए इसका प्रायश्चित तुझे करना होगा मुझसे चुदवा के !

कहते हुए वो अपनी खाला के बदन पर नंगा लेट गया और उसके कपड़े उतारने की कोशिश करने लगा।

रूखसाना आमिर के पकड़ से अपने आप को छुड़ाने का नाकाम कोशिश कर रही थी लेकिन मजबूत कद-काठी के आमिर के आगे उसका कुछ नहीं चल पा रहा था। असल बात तो यह थी कि उसके मन में अपने भांजे आमिर के तन-बदन और उसके सख्त लौड़े को देख कर उसकी अन्तर्वासना जागृत होने लगी थी, उसने मन ही मन खुद को आमिर से चुदवाने का सोच लिया था और अब केवल दिखावे भर का विरोध कर रही थी।

आमिर ने बड़े ही मजबूती से रूखसाना की नाइटी को पकड़ा और फाड़ दिया। रूखसाना अब सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी, वो अभी भी थोड़ा-थोड़ा कुनमुना रही थी।

आमिर ने बिना देर किये उसके ब्रा को उसके चूची से अलग किया और चूची को अपने मुंह में दबा कर चूसने लगा। रूखसाना नाम मात्र का प्रतिरोध कर रही थी।

आमिर ने बिना देर किये उसके पैंटी को भी खोल दिया और उसकी घनी झांट पर अपनी हाथ फिराने लगा। रूखसाना- देख आमिर, बहुत हो गया… अब तो तेरा बदला पूरा हो गया, अब तो मुझे छोड़ दे… आमिर- अरे वाह! इतनी जल्दी हार मान गई, अभी तो तेरी चूत चोदनी बाकी है मेरी जान !

कहते हुए उसने अपने मजबूत हाथ से रचनी के एक पैर को उठा दिया और अपने लंड को रूखसाना के चूत में डाल दिया। रूखसाना की चूत काफी सिकुड़ चुकी थी, आमिर के विशाल लंड का प्रहार वो आसानी से सहन नहीं कर सकी और चीख पड़ी लेकिन आमिर ने उसकी चीख की परवाह किये बगैर उसकी चुदाई चालू कर दी।

आमिर के लंड के धक्के से रूखसाना का पूरा शरीर आगे पीछे हो रहा था, वो दर्द के मारे कराह भी रही थी लेकिन आमिर को बड़ा ही मज़ा आ रहा था अपनी खाला को चोदने में।

कुछ ही देर में आमिर ने अपने लंड से माल निकलने का सिग्नल महसूस किया तो उसने अपनी स्पीड काफी बढ़ा दी, अंत में उसके लंड ने लावा उगल दिया जो आमिर ने अपनी खाला के चूत में ही डाल दिया।

थोड़ी देर के लिए वो अपनी खाला के बदन पर लेटा रहा, फिर वो धीरे से उसके बगल में लेट गया और उसकी चूची मसलते हुए पूछने लगा- बोल खाला, कैसा लगा मेरा बदला?

रूखसाना- आमिर, आज तूने अपनी खाला को चोद कर सारी हदें तोड़ दी. हालांकि यह सही नहीं था लेकिन अगर तेरी नजर में तेरा बदला पूरा हो गया तो मैं इसे चुपचाप स्वीकार करती हूँ। यह सही है कि मैंने और तेरी अम्मी ने गोवा में अपने अपने शौहर को बदल कर एक दूसरे के सामने चुदवाया लेकिन हम सब एक हमउम्र के थे और वो एक प्रकार की मस्ती थी जिसमें हम सभी की सहमति थी।

आमिर- लेकिन मेरी नजर में गोवा काण्ड सही नहीं था इसलिए मैंने तुझसे बदला लिया लेकिन सच कहूँ तो तुझे चोदने के पीछे एक और कारण भी है.. वो है तेरी मस्त जवानी… कल रात को जब से मैंने तेरे बदन को देखा तो मुझे सच में होश नहीं था। अगर गोवा काण्ड नहीं भी हुआ होता तो आज तू मुझसे नहीं बच सकती थी।

रूखसाना- आमिर, अगर तू बदला लेने की बात नहीं करता और मुझे प्यार से ही चोदने की बात करता तो मुझे इतना बुरा नहीं लगता…  अगर तू प्यार से मेरे पास आता और मुझे कहता कि ‘मैंने तुझे नंगी देखा है और फ़िर से देखना चाहता हूँ’ तो मैं तेरे लिये फिर से नंगी हो जाती। मैंने कल रात को तेरी अम्मी से सच ही कहा था कि मुझे आमिर के सामने भी नंगी होने में कोई ऐतराज़ नहीं है।

आमिर- ओह! रूखसाना डार्लिंग, कोई बात नहीं… मेरा बदला पूरा हो गया, अब एक बार प्यार वाली चुदाई होने दे ना?

रूखसाना- यह हुई ना बात मेरे आमिर राजा, आजा मनचाहा भोग ले मुझे… अरे मैं तो कब से बेकरार हूँ एक मस्त लंड को अपने चूत में डलवाने को, तू तो घर का लड़का है। सुन, कल मैं तुझे लेकर अपने घर पुणे चलूँगी, फिर वहाँ हम दोनों जी भर के मस्ती करेंगे।

आमिर- और तेरी बुढ़िया सास? रूखसाना- अरे, वो तो नीचे के कमरे में पड़ी रहती है, उसे तुझ पर थोड़े ही शक होगा, वो तो सिर्फ बाहरी आदमियों पर शक करती है। आमिर- तो ठीक है मेरी खाला। एक राउंड अभी खेल ले, फिर कल से तेरे घर पुणे में धमाल मचाएंगे..

उसके बाद आमिर ने 2 घंटे तक अपनी खाला की चूत की चुदाई की।

अगले ही दिन रूखसाना अपनी बहन आमिना से झूठ बोल कर जरूरी काम का बहाना बना कर आमिर को अपने साथ पुणे लेकर चली गई। वहाँ दोनों ने आज़ादी से एक दूसरे के साथ मज़े किये।