लॉकडाउन में पीजी में सेक्स की मस्ती- 1

लॉकडाउन सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे कुछ लड़के लड़कियां पीजी में अपने मकान मालिक मालकिन के साथ फंस गए. मालकिन ने कैसे एक लड़के के लंड का मजा लिया?

दोस्तो, पिछले दिनों तो सिर्फ दो ही चीज चर्चा में थीं. एक तो लॉकडाउन और दूसरे लॉकडाउन में टाईमपास. अब टाईमपास के लिए बिना खर्चे का तो एक ही जुगाड़ है … चुदाई.

इस बार एक और रिकॉर्ड टूटने जा रहा है, वो है दिसंबर जनवरी में रिकॉर्ड बच्चे पैदा होना और दूसरे जून में रिकॉर्ड गर्भपात.

अब इतने कंडोम भी कहाँ से आते और एहतियात कहाँ तक बरतते. अब दिन रात की शिफ्ट में काम करते करते कभी तो भूल हो ही जाती है. सरकार कितना भी कह ले, कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी.

सावधानी गयी तेल लेने! भला सावधानी से भी कोई चुदाई होती है. हर घर, कॉलोनी, टावर में बस जुगाड़ फिट हो रहे हैं. इतने ब्रोड माइंडेड लोग कब पैदा हो गए ये पता ही नहीं चला.

सोच और कपड़ों के मामले में तो इस लॉकडाउन में लोग यूरोप से अभी आगे हो गए. जींस, पेंट, साड़ी, सलवार सूट तो सब अलमारियों में बंद हो गए. सभी शॉर्ट्स में ही दीखते हों, चाहे जेंट्स हों या लेडीज.

मेरी एक पाठिका ने तो यहाँ तक कहा कि उन्हें और उनके पति को अंडरगारमेंट्स पहने ही दो महीने हो गए.

हाँ, एक बात जो सभी मेल में लिखी थी कि मेरी सभी पुरानी कहानियां सभी ने दो-दो, तीन-तीन बार पढ़ी और मूड रिफ्रेश किया. इतने चटपटे मेल आ रहे हैं कि सिर्फ लॉकडाउन के किस्सों से पूरा ग्रन्थ तो मैं ही लिखने वाला हूँ.

आज की लॉकडाउन सेक्स स्टोरी है गुरूग्राम की एक पॉश कॉलोनी का जहां तीन फ्लोर की कोठी है. नीचे मालिक रहते हैं और फर्स्ट फ्लोर पर गर्ल्स पीजी है और सेकंड फ्लोर पर बॉयज पीजी. कोठी मालिक अधिकतर विदेश रहते हैं.

45/35 साल के पंजाबी दंपत्ति अनिल मनोचा और उनकी पत्नी नैन्सी हैं. दोनों की उम्र में और कद काठी में काफी फर्क है. नैन्सी स्मार्ट और मेन्टेन हैं. सेक्सी हैं और स्टाइल में रहती हैं. अनिल भारी शरीर के पर जिंदादिल हैं और अनुशासन के सख्त हैं.

डाइनिंग हाल ग्राउंड फ्लोर पर है जहां सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक खाने पीने की मौज रहती है. चूंकि पीजी के चार्जेज अच्छे खासे हैं तो खाना भी अच्छा है.

गर्ल्स पीजी में 8 लड़कियां रहती है और बॉयज पीजी में 6 लड़के. आजकल मनोचा दंपत्ति यहीं हैं.

लॉकडाउन लगते ही कुछ लड़के लड़कियां अपने घर चले गए पर फिर भी 2 लड़के और 2 लड़कियां यहीं रह गए. उनके पेरेंट्स को मनोचा दंपत्ति ने ये विश्वास दिलाया कि इन बच्चों को खाने-पीने की कोई दिक्कत वे नहीं होने देंगे.

अनिल और नैन्सी दोनों ही शाम को नियम से ड्रिंक करते हैं. दोनों को ही स्मोकिंग और पोर्न मूवीज से परहेज नहीं हैं. पर ये सब काम वो अपने कमरे में ही करते हैं. शाम 8 बजे का समय पीजी के डिनर का है. सब लड़के लड़कियां नीचे हॉल में इकट्ठे होते हैं.

तब तक नैंसी भी अपना ड्रिंक निबटा कर आ जाती हैं और थोड़ा बहुत डिनर सबके साथ कर के बाहर का मेन गेट और जीनों के गेट लॉक करके वे अपने कमरे में घुस जाती हैं और फिर सुबह तक दिखाई नहीं देते.

पीजी में अगर कभी कोई इमरजेंसी होती है तो बाहर खड़ा गार्ड उनसे पूछकर ही गेट खोलता है और इस बात की रजिस्टर में एंट्री होती है. गेट और सीढ़ियों में कैमरे लगे हैं. अनिल मनोचा हैवी ड्रिंकर हैं तो वो तो शाम के बाद कभी बाहर नहीं आते. पर सेक्स के शौक़ीन हैं. डेली पोर्न चलती है और वो और नैन्सी खूब मस्ती करते हैं. पर कमरे से बाहर तभी निकलते हैं जब नार्मल हो जाते हैं.

कभी बाहर भी आना हो तो नैंसी ही आती हैं क्योंकि अनिल तो पीने और ठोकने के बाद टुन्न होकर सो जाते हैं. उन्हें कहाँ क्या हो रहा है, इसका सुबह तक पता नहीं होता.

नैन्सी की ये शिकायत रहती ही कि वो आग तो लगा देते हैं हैं पर बुझा नहीं पाते. तो नैन्सी के पास विदेश से खरीदे गए कई प्रकार के वाइब्रेटर हैं.

अब लॉकडाउन में ऊपर रवि और आकाश रह गए और गर्ल्स में रवीना और कविता. रवीना और कविता दोनों रूममेट हैं और फेशन डिज़ाइनिंग कर रही हैं. दोनों पंजाब से हैं और खूब मस्त हैं. रवीना थोड़ा भारी वजन की पर कविता बिलकुल स्लिम और लम्बी.

पर रवीना का दिमाग खुराफातों से भरा रहता था. वो बदमाशी करके कविता को परेशान रखती.

जब तक और लड़कियां थीं तो औरों ने कई बार नीचे नैन्सी आंटी से हल्के से रवीना की शिकायत की कि वो कुछ ज्यादा ही अश्लील है. पर नैन्सी उन्हीं लड़कियों को समझा देती कि बाहर विदेशों में तो इससे बहुत ज्यादा मस्ती करती हैं लड़कियां.

पर चूंकि रवीना पढ़ने में बहुत मेहनती थी, तो सभी को उसकी आवश्यकता पड़ती.

उसकी क्रिएटिविटी कमाल की थी. वो जो ड्रेस डिज़ाइन करती वो अलग होती. पर जब और लड़कियां उससे डिजाइन पूछती तो वो कहती- पहले कपड़े उतार कर फिगर दिखाओ. तब मैं डिज़ाइन बताऊँगी.

अब भला कौन तैयार होगा? पर जिसने भी उसकी शर्त मान ली, उसकी ड्रेस का डिज़ाइन इंस्टिट्यूट में सबको पसंद आता.

और रवीना ऐसा कुछ नहीं करती थी उनके साथ … बस हंसी ठिठोली की आदत थी उसकी. वो उस लड़की के कपरे उतरवाकर उससे चिपटा चिपटी करती, उसके मम्मे सहला सहला कर उसे उत्तेजित करती. होठों पर चूमना और लिपटकर डांस करना उसकी मस्ती में आते.

वैसे तो वो पीजी की जान थी. हर शनिवार को सब लड़कियां डिनर पैक कर ऊपर आ जाती. ऊपर बियर पार्टी होती, एक आध व्हिस्की का पेग भी लग जाता और फिर सब जम कर डांस करते. डांस में जिसकी जितनी हिम्मत होती वो उतने कम कपड़ों में डांस कर लेती.

रवीना ने तो कितनी बार अपनी ब्रा तक उतार दी. पर अपने मम्मी हाथों से छिपा लिए. बस ऐसे ही मस्ती होती पीजी में.

और ऊपर लड़कों का भी यही हाल होता. वो भी पोर्न मूवीज और बीयर की मस्ती करते.

अब लड़कों का क्या है … पीजी में तो हॉस्टल से भी ज्यादा मस्ती होती है. कोई टॉवल लपेटे बाहर खड़ा है तो पीछे से आकर किसी ने टॉवल खींच दिया.

चूंकि सभी लड़के जॉब में हैं, तो थोड़ा बहुत खर्च भी करते हैं अपनी मस्ती पर. ऊपर कॉमन हॉल में टीवी लगा है. तो हर शनिवार लड़के भी डिनर पैक करा कर ऊपर ले आते हैं. फिर पोर्न, डांस बियर खूब मस्ती होती है. पर आवाज बाहर न जाए इसका ख्याल लड़के और लड़कियां दोनों ही रखते हैं.

रवि एथलीट है, सुबह डेली ग्राउंड में जाता है और रात को जिम. कसरती बदन है. डोले शोले खूब कर रखे हैं. कुल मिला कर रंगीला और आशिक मिजाज है. उसका सेक्स सेंस भी औरों से हट कर है. वो सेक्स में कोई मिथक नहीं रखता और इसे रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा मानता है. ऐसा पीजी में सब कहते हैं कि कॉलेज लाइफ में उसके कई लड़कियों से सम्बन्ध थे.

अब यहाँ तो ये संभव नहीं है, और वैसे भी अब शादी के लिए ड्यू है तो रिस्क नहीं लेता. पर बियर का कीन है.

उधर आकाश पंजाबी है. मजबूत कद काठी, गोरा रंग, घुंघराले बाल और फर्राटेदार इंग्लिश बोलने वाला और दबा कर पीने वाला. उसके पिता आर्मी में हैं तो खून में भी मस्ती है.

रवि और आकाश अलग अलग कमरों में रहते हैं और बस आपस में हाय हेलो है. कमरे में घुसने के बाद एक दूसरे से कोई मतलब नहीं.

आकाश नैन्सी मनोचा का भी पंजाबी होने के नाते काफी नजदीक है. कई बार जब अनिल मनोचा पीकर सोफे से उठ नहीं पाते तो नैन्सी आकाश को ही फोन करके बुलाती थी, और इसके लिए उसने चुपके से जीने की एक डुप्लिकेट चाभी उसे दे रखी थी. पर ये बात आकाश और नैन्सी के अलावा कोई और नहीं जानता था.

इसके एवज में नैन्सी कभी कभी उसे बियर या व्हिस्की बोतल दे देती थी. असल में नैन्सी और अनिल हवाई जहाज में बहुत सफ़र करते थे तो ड्रिंक्स की छोटी बोतल उन पर रखी रहती थीं.

आकाश कब नीचे गया कब ऊपर आया ये किसी को नहीं मालूम पड़ता था. और पड़ भी जाए तो क्या. जब मकान मालिक बुला रहा हो तो डर किसका!

लॉकडाउन के अगले दिन अनिल ने कुछ ज्यादा ही लगा ली और जब नैन्सी डिनर के बाद कमरे में पहुंची अनिल की ड्रिंक चालू थी. नैन्सी ने उससे पेग छीन लिया.

अनिल बोला- तुम कपड़े बदलो, मैं आता हूँ. नैन्सी को मालूम था कि होना हाना तो उससे कुछ नहीं है. पर वो और ना पिए. इसलिए उसने अनिल से कहा कि वो अगर अब और ना पिए तो वो एक बहुत सेक्सी ड्रेस पहनेगी.

नैन्सी ने शावर लेकर एक बहुत ही मुलायम टच वाली शोर्ट नाईटी डाली. मादक स्प्रे किया और मटकती हुई अनिल की गोद में बैठ गयी.

अनिल ने उसके मम्मे ऊपर से ही चूम लिए और चूस कर निप्पल की जगह को भिगो दिया. नैन्सी को फ्रेंच किस में बहुत मजा आता था. उसने अनिल को एक डीप किस दिया और कहा- उठो डार्लिंग, अब आग लगी है, छिड़काव कर दो.

अनिल ने पेग एक तरफ रखा और नैन्सी का सहारा लेकर खड़ा हुआ. वो लड़खड़ा गया और नैन्सी का सहारा लेते हुए वहीं सोफे पर गिर पड़ा.

नैन्सी घबरा गयी, वो अनिल के वजन से दब रही थी. पर अगर वो अपने को हटाती तो अनिल गिर पड़ता और उसे चोट लग जाती. तो नैन्सी ने पास रखे मोबाइल से आकाश को फोन किया. आकाश बोला- नहा रहा हूँ.

तो नैन्सी ने उसे बात बतायी. अगले एक मिनट में ही आकाश गीला बदन ही कपड़े पहन कर आ गया.

नैन्सी बिल्कुल पारदर्शक कपड़े पहने थी. पर इस समय वो हट नहीं सकती थी. आकाश और उसने बड़ी मुश्किल से अनिल को बेड पर लिटाया. नैन्सी ने ऊपर से गाउन डाल लिया.

अनिल तो सो गया था. नैन्सी ने आकाश को कहा- तुम भी बाथरूम में जाकर टॉवल से अपने को सुखा लो और गीले कपड़े उतार लो. आकाश ऊपर जाने लगा तो नैन्सी बोली- एक ड्रिंक लेकर जाना.

अब आकाश ने वाशरूम में जाकर अपने गीले कपड़े उतारे और वहां रखे फ्रेश टॉवल से अपने बदन को सुखाया और टॉवल लपेट कर ही बाहर आ गया. उसने डियो स्प्रे कर लिया था क्योंकि अब उसे मालूम था कि एक आध घंटे का दौर तो चलेगा ड्रिंक का.

नैन्सी ने पेग बनाए. बात शुरू हुई अनिल के पी कर टुन्न हो जाने की. दुखी होकर नैन्सी बोली- रोज समझाती हूँ पर ये मानता ही नहीं. किसी दिन चोट खा जाएगा.

टीवी पर कोई इंग्लिश चैनल चल रहा था. सीन सेक्सी आ गया. कुछ पेग का नशा कुछ आकाश का नंगा कसरती जिस्म, कुछ नैन्सी कि अधूरी सेक्स कि तड़प … नैन्सी आकाश को एकटक देखने लगी. आकाश बोला- क्या देख रही हैं? नैन्सी बोली- कुछ नहीं … बस तुम्हारा कसरती बदन देख रही हूँ. आज तो अनिल को संभालने से मेरी गर्दन में मोच सी आ गयी.

आकाश उठा, उसने पेग एक तरफ रखा और नैन्सी की गर्दन को मसाज देना शुरू किया. नैन्सी ने मना भी किया, पर उसको आराम बहुत मिल रहा था.

आकाश ने नैन्सी के पैर मेज पर टिका दिए और उसके गर्दन और कन्धों पर मसाज देने लगा.

नैन्सी की आँखें बंद हो गयी थीं. उसने अपने हाथ ऊपर उठाकर आकाश के घुंघराले बालों को पीछे से पकड़ कर उसको अपनी ओर झुका लिया. आकाश ने जैसे ही सर नीचे किया, नैन्सी ने अपने होंठ उसके होंठों पर लगा दिए. आकाश नीचे बैठ गया और अपने हाथों से नैन्सी का चेहरा पकड़ कर अपने होंठों को उसके होंठों से भिड़ा दिया और अब उसकी जीभ नैन्सी की जीभ से टकरा रही थी.

नैन्सी ने आकाश के दोनों हाथ पकड़ कर अपने मम्मों पर रख लिये और उन्हें दबा कर आकाश को मानों उन्हें मसलने का इशारा किया. आकाश ने उसके गाउन की डोरी खोल दी. गाउन के दोनों पल्लू खुल गए. आकाश ने ड्रेस के अंदर हाथ डाल कर मम्मों को दबाया. उसके होंठ नैन्सी के होंठों से मिले थे.

नैन्सी ने आकाश को धक्का देकर हटाया और कहा- आकाश तुम जाओ, ये गलत है. आकाश सन्न रह गया. पर वो खड़ा हुआ और अपने कपड़े बदलने वाशरूम में गया.

पीछे से नैन्सी वाशरूम में पहुँच गयी और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया. नैन्सी ने आकाश का टॉवल खींच फेंका.

आकाश का औज़ार बिलकुल मोटे रॉड की तरह तना हुआ था. नैन्सी नीचे बैठ गयी और आकाश का लंड अपने मुंह में ले लिया. अब आकाश की आहें निकलने लगी.

कुछ देर बाद नैन्सी खड़ी हुई और अपने होंठ आकाश के होंठों से मिला कर फुसफुसाई- अनिल जग जाएगा. आकाश ने नैन्सी की ड्रेस उतार दी. नैन्सी का बदन बिलकुल नवयौवना की तरह कसा हुआ था. उसका पूरा शरीर ऐसा चमक रहा था मानों अभी मसाज कराई हो. पूरे शरीर की वेक्सिंग, एक भी बाल कहीं नहीं.

आकाश नीचे झुक गया और अपनी जीभ नैन्सी की चूत में घुसा दी. नैन्सी सिहर गयी. आकाश ने नैन्सी को ऊपर वॉशबेसिन के स्लैब पर बिठा दिया और उसकी टाँगें चौड़ा कर चूत चुसाई तेज करी. नैन्सी आकाश के बाल खींच कर आकाश की जीभ को और अंदर चाह रही थी.

अब नैन्सी की कामाग्नि पूरी भड़क चुकी थी. उसने आकाश को अलग किया और उससे अपना लंड अंदर करने को कहा. आकाश ने बिना कोई देरी किये अपना मूसल नैन्सी की चूत में घुसेड़ दिया. नैन्सी की चीख निकल गयी. इतना जवां लंड पहली बार उसकी चूत में गया था.

ऐसा नहीं है कि नैन्सी ने केवल अनिल का लंड खाया हो. वो अपनी कॉलेज लाइफ से लेकर विदेश में मसाज के दौरान सेक्स कर चुकी थी. पर आकाश के लंड ने उसे अंदर तक छेद दिया था.

नैन्सी बेल की तरह आकाश से लिपट गयी और उसका साथ देते हुए चुदाई करवाने लगी. नैन्सी की चीख से बाहर अनिल की आँख खुल गयी थी. उससे खड़ा तो नहीं हुआ गया पर उसने बाहर से ही आवाज देकर पूछा- क्या हुआ?

नैन्सी और आकाश को होश आया. पर अब रुकना मुश्किल था. नैन्सी ने आवाज दी कि कुछ नहीं … पैर स्लिप हो गया था, कोई बात नहीं अभी आ रही हूँ.

आकाश ने अब धक्के तेज किये. हालांकि ये सेशन तो काफी देर चलता पर अनिल की आवाज से दोनों की गांड फट गयी.

आकाश ने अपना सारा माल नैन्सी की चूत में डाल दिया. उन्हें डर था कि कहीं अनिल टॉयलेट के लिए ना आ जाए.

नैन्सी ने फटाफट चूत साफ़ करी और फ्लश चला दिया और गाउन डाल कर बाहर आ गयी.

लॉकडाउन सेक्स स्टोरी कैसी लग रही है? लिखियेगा मुझे :[email protected] पर.

लॉकडाउन सेक्स स्टोरी का अगला भाग: लॉकडाउन में पीजी में सेक्स की मस्ती- 2